अम्बेडकरनगर से आज की 15 बड़ी खबरें
1-शराब बांट रहे युवक को ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने किया गिरफ्तार
अम्बेडकरनगर
बीती रात करीब 10:30 से 11 बजे के बीच पूर्व ग्राम प्रधान के कहने पर शराब बांट रहे युवक को ग्रामीणों की शिकायत पर पुलिस ने किया गिरफ्तार। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम सभा आमा दरवेशपुर अंबेडकरनगर में होना है 9 तारीख को चुनाव। चुनाव को अपने पक्ष में प्रभावित करने के लिए घर घर बाटी जा रही थी शराब।
2-सब्जी मंडी के व्यापारियों और खरीददारों द्वारा थोड़ा सा बचाव कर हो संक्रमण से सुरक्षित
अम्बेडकरनगर
जिले मे कोरोना के रोकथाम हेतु जनपद के नवीन सब्जी मंडी में क्रय-विक्रय हेतु सब्जी मण्डी खोलते समय मण्डी में क्रय-विक्रय हेतु उपस्थित समस्त व्यापारी एवं मण्डी परिसर में प्रवेश करने वाले अन्य व्यक्ति, मास्क एवं ग्लब्स तथा सेनेटाइजर का अनिवार्य रूप से उपयोग करें । मण्डी परिसर में कोई भी व्यक्ति बिना मास्क और ग्लब्स के प्रवेश न करे। तथा परिसर के अन्दर सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करे। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न की जाय।
3-कोरोना महामारी में एनटीपीसी टांडा ने अभी तक खड़े किए हुए है हाथ
अम्बेकरनगर-टांडा एनटीपीसी एक बड़ा सा पावर प्लांट जो कि अम्बेकरनगर की एक पहचान हैं जब हमारे रिश्तेदार आते हैं तो बड़ी शान से हम कहते हैं कि हमारे अम्बेकरनगर में एनटीपीसी भी हैं। पर सच क्या मालूम हैं यह एनटीपीसी सिर्फ और सिर्फ हमें प्रदूषण देती हैं, जबरदस्ती पुलिस लगा कर हमारी जमीन कब्जा करती हैं। पैसे खर्च कर अधिकारियों को खुश करती हैं, वी.आई.पी रूम दे कर अधिकारियों को लुभा लेती हैं।
जमीने हमारी छीन लिए हो और दो सेनेटाइजर की 100 एम.एल. कि सी.सी देकर अखबार में अहम रोल अदा कर देते है।
बताता चलूं कि टांडा एनटीपीसी के पास हजारों ऑक्सीजन सिलेंडर हैं लगभग 10 एम्बुलेंस हैं, प्राइवेट डॉक्टर्स हैं, हॉस्पिटल्स हैं ,प्रयाप्त जगह भी हैं व्यवस्था भी हैं पर करें क्यो?
लॉलीपॉप खिला कर खुश रखती हैं एनटीपीसी की जब अम्बेकरनगर वासियों को जरूरत हैं तो गायब हैं। एनटीपीसी के इतने स्रोत हैं और इतनी फंडिंग हैं फिर भी C.S.R एक्टिविटी के मामले में निल हैं। टांडा एनटीपीसी की इतनी बडी इकाई होने के बाद भी आज तक कोई अच्छी एक्टिविटी नही दिखी।
गौशाला में जानवर तड़प तड़प कर दे रहे हैं जान
4-अंबेडकरनगर
मालीपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम व पोस्ट सैदपुर भितरी के कान्हा गौशाला का हाल बद से बदतर है। जहां पर कई अनेकों जानवरों का मृत्यु चारा ना मिलने की वजह से हो रहा है और वहीं पर रात में जानवर निकलकर किसान के खेतों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है और वहां के कर्मचारी खर्राटे भर के चैन की नींद सोता है और भूख के कारण कई जानवरों का तड़प तड़प कर मृत्यु हो रहा है यह अपने आप में बहुत ही बड़ी लापरवाही का कारण बनती है अनेकों की संख्या में जानवर मौत के घाट उतार रहे हैं आखिरकार प्रशासन क्यों कोई किसी प्रकार का एक्शन नहीं ले रही है आखिर अधिकारी किस प्रकार से सर्वे कर रहे हैं कि इतने जानवर मरने के बाद भी फिर भी प्रशासन चुपचाप है या फिर इसके पीछे कहीं कोई बड़ी राज तो नहीं छिपी है। जब रात में कर्मचारी उपस्थित रहते हैं तो रात में जानवर किसान के फसलों को कैसे हानि पहुंचाते हैं यह अपने आप में एक बड़ा सवाल उत्पन्न होता है क्या इस पर अधिकारी अब भी चुप रहेंगे या फिर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
5-नहीं मिला बेड, फर्श व वाहन में मरीजों का इलाज
अंबेडकरनगर। कोरोना संक्रमण के दौर में जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह बेपटरी हो गई है। यहां बेड के अभाव में फर्श पर ही मरीज को भर्ती कर उनका इलाज किया जा रहा है। इतना ही नहीं, जमीन पर भी जगह नहीं मिली तो इमरजेंसी वार्ड के बाहर खड़े वाहन में ही मरीज को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के साथ ही उसका इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है। आरोप यह भी है कि मरीज को भर्ती करने में अस्पताल प्रशासन आनाकानी करता है। इसे लेकर अकसर चिकित्सक व तीमारदारों के बीच नोकझोंक भी होती रहती है। तीमारदारों का कहना है कि इलाज के अभाव में मरीज तड़पता रहता है, लेकिन धरती के भगवान कहे जाने वाले चिकित्सकों का हृदय नहीं पसीजता है।
जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवा दिन-प्रतिदिन बिगड़ती ही जा रही है। चारों तरफ अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। अस्पताल न तो मरीजों को बेड मिल पा रहा है और न ही समुचित इलाज ही हो पा रहा है। मरीज को भर्ती करने में अस्पताल प्रशासन की ओर से आनाकानी की जाती है। मरीजों को सुचारु रूप से ऑक्सीजन भी नहीं उपलब्ध कराई जा रही है।
मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने को लेकर अस्पताल प्रशासन कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मरीज को इमरजेंसी वार्ड के गलियारे में फर्श पर ही भर्ती कर उसका इलाज किया जा रहा है। शुक्रवार को इमरजेंसी वार्ड के गलियारे में फर्श पर ही कई मरीजों को लिटाकर उनका इलाज किया जा रहा था। तीमारदार राकेश कुमार व संजीव ने आरोप लगाते हुए कहा कि चिकित्सकों की ओर से समुचित इलाज सुनिश्चित नहीं किया जा रहा है।
इतना ही नहीं, बेड न मिलने व चिकित्सकों की ओर से भर्ती किए जाने में आनाकानी किस कदर की जा रही है कि शुक्रवार को एक मरीज का इलाज इमरजेंसी वार्ड के बाहर खड़े वाहन में ही किया गया। तीमारदारों का आरोप था कि चिकित्सकों ने यह कहते हुए भर्ती करने से इनकार कर दिया कि अस्पताल में कोई बेड खाली नहीं है। ऐसे में काफी मान मनौव्वल के बाद वाहन में ही मरीज का इलाज किया जा रहा है। उधर, सीएमएस डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि जिला अस्पताल में बेड की कमी है। इसके बावजूद मरीजों का समुचित ढंग से बेहतर इलाज सुनिश्चित हो सके, इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
6- 15 दिन से एंटीजन जांच ठप
अंबेडकरनगर। एक तरफ जिले में कोरोना संक्रमण दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है तो दूसरी तरफ कोरोना की जांच को लेकर लापरवाही बरती जा रही है। जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिला अस्पताल में लगभग एक पखवाड़े से एंटीजन किट समाप्त है, लेकिन उसे उपलब्ध कराने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। एंटीजन जांच ठप होने से लोग अस्पताल से मायूस होकर लौट रहे हैं। इतना ही नहीं, दूसरे राज्यों से ट्रेन से आने वाले यात्रियों की भी एंटीजन जांच अकबरपुर रेलवे स्टेशन पर नहीं हो रही है। मात्र थर्मल स्क्रीनिंग से ही काम चलाया जा रहा है।
जिले में कोरोना की जांच को लेकर पूरी तरह लापरवाही बरती जा रही है। पूर्व की तुलना में मौजूदा समय में जांच का कार्य अत्यंत धीमा हो गया है। एंटीजन जांच तो लगभग 15 दिन से जिले में ठप पड़ी है। मात्र आरटीपीसीआर जांच से ही काम चलाया जा रहा है। हालांकि इस जांच को लेकर भी लापरवाही है। अत्यंत गंभीर मरीजों की ही आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। जिला अस्पताल में लगभग एक पखवाड़े से एंटीजन किट समाप्त हो जाने के चलते एंटीजन जांच का कार्य ठप पड़ा है, तो आरटीपीसीआर जांच भी सीमित कर दी गई है।
नतीजा यह है कि अब जांच के लिए जिला अस्पताल पहुंचने वाले नागरिकों की संख्या भी कम हो गई है। और तो और दूसरे राज्यों से ट्रेन से अकबरपुर आने वाले यात्रियों की अकबरपुर रेलवे स्टेशन पर एंटीजन जांच नहीं हो रही है। मात्र थर्मल स्क्रीनिंग से ही काम चलाया जा रहा है। कोरोना को लेकर बरती जा रही लापरवाही से आम नागरिकों में नाराजगी है। उनका कहना है कि इस प्रकार की लापरवाही से कोरोना पर अंकुश नहीं लगाया जा सकता है। उधर, सीएमएस डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि जिला अस्पताल में एंटीजन किट समाप्त होने के चलते आरटीपीसीआर जांच ही की जा रही है। एंटीजन किट के लिए शासन को पत्र भेजा गया है।
7- जिला पंचायत अध्यक्ष की दौड़ से पहले ही कई दिग्गज धराशायी
अम्बेडकरनगर में जिला पंचायत अध्यक्ष की दौड़ से पहले ही कई दिग्गज धराशाई हो गए। जिन नामों की सर्वाधिक चर्चा थी वे चुनाव ही नहीं जीत पाए जबकि एक प्रबल दावेदार ने पार्टी की अंदरूनी राजनीति से खिन्न होकर जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव लड़ने से ही इंकार कर दिया। ऐसे में अब अचानक से नए नाम उभरकर सामने आ रहे हैं।
41 सदस्यीय जिला पंचायत में अध्यक्ष पद की दौड़ अब और भी रोचक हो चली है। पंचायत चुनाव में जब नामांकन का दौर शुरू नहीं हुआ था तब से ही अध्यक्ष पद को लेकर सरगर्मी बढ़ गयी थी. पिछले चुनाव में पराजित होने वाली बसपा नेत्री शोभावती वर्मा इस बार अध्यक्ष पद की प्रबल दावेदार थीं। पूर्व मंत्री लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती एक बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह भी चुकी हैं। शोभावती की जीत आसान बनाने के लिए पूर्व मंत्री तमाम सीटों पर पसंदीदा उम्मीदवार चाह रहे थे लेकिन ऐसा न हो पाने के बीच शोभवती ने सदस्य पद का चुनाव न लड़ने का ऐलान कर राजनीतिक हलकों में भूचाल सा ला दिया।
एक तरफ जहां तमाम लोग इस फैसले से सन्न रह गए वहीं जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए सदस्य पद का चुनाव लड़ने जा रहे बीजेपी के 2 पूर्व जिलाध्यक्षों की बाछें खिल उठीं। इनमें से एक कपिलदेव वर्मा ने तो नामांकन से ठीक पहले बीजेपी जिलाध्यक्ष की कुर्सी छोड़ने जैसा बड़ा फैसला किया लेकिन उनका दुर्भाग्य यह कि वे रामनगर से सदस्य पद का चुनाव ही नहीं जीत सके। बीजेपी के एक अन्य पूर्व जिलाध्यक्ष शिवनायक वर्मा भी बसखारी से सदस्य पद का चुनाव हारकर अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर हो गए। बसपा की तरफ से अकबरपुर नगर के एक बड़े होटल व्यवसाई के परिवार की महिला नीलम को अध्यक्ष पद के लिए आगे किया गया था। हालांकि वे भी जलालपुर से पराजित हो गईं। ऐसे में चुनाव से पहले तक अध्यक्ष पद के लिए जो भी नाम चर्चा में थे वे सब दौड़ से बाहर हो गए।
सदस्य पद के जो नतीजे आए वह भाजपा के लिए सर्वाधिक सबक देने वाला रहा। सिर्फ 2 सीट उसके हिस्से आई। सपा के हिस्से में 12 तो बसपा के 6 प्रत्याशी ही जीत सके। 19 निर्दलियों ने बाजी मारी तो 2 सीट अन्य के हिस्से में गई। कांग्रेस का उम्मीद के अनुरूप खाता नहीं खुला। अब इन परिणाम के बाद सपा की तरफ से अभी अजीत यादव और अश्विनी यादव का नाम उछलकर सामने आया है जबकि पूर्व मंत्री लालजी वर्मा के अत्यंत करीबी टांडा से जीतकर आए साधू वर्मा ने अध्यक्ष पद पर दावेदारी ठोंक दी है। वे किस पार्टी से लड़ेंगे यह पत्ता अभी नहीं खोला है। भाजपा की तरफ से भीटी से जीतकर आए अमरेंद्र पाल के नाम की चर्चा है। अकबरपुर से निर्दल विजयी हुईं प्रसिद्ध लोक गायिका प्रतिमा यादव का नाम भी अध्यक्ष पद के लिए उछला है। कौन अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेगा यह तस्वीर साफ होने में अभी वक्त लगेगा लेकिन इतना तय है कि जीत की बागडोर निर्दलियों के हाथ मे रहेगी।
जिला पंचायत सदस्यों की सूची
वार्ड 1- अवधेश
वार्ड 2- श्रीकांत कन्नौजिया
वार्ड 3- अशोक
वार्ड 4- पुनीता
वार्ड 5- अजीत यादव
वार्ड 6- प्रीति भाष्कर
वार्ड 7- अश्विनी यादव
वार्ड 8- संतोष कुमार
वार्ड 9- मो. मक्की
वार्ड 10- राजेन्द्र
वार्ड 11- रवींद्र कुमार
वार्ड 12- अंगद
वार्ड 13- श्याम सुंदर
वार्ड 14-किस्मती
वार्ड 15- चतुरा देवी
वार्ड 16- गंगाराम
वार्ड 17-सुनरा
वार्ड 18- श्यामकली
वार्ड 19- रोली वर्मा
वार्ड 20- पवन सिंह
वार्ड 21- रुईना बानो
वार्ड 22- उर्मिला देवी
वार्ड 23- अनीता सिंह
वार्ड 24- उर्मिला
वार्ड 25- अमरेंद्र पाल
वार्ड 26- अजय कुमार
वार्ड 27- प्रतिमा यादव
वार्ड 28- जियाराम
वार्ड 29- सूरज यादव
वार्ड 30-अंजू यादव
वार्ड 31- विवेक कुमार
वार्ड 32- आलोक यादव
वार्ड 33-सरिता गौतम
वार्ड 34-तरन्नुम निशा
वार्ड 35- पुंडरी गौतम
वार्ड 36- कुसुम यादव
वार्ड 37- संगीता
वार्ड 38- माखनलाल
वार्ड 39- राधेश्याम
वार्ड 40- जूली
वार्ड 41-मीना
8- जिला पंचायत सदस्य व 25 बीडीसी व प्रधान हुए भाजपाई
अंबेडकरनगर। पंचायत चुनाव में आशा के अनुरूप प्रदर्शन न कर पाने वाली भाजपा ने शुक्रवार को जबरदस्त वापसी करते हुए अन्य प्रमुख राजनीतिक दलों में हड़कंप मचा दिया। पार्टी ने एक जिला पंचायत सदस्य समेत 25 से अधिक क्षेत्र पंचायत सदस्यों व ग्राम प्रधानों को सदस्यता दिलाने में कामयाबी हासिल कर ली। भाजपा में शामिल होने वालों में एक पूर्व ब्लॉक प्रमुख भी सम्मिलित हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार जल्द ही कई और जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत सदस्य बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर लेंगे।
पंचायत चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन के चलते जब आमतौर पर जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख पद की दौड़ से बाहर माना जाने लगा था, तब इन सबसे बेपरवाह बीजेपी ने शुक्रवार को जबरदस्त ढंग से वापसी की। जिलाध्यक्ष डॉ. मिथिलेश त्रिपाठी ने अन्य वरिष्ठ नेताओं और सक्रिय कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जो रणनीति बनाई, उसका सुखद परिणाम सामने आया।
रामनगर की ब्लॉक प्रमुख रहीं इंद्रावती यादव अपने पति रामधारी यादव के साथ जिला कार्यालय पहुंचीं और भाजपा में शामिल हो गईं। रामधारी इस बार क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने गए हैं। ऐसे में उन्हें बीजेपी की तरफ से रामनगर ब्लॉक प्रमुख पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। इसी तरह जहांगीरगंज ब्लॉक की क्षेत्र पंचायत सदस्य पुष्पा कनौजिया भी शुक्रवार को भाजपा की हमराह हो गईं। उन्हें कमरिया निवासी युवा भाजपा नेता मोनू सिंह का समर्थक माना जाता है। माना जा रहा कि मोनू के नेतृत्व में ही पुष्पा ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़ेंगी।
कटेहरी ब्लॉक के दो क्षेत्र पंचायत सदस्य अनिल वर्मा व मौसम वर्मा भी शुक्रवार को बीजेपी के हमराह हुए। यह दोनों भी ब्लॉक प्रमुख पद के तगड़े दावेदार हैं। भीटी तृतीय से जिला पंचायत सदस्य उर्मिला सिंह, उनकी बहू क्षेत्र पंचायत सदस्य अनीता सिंह तथा पुत्र ग्राम प्रधान अभिषेक उर्फ सिंटू भी भाजपा में शामिल हो गए। इसमें अनीता को भीटी ब्लॉक प्रमुख पद का दावेदार माना जा रहा है। इसके अलावा 20 से अधिक अन्य बीडीसी सदस्य और ग्राम प्रधान भी बीजेपी के साथ हो गए।
जिलाध्यक्ष मिथिलेश त्रिपाठी ने इन सभी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि सेवा के लिए भाजपा में आने का हार्दिक स्वागत है। टिकट पर जुड़े फैसले आम सहमति व शीर्ष नेतृत्व की मंजूरी के आधार पर ही लिए जाएंगे। आलापुर विधायक अनीता कमल ने भाजपा में शामिल होने वाले सभी पंचायत प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें यहां परिवार जैसे माहौल का एहसास होगा। इस मौके पर जिला महामंत्री बाबा रामशब्द यादव, जिला पंचायत सदस्य अमरेंद्र पाल, बाल्मीकि उपाध्याय और अवधेश कमल आदि मौजूद रहे।
9- भाजपा डूबती जहाज,बैठने वाले डूब जाएंगे :हीरालाल
अंबेडकरनगर, 8 मई। भारतीय जनता पार्टी डूबता जहाज है जिसमें सवार होने वाले डूब जाएंगे। यह बात पंचायत चुनाव के परिणाम ने सिद्ध हो चुकी है।पंचायत चुनाव में जनता ने भारतीय जनता पार्टी को सिरे से नकार दिया है। उक्त बातें वरिष्ठ सपा नेता सदस्य विधान परिषद हीरालाल यादव ने रामनगर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में अधिकतर क्षेत्र पंचायत सदस्य ,ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता विजयी हुए हैं जिससे सेमीफाइनल में पार्टी को सफलता अर्जित हुई है और आगामी विधानसभा चुनाव में जनता समाजवादी पार्टी का सहयोग करेगी। भारतीय जनता पार्टी एक डूबता जहाज है जिसमें शामिल होने वाले लोग डूब जाएंगे। हीरालाल यादव ने कहा कि जिले में ब्लाक प्रमुख एवं जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर समाजवादी पार्टी का कब्जा होगा जिसके लिए आवश्यक रणनीति तय की जा रही है। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य अश्विनी यादव सपा नेता मनोज यादव जितेंद्र सिंह हेमंत यादव प्रदीप सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
10-
त्रिस्तरीयपंचायत चुनाव के बाद भीम आर्मी निखिल राव का बढ़ा कद
अंबेडकरनगर जिले मे का वह चेहरा जो हमेशा शोषित मजलूम महिलाओं की हक अधिकार के लिए रात दिन संघर्ष कर्ता है अभी हाल ही में पंचायत चुनाव में जो नतीजे भीम आर्मी वा आजाद समाज पार्टी के आये वो बहुत ही सराहनीय है ।अम्बेडकर नगर में आजाद समाज पार्टी के खाते में भले ही 1 सीट आया हो लेकिन बिरोधी पार्टियों के खेमे मे खलबली मचा कर रख दिया है। जब पंचायत चुनाव के रिजल्ट के बाद निखिल राव से बात किया गया तो निखिल राव ने बताया कि आजाद समाज पार्टी के खाते में 1 सीट बसखारी पश्चिमी वार्ड नंबर 10 से राजेंद्र गौतम ने जनरल सीट पर चुनाव जीत दर्ज किये। और वहीं जिले के पाच सीटों पर दूसरे स्थान और 7 सीटें तीसरे स्थान पर रही जब कि वही बीएसपी बीजेपी को कोसों पीछे छोड़ते हुये। भीम आर्मी अपना परचम अम्बेडकर नगर लहरा रही है। ये सब निखिल राव की लगन मेहनत से सम्भव हो पाया है। आज अगर निखिल राव के बारे में गाँव पूछा जाता है तो लोगों का जो विचार है वो बहुत ही मधुर है निखिल राव शोषित वंचित समाज के एक मजबूत स्तंभ के रूप में निकल कर आ रहे हैं।
11- जिला अस्पताल में दोयम दर्जे के आक्सीजन जनरेटर खरीद का जिम्मेदार आखिर कौन?
अंबेडकर नगर, 8 मई। एक तरफ जहां पूरे देश में ऑक्सीजन गैस के लिए मारामारी हो रही है , सरकार लगातार ऑक्सीजन जनरेटर व ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था कर रही है, लोग आक्सीजन की कमी से दम तोड़ रहे हैं तो वही अंबेडकर नगर के जिला चिकित्सालय में लगभग 8 वर्ष पूर्व लगा ऑक्सीजन जनरेटर कबाड़ बना हुआ है। वित्तीय वर्ष 2012 -13 में जिला अस्पताल में लगवाए गए इस ऑक्सीजन जनरेटर से पूरे अस्पताल में भर्ती मरीजों को पाइप लाइन के जरिए ऑक्सीजन की आपूर्ति किए जाने की व्यवस्था की गई थी। इस पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाए गए थे लेकिन आज यह सब कुछ केवल दिखावे की वस्तु बन चुका है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक जब से यह जनरेटर लगाया गया है तथा उसके साथ ही पूरे अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए पाइप लाइनों का जाल बिछाया गया है तब से शायद ही कभी ऐसा कोई दिन रहा हो जब इस जनरेटर से लोगों को ऑक्सीजन मिल सका हो। प्रश्न यह उठता है कि करोड़ों रुपए की बर्बादी करने का जिम्मेदार कौन है ? उल्लेखनीय है कि 2012-"13 में जिला अस्पताल परिसर में लगभग 70 लाख रुपए की लागत से ऑक्सीजन जनरेटर की स्थापना की गई थी । तत्कालीन मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर आर के पटेल द्वारा इस आक्सीजन जनरेटर को लगवाने के लिए निविदा आमंत्रित किये जाने की बात बताई जाती है। सूत्रों की माने तो उसी दौरान जनरेटर की खरीद में जमकर कमीशन बाजी की गई तथा ताइवान की एक कंपनी से जनरेटर की आपूर्ति कराकर उसे स्थापित करा दिया गया। जनरेटर लगाने के कुछ ही समय बाद से उससे ऑक्सीजन की आपूर्ति ठप हो गई। बीच-बीच में कई बार उसे बनवाने का भी प्रयास किया गया लेकिन वह भी प्रभावी नहीं रहा । बीते लगभग 5 साल से इस जनरेटर से कभी भी ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो सकी । लाखों रुपए पानी की तरह बहा दिए जाने के बावजूद जिला अस्पताल में लगातार बाराबंकी अथवा अन्य स्थानों से ऑक्सीजन गैस मंगवा कर काम चलाया जाता रहा है । बताया जाता है कि अस्पताल परिसर में जो आक्सीजन जनरेटर लगाया गया है वह ताइवान की कंपनी का बना हुआ है जो काफी समय पहले ही बंद हो चुकी है। इस कारण से इसके सामान मिलना संभव नहीं हो पा रहा है। प्रश्न यह उठता है कि आखिर एक गैर जिम्मेदाराना कंपनी से लाखों रुपए की कीमत का जनरेटर क्रय करने का जिम्मेदार कौन है । अब तक उसके विरुद्ध कार्यवाही की कोशिश क्यों नहीं की गई ? सूत्रों के अनुसार किसी भी इलेक्ट्रॉनिक मशीन की औसत उम्र कम से कम 10 साल होती है । 10 साल के उपरांत ही टेक्नोलॉजिस्ट उसे सही अथवा गलत घोषित कर सकता है लेकिन यहां तो लगाने के बाद से यह ही यह ऑक्सीजन प्लांट शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। मौजूदा दौर में जब ऑक्सीजन के लिए हर जगह त्राहि-त्राहि मची है इस आक्सीजन जनरेटर की याद पुनः ताजा हो रही है तथा साथ ही यह मांग भी उठने लगी है की घटिया दर्जे की खरीद करने वालों के विरुद्ध हर हाल में कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। इस संबंध में जब मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर ओम प्रकाश से जानकारी ली गई तो उन्होंने भी स्वीकार किया कि जिस कंपनी से जनरेटर को क्रय किया गया था वह बंद हो चुकी है जिसके कारण इसके सामान नहीं मिल पा रहे हैं। जनरेटर को बनवाने के कई बार प्रयास किए गए लेकिन उसमें सफलता नहीं मिल सकी है।
12- पूर्व विधायक अभय सिंह के जल्द स्वस्थ होने के लिए समर्थकों ने किया हवन यज्ञ
शेरवाघाट । महबूबगंज श्री श्रृंगी ऋषि आश्रम । जब विधानसभा क्षेत्र में ये बात फैली कि हर दिल अजीज, युवा दिलों कि धड़कन, गरीब और मजलूमों के हर दिल अजीज अभय सिंह जी की कॉरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है, तो मानो समर्थकों के चेहरे सूख गए। सभी लोग भगवान से बस यही कामना करने लगे, कि जल्द से जल्द उनके प्रिय विधायक का स्वास्थ्य ठीक कर दे! हालांकि कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही समझदारी व समाज के प्रति जागरूकता दिखाते हुए अभय सिंह ने परिवार समेत खुद को घर में ही आइसोलेट कर लिया व सारी सावधानियां बरतने लगे।
जब क्षेत्र में ये बात फैली तो सारे समर्थक उनके स्वास्थ्य कि कामना करने लगे।
आज सुबह वरिष्ठ समाज सेवक सुभाष सिंह और मया प्रथम से नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य माननीय सोनू पहलवान, मया तृतीय सें नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य माननीय मनोज वर्मा,रामबचन सैनी, गया जीत यादव भानु यादव फैजान भाई सुरेश यादव अमित यादव अंकुर सिंह बबलू पहलवान धर्मेंद्र यादव विदुर यादव मनोज पहलवान
आदि ने उनके जल्द स्वस्थ होने कि कामना करते हुए हवन किया। सभी देवी देवताओं कि आहुतियों के साथ ही जयघोष किया। वहां मौजूद सभी लोग अपने हर दिल अजीज, युवा दिलो कि धड़कन माननीय अभय सिंह के जल्द स्वस्थ होने कि कामना कर रहे थे।
13- लॉकडाउन की सख्ती से पालन कराने के लिए खाकी सड़क पर उतरी
टांडा (अम्बेडकरनगर ) टांडा में खाकी सड़क पर उतरी तो बड़े से बड़ो की हवा निकल गयी। पुलिस ने पूरे नगर की बीडियोंग्राफी की तथा आने जाने वालो का चलान काटा। पुलिस की आक्रामक कार्रवाई से पूरे नगर में हड़कम्प का माहौल रहा ।
कोरोना कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने के उद्देश्य से क्षेत्राधिकारी संतोष कुमार के नेतृत्व में कोतवाल अन्य पुलिस बल के साथ नगर क्षेत्र में चेकिंग अभियान चला कर अनावश्यक रूप से घूमने वालों पर शिकंजा कसा। सड़क पर घूमने वालो तथा दुकान खोलने वालो पर के विरूद्ध चलान काट और जुर्माना वसूला ।
टाण्डा नगर क्षेत्र के कई प्रमुख चौराहों, सड़कों व गलियों में सीओ, टांडा कोतवाल तथा अलीगंज थानाध्यक्ष यशवन्त यादव ने लगातार गश्त कर लोगों को चेतावनी दिया कि बहुत जरूरी कार्य ना हो घरों से ना निकले अन्यथा सख्त कार्यवाही होगी।
कहाकि कोरोना की दूसरी लहर काफी खतरनाक है और इस महामारी की चपेट में आने से सैकड़ों लोगों ने अपनी जान से हाथ धो दिया है। कोविड-19 की दूसरी लहर की चैन को तोड़ने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने 10 मई की सुबह 7 बजे तक कोरोना कर्फ्यू (लॉक डाउन) का एलान किया है।
खतरनाक महामारी को नज़र अंदाज़ कर लोग अपने जीवन के साथ साथ अन्य लोगों के जीवन से भी खिलवाड़ करते हुए घरों से बिना कार्य के निकल रहे हैं। शिकायत के बाद प्रशासन ने विशेष अभियान शुरू किया जिससे हड़कंप मच गया।
टाण्डा कोतवाली निरीक्षक संजय कुमार पाण्डेय व अलीगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर यशवंत यादव भी पूरे लाव लश्कर के साथ सड़कों और गस्त कर लोगों से कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराते नज़र आए।प्रशासन की शख्ति से हड़कम्प का माहौल रहा । नगर मे अनावश्यक घूमने वाले इधर-उधर भागते दिखे।
14--समाजसेवी इंद्रजीत कुमार यादव के सराहनीय कार्य से समाज के लोगों ने की प्रशंसा
अम्बेकरनगर जिले के तहसील आलापुर क्षेत्र के अंतर्गत रन्नापुर गांव निवासी समाजसेवी इंद्रजीत यादव ने अपने कार्यों के माध्यम से समाज में जगाई एक अलख। आपको बता दें कि इंद्रजीत कुमार यादव मृदुभाषी सरल स्वभाव के व्यक्ति हैं और हर गरीब आशाओं की मदद के लिए उनके सेवा में सदैव तत्पर रहते हैं कम उम्र से ही समाज सेवा का बीड़ा उठाए इंद्रजीत कुमार यादव ने तमाम किए सराहनीय कार्य। आम जनमानस की धीरे धीरे आवाज बन रहे इंद्रजीत कुमार यादव। हर गरीब असहाय के घर पहुंचकर करते हैं यथासंभव मदद। और करते हैं जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन। समाजसेवी इंद्रजीत कुमार यादव वर्तमान में विकासखंड रामनगर के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय चंदनपुर में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत हैं। प्राथमिक विद्यालय चंदनपुर में भी अपने व्यक्तिगत मद से विद्यालय की रौनक बढ़ाएं हैं और माता सरस्वती की भव्य प्रतिमा रखकर मंदिर का निर्माण भी किए हैं और हर बसंत पंचमी को विधि विधान के साथ हवन पूजन करते हैं और जहां पर विद्यालय है सभी गांव वालों को प्रसाद स्वरुप भोजन भी कराते हैं और वस्त्र भी वितरण करते हैं।इनके कार्यों से खुश होकर ग्राम वासियों ने विद्यालय पहुंचकर इसके पूर्व में भी कई बार दे चुके हैं लोग बधाई। गांव वालों का कहना है कि ऐसे समाजसेवी के माध्यम से हमारे विद्यालय का हो रहा है भरपूर विकास और यहां के बच्चों को अच्छे संस्कार व सीख के माध्यम से आगे बढ़ने की प्रेरणा मिल रही है। प्रधानाचार्य इंद्रजीत कुमार यादव का खंड शिक्षा अधिकारी रामनगर श्रवण कुमार यादव भी कर चुके हैं कई बार प्रशंसा। आपको बताते चलें कि समाजसेवी इंद्रजीत कुमार यादव विद्यालय से घर आने के बाद वह घर पर आकर सभी गरीब असहाय का हाल चाल लेते रहते हैं और यथासंभव हमेशा मदद भी करते हैं। प्रधानाचार्य इंद्रजीत यादव ने अपने कार्यों के माध्यम से समाज में अपनी एक अलग पहचान बना लिए हैं।
15- अजीत कुमार यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए ठोकी ताल
अंबेडकरनगर जिले के तहसील आलापुर क्षेत्र के रामनगर उत्तरी से सभी सियासी दलों को मात देते हुए बड़े अंतर से चुनाव जीते अजीत कुमार यादव ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए ठोकी अपनी ताल। प्रबल दावेदार हैं वर्तमान में सपा नेता अजीत कुमार यादव। आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के काफी करीबी माने जाते हैं सपा नेता अजीत कुमार यादव। इसके पूर्व में भी रामनगर उत्तरी से जिला पंचायत सदस्य पद पर कार्यरत होकर कर चुके हैं क्षेत्र का चौमुखी विकास व समाजवादी पार्टी के नेतृत्व में अंबेडकर नगर जनपद से पूर्व जिला उपाध्यक्ष के पद पर भी रहकर कर चुके हैं अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन। अंबेडकरनगर में सरल स्वभाव और मृदुभाषी हैं अजीत कुमार यादव। युवाओं में एक अच्छी पैठ मानी जाती है अजीत कुमार यादव की। समाज में एक अलग है पहचान सपा नेता अजीत कुमार यादव।रामनगर उत्तरी से चुनाव जीते अजीत कुमार यादव कर्मठ इमानदार के साथ-साथ काफी जुझारू व्यक्ति हैं सपा नेता। अजीत कुमार यादव जब चुनाव का सघन अभियान संपर्क शुरू किए तब वहां की जनता को देखने के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे अजीत कुमार यादव ही नहीं बल्कि वहां की आम जनता ही लड़ रही है चुनाव। चुनाव जीतने के बाद अजीत कुमार यादव ने सभी सम्मानित जनता का जताया आभार व कहा आप के विश्वास पर खरा उतरने का करूंगा पूरा भरपूर प्रयास और करूंगा क्षेत्र का चौमुखी विकास इस मौके पर समाजवादी पार्टी के तमाम पदाधिकारियों कार्यकर्तागण व समाजसेवी मौजूद रहे।
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