पश्चिम बंगाल मे महिलाओं के साथ हुए अनुचित एवं असभ्य व्यवहार के खिलाफ कार्यवाही को लेकर नारी शक्ति संस्थान ने जिलाधिकारी के माध्यम से गृह मंत्री को दिया ज्ञापन
आजमगढ़। नारी शक्ति संस्थान की सचिव डा पूनम तिवारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिलकर गृहमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमे पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ हो रहे। अनुचित एवं असभ्य व्यवहार के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की गई। इस दौरान नारी शक्ति ने पश्चिम बंगाल की स्थिति भारतीय संविधान की धज्जियां उड़ाने वाली और तालिबानी शासन जैसा बताया।
सौंपे गए ज्ञापन में संस्थान सचिव डा पूनम तिवारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली, कूचबिहार और उत्तर दिनाज़पुर (चोपरा) में हुई घटना से नारी शक्ति संस्थान अत्यंत व्यथित है। पश्चिम बंगाल में दिन-प्रतिदिन महिलाओं की बिगड़ती हुई स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। ऐसा मालूम हो रहा है कि पश्चिम बंगाल में कानून और व्यवस्था केवल शब्दकोष तक सिमटकर रह गयी है। संदेशखाली, कूचबिहार और उत्तर दिनाज़पुर (चोपरा) की घटना सभ्य समाज का मस्तक लज्जा से झुका देनेवाली हैं। निरीह, निरपराध नागरिकों का और विशेषतः महिलाओं का शोषण और दर्दनाक उत्पीड़न सर्वथा निंदनीय है।
संरक्षक सुधा तिवारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल में एक महिला मुख्यमंत्री के होते हुए भी महिलाओं के साथ हो रहे अन्याय, अत्याचार और अपमान से हम सब महिलाएं अत्यंत व्यथित हैं मांग करते है कि इस पूरे मामलें में गृहमंत्री हस्तक्षेप करे तथा घटना की न्यायिक जाँच करवायें और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए, पीड़ित महिलाओं के शारीरिक और मानसिक उपचार और उनके पुनर्वसन की प्रभावी व्यवस्था की जाए।
इस अवसर पर सचिव डॉ पूनम तिवारी,रश्मि डालमियां,पूनम यशपाल सिंह आदि महिलाएं उपस्थित रहीं।
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