ईएच की 38 मूल दवाओं से 150 से ज्यादा बीमारियों पर फार्मूले बनाने के प्रो हरविंदर अटवाल ने दिए टिप्स
•इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक काउंट सीजर मैटी का मनाया गया जन्मदिन,
• इलेक्ट्रो होम्योपैथी फाउंडेशन की ओर से एक दिवसीय सीएमई का आयोजन
बठिंडा, 6 जनवरी |इलेक्ट्रो होम्योपैथी फाउंडेशन, पंजाब की ओर से इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के जनक काउंट सीजर मैटी के 215वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में शनिवार को एक दिवसीय सीएमई का बठिंडा में आयोजन किया गया। इस में इलेक्ट्रो होम्योपैथी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. परमिंदर पांडेय मुंबई से खास तौर पर पहुंचें। इसके अलावा ईएचएफ के नेशनल एडवाइजर और दिल्ली के प्रधान डॉ. कैप्टन महेंद्र पाल सिंह पुज्जी, अंग्रेज सिंह फौजी, डॉ. आरपी सिंह उत्तराखंड, इंडस्ट्रीयल ग्रोथ सेंटर के प्रधान राम प्रकाश जिन्दल, एडीए हरप्रीत सिंह, डॉ धरमिंदर पाल, डॉ बलजीत सिंह जीरा, डॉ आत्मा सिंह लुधियाना वाले, डा रविंदर सिंह, डॉ अजय धालीवाल, डा बलजीत सिंह राणा, डॉ राजविंदर सिंह, डॉ पवनदीप कौर, डॉ गुरप्रीत सिंह, डॉ अजायब सिंह, डॉ जसप्रीत सिंह, केके छाबड़ा, डॉ हरिदत्त जोशी, डॉ सुनंदा चौहान आदि उपस्थित रहे। इस मौके देश की इलेक्ट्रो होम्योपैथी दवाईयों बड़ी कंपनियों में शुमार अलकेमी, बठिंडा के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. प्रो. हरविंदर सिंह अटवाल ( इलेक्ट्रो होम्योपैथी फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) के नेतृत्व में केक काट इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा के पितामह काउंट सीजर मैटी का जन्म दिवस मनाया गया। मैटी 11 जनवरी 1809 में इटली में पैदा हुए थे। प्रो हरविंदर सिंह ने कहा कि इलेक्ट्रो होम्योपैथी से लाइलाज बीमारियों का इलाज संभव है। बाकायदा केंद्रीय परिवार कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में बनी आईडीसी को इस बाबत कनीलीक्ल एवीडेंस सहित रिपोर्ट सबमिट की है। सैकड़ों मरीजों की केस हिस्ट्री इस बात का सुबूत हैं। उन्होंने इस मौके इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति की 38 मूल दवाओं से 150 से ज्यादा बीमारियों पर फार्मूले बनाने के टिप्स भी दिए।उक्त जानकारी ईएचएफ के नेशनल मीडिया कोआर्डिनेटर डॉ ऋतेश श्रीवास्तव ने दी।
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