SIKKIM FLOOD: सिक्किम में बादल फटने से मची भारी तबाही, कई सड़के और पुल टूटे, स्कूल हुए बंद
Sikkim Flood: तीस्ता नदी की बाढ़ से उत्पन्न अभूतपूर्व आपातकालीन स्थिति को देखते हुए राज्य के शिक्षा विभाग ने निजी और सरकारी दोनों स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। आधिकारिक आदेश के अनुसार, पाकयोग, गंगटोक, नामची और मंगन जिलों में स्कूल 8 अक्टूबर तक बंद रहेंगे।
सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से तीस्ता नदी बेसिन में अचानक बाढ़ आ गई जो अंततः एक घातक आपदा में बदल गई। अधिकारियों ने यह भी कहा कि अचानक वृद्धि का प्राथमिक कारण अत्यधिक वर्षा और उत्तरी सिक्किम में दक्षिण लोह्नक झील में ग्लेशियल झील के फटने से आई बाढ़ का संयोजन हो सकता है।
बाढ़ में लापता हुए 23सेना के जवान
सिक्किम में बादल फटने के बाद बुधवार को सिक्किम की ल्होनक झील के ऊपर भारतीय सेना के कुल 23 जवान लापता हो गए। लापता बताए गए 23 सैन्यकर्मियों में से एक को बचा लिया गया है। बादल फटने से लाचेन घाटी में तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। मुगुथांग में बाढ़ के कारण डिकचू और टूंग में दो पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। BRO, कर्मयोगियों ने क्षेत्र से स्थानीय लोगों को बचाया और सरकार ने कई राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां सैकड़ों लोग शरण ले रहे हैं।
बाढ़ का पानी नीचे इलाकों में 15-20फीट ऊंचाई तक बढ़ा
दरअसल तीस्ता नदी के ऊपर अचानक बादल फट गया। जिसके बाद चुंगथांग बांध से पानी छोड़े जाने की वजह से नीचे के इलाकों में भी 15-20फीट की ऊंचाई तक जल स्तर अचानक बढ़ गया। इसके चलते सिंगतम के पास बारदांग में खड़े सेना के वाहन डूब गए। इसके अलावा 23सैन्य जवानों के भी लापता होने की खबर है।
वहीं सिक्किम में तीस्ता नदी का जल स्तर बढ़ने के चलते हाई अलर्ट जारी किया गया है।जलपाईगुड़ी प्रशासन ने तीस्ता नदी के निचले क्षेत्रों को खाली कराना शुरू कर दिया है। सभी को सतर्क रहने और नदी के किनारे यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
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