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खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022  में 21 खेलों में देश के 200 विश्वविद्यालयों के 4,705 खिलाड़ी करेंगे प्रतिभाग

लखनऊ: उत्त्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ  ने कहा है कि विगत 09 वर्षों में सभी ने भारत को प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए तथा देश के बारे में दुनिया की धारणा को बदलते हुए देखा है। भारत के प्रत्येक नागरिक के मन में नया विश्वास उत्पन्न हुआ है। खेलों के प्रति लोगों की धारणा बदली है। परिवार के सदस्य बच्चों को खेल के लिए प्रोत्साहित करते हैं। खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स इसी बदली धारणा और नये विश्वास का नया प्रतीक है।

मुख्यमंत्री  आज यहां केन्द्रीय युवा मामले तथा खेल मंत्री  अनुराग सिंह ठाकुर के साथ ‘खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022’ के ‘लोगो’, एंथम, जर्सी, मैस्कॉट तथा मशाल को लॉन्च करने के बाद इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। मुख्यमंत्री  की उपस्थिति मंे मंच पर ‘खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022’ की मशाल को प्रज्ज्वलित किया गया। मुख्यमंत्री जी तथा केन्द्रीय युवा मामले तथा खेल मंत्री ने मशाल रिले को झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह मशाल रिले प्रदेश के सभी जनपदों में जाएगी।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की सर्वाधिक आबादी वाला राज्य है। स्वाभाविक रूप से प्रदेश में होने वाला कोई भी आयोजन अपने आप बड़ा हो जाता है। भारत सरकार द्वारा खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स के तृतीय संस्करण के आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश का चयन किया गया है। यह अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होगा। 200 विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं इस आयोजन में भागीदार बन रहे हैं। इसके माध्यम से उत्तर प्रदेश को जानने, सीखने तथा समझने का एक अवसर उन्हें प्राप्त होगा। साथ ही, उत्तर प्रदेश को देश के 200 विश्वविद्यालयों से आने वाले इन युवा अतिथियों के स्वागत का भी अवसर प्राप्त होगा। उत्तर प्रदेश की पूरी टीम इसके लिए तैयार है। मुख्यमंत्री  ने खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 में भारत सरकार और सभी राज्यों को इन खेलों में भागीदार बनने तथा अपना मार्गदर्शन प्रदेश को देने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार उनके स्वागत के लिए उत्सुकता से तैयार है। यह खेल की गतिविधियों को युवाओं तक पहुंचाने में मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि भारतीय मनीषा ने सदैव कहा है कि ‘शरीरमाद्यं खलु धर्म साधनम्’ अर्थात धर्म के जितने भी साधन हैं, वह सभी स्वस्थ शरीर से ही सम्भव हो सकते हैं। स्वस्थ शरीर उसी को प्राप्त होगा, जो नियम, संयम तथा अनुशासन से रहता होगा। खेल और खेलकूद की गतिविधियों से व्यक्ति न केवल स्वस्थ रह सकता है, बल्कि समाज तथा अपने राष्ट्र को भी सशक्त कर सकता है। ‘खेलो इण्डिया’ तथा ‘फिट इण्डिया मूवमेन्ट’ इसी श्रृंखला के हिस्से हैं। आज प्रदेश में गांव से लेकर जनपद स्तर तक सांसद खेल प्रतियोगिता का भव्य तरीके से आयोजन हो रहा है। जनपद स्तर पर हमारे पास खिलाड़ियों की बड़ी टीम बनी है। ग्रामीण क्षेत्रों के बालक एवं बालिकाएं इन आयोजनों से जुड़ रहे हैं। मुख्यमंत्री  ने केन्द्रीय युवा मामले तथा खेल मंत्री का इस अभियान को गति देने के लिए आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को जमीनी धरातल पर प्रभावी रूप से उतार रहा है। इसके लिए राज्य सरकार ने अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ किए हैं। हर जनपद में एक स्टेडियम के निर्माण की कार्यवाही को आगे बढ़ाया गया है। ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम के निर्माण की कार्यवाही भी प्रारम्भ हुई है। 58 हजार ग्राम पंचायतों में खेल के मैदान के निर्माण को नई गति मिली है। खेल के मैदान के साथ ही ओपन जिम का निर्माण कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है। खिलाड़ियों तथा खेल गतिविधियों को बढ़ाने के लिए युवा कल्याण विभाग द्वारा युवक मंगल दल तथा महिला मंगल दल को प्रोत्साहित करने के बड़े कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया है। प्रदेश के 85 हजार युवक और महिला मंगल दलों में से अब तक 65 हजार युवक और महिला मंगल दल को स्पोटर््स किट उपलब्ध करायी जा चुकी है। शेष 20 हजार युवक और महिला मंगल दलों को अगले वर्ष तक स्पोर्ट्स किट उपलब्ध करा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री  ने कहा कि खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए जनपद मेरठ में प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय की स्थापना मेजर ध्यानचन्द के नाम पर की जा रही है। जनपद मेरठ में उत्तर प्रदेश सरकार की ‘एक जनपद एक उत्पाद योजना’ के अन्तर्गत स्पोर्ट्स के सामान के उत्पादन को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय युवा मामले तथा खेल मंत्री  अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री  द्वारा शुरू किये गये खेलो इण्डिया खेलो कार्यक्रम के माध्यम से खिलाड़ियों को तलाशने और तराशने का कार्य किया गया है। इन खिलाड़ियों ने देश के लिए मेडल जीतने का काम किया है। उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री  तथा मुख्यमंत्री  का प्रदेश है। राज्य में खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स का अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश इस आयोजन के लिए पूरी तरह सक्षम है। मुख्यमंत्री  के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की छवि तेजी के साथ बदली है। कभी यह राज्य दंगों के लिए जाना जाता था, अब यह राज्य पहलवानों तथा खिलाड़ियों के दंगल के लिए जाना जाएगा। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश देश को सर्वाधिक मेडल देने वाला राज्य बनेगा। मुख्यमंत्री  ने राज्य में खेलों के विकास के लिए आधारभूत ढांचा खड़ा करने तथा खेल भावना को बढ़ावा देने का काम किया है। उत्तर प्रदेश खेलों का केन्द्र बन रहा है। आज यहां खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 के ‘लोगो’, मैस्कॉट, जर्सी, एंथम तथा मशाल की लॉन्चिंग का भव्य कार्यक्रम हो रहा है। इन खेलों का आयोजन भी बहुत भव्य होगा। देश भर में 01 हजार खेलो इण्डिया सेन्टर बनाने जा रहे हैं। 15 अगस्त, 2023 से पूर्व उत्तर प्रदेश के हर जिले में कम से कम एक खेलो इण्डिया सेन्टर बनकर तैयार हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  गिरीश चन्द्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री  के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश बन रहा है। उत्तर प्रदेश के लिए यह हर्ष का विषय है कि खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 के तीसरे संस्करण का आयोजन राज्य के चार जनपदों तथा दिल्ली में हो रहा है। मुख्यमंत्री की प्रेरणा से प्रदेश में नई खेल नीति का निर्माण किया गया है। इसके माध्यम से प्रदेश में खेल इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा खेल सुविधाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है।
ज्ञातव्य है कि खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 के तीसरे संस्करण का आयोजन उत्तर प्रदेश के चार जनपदों लखनऊ, वाराणसी, गौतमबुद्धनगर एवं गोरखपुर तथा दिल्ली में 25 मई से 03 जून, 2023 तक किया जा रहा है। इनमें 21 खेलों में देश के 200 विश्वविद्यालयों के 4,705 खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगे। खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 के ‘लोगो’ में नए भारत के नए उत्तर प्रदेश के प्रतिरूप को दर्शाया गया है। इसमंे धार्मिक परम्पराओं के साथ-साथ विकास की ऊर्जा का भी मेल है। इन खेलों का ‘एंथम’- ‘खेलो इण्डिया-हर दिल मंे देश’ उत्तर प्रदेश की नई छवि को दर्शाता है। इस एंथम में युवाओं की महत्वाकांक्षाओं और सपनों का

उल्लेख है। खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 के ऑफिशियल ‘मैस्कॉट’ को ‘जीतू’ का नाम दिया गया है। यह उत्तर प्रदेश का राज्य पशु बारहसिंघा है। यह ‘कौशल, नीति और धैर्य’ का प्रतीक है। साथ ही, राज्य पक्षी सारस खिलाड़ियों के कभी न हार मानने वाले जज्बे और लगन को दर्शाता है। खेलो इण्डिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2022 की मशाल ‘शक्ति’ पर उत्तर प्रदेश के भव्य इतिहास और वर्तमान को दर्शाने वाले प्रतीक अंकित हैं।
इस अवसर पर परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  दया शंकर सिंह, अपर मुख्य सचिव खेल एवं युवा कल्याण  नवनीत सहगल, लखनऊ की मण्डलायुक्त  रोशन जैकब, खेल निदेशक  आर0पी0 सिंह, भारत सरकार व राज्य सरकार के खेल विभाग के अधिकारीगण, 200 विश्वविद्यालयांे के प्रतिनिधिगण तथा खिलाड़ी उपस्थित थे।


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