मुख्यमंत्री ने 76वें स्वतंत्रता दिवस पर विधान भवन के समक्ष किया ध्वजारोहण
लखनऊ: 15 अगस्त, 2022उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज का अवसर हमारे लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। पूरा देश आजादी के 75 वर्षों की यात्रा का साक्षी बन रहा है। इन 75 वर्षों के आत्मावलोकन का सौभाग्य सभी को प्राप्त हो रहा है। देश ने इन वर्षों में एक लम्बी यात्रा तय की है। यह अवसर हमें नए संकल्पों के साथ अमृतकाल की नई कार्ययोजना के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान कर रहा है। उन्होंने देश की आजादी को अक्षुण्ण रखने के लिए आजादी की लड़ाई को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए अपना मार्गदर्शन प्रदान करने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा उन सभी ज्ञात-अज्ञात अमर सेनानियों तथा वीर सपूतों, जिन्होंने देश की आजादी की लड़ाई में सर्वस्व न्योछावर करते हुए अपना बलिदान दिया, को स्मरण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज यहां विधान भवन के समक्ष ध्वजारोहण करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम से आमजन को जोड़कर इसे एक राष्ट्रीय उत्सव बनाया है। इसके अन्तर्गत विगत 05 दिनों से विभिन्न कार्यक्रमों से जुड़ने का हम सबको अवसर प्राप्त हुआ है। 11 से 17 अगस्त, 2022 तक स्वतंत्रता सप्ताह, हर घर तिरंगा कार्यक्रम तथा कल विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर देश में मौन पैदल यात्रा के माध्यम से उस त्रासदी को स्मरण करने के कार्यक्रमों से सभी जुड़े हैं। हर घर तिरंगा कार्यक्रम के माध्यम से 135 करोड़ भारतवासी ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करते हुए आन-बान और शान के प्रति तिरंगे को हर घर, सरकारी, गैर सरकारी कार्यालयों तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर फहराते दिखाई दे रहें है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समस्त कार्यक्रम हम सभी को अपने अतीत की गौरवशाली विरासत से जोड़ते हैं। प्रत्येक भारतवासी को इस पर गर्व की अनुभूति करनी चाहिए। उन्हें आज स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, वीरता पुरस्कार से अलंकृत भारत के वीर सैनिकों व उनके परिजनों तथा पद्म पुरस्कारों से अलंकृत प्रदेश की विभूतियों को सम्मानित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि आज का सुहावना मौसम इस बात की गवाही दे रहा है कि प्रकृति परमात्मा के साथ मिलकर हमें आशीर्वाद प्रदान कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत ढाई वर्षाें से हमने सदी की सबसे बड़ी महामारी का सामना किया है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने जिस जज्बे के साथ कोरोना महामारी का सामना किया, उसे दुनिया ने सराहा। उत्तर प्रदेश की जनता ने भी आत्मानुशासन के साथ अपना पूरा सहयोग राज्य सरकार के कार्यक्रमों के साथ जुड़कर दिया। ट्रैक, ट्रेस, ट्रीट तथा टीकाकरण के कार्यक्रमों द्वारा किये गये सामूहिक प्रयासों के परिणाम हमें देखने को मिल रहे हैं। उत्तर प्रदेश ने देश को कोविड काल खण्ड में अनेक मॉडल दिये। आज उत्तर प्रदेश सर्वाधिक टेस्ट, सर्वाधिक टीकाकरण करने के साथ ही सर्वाधिक लोगों को निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने वाला राज्य भी है। यह सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश होने के बावजूद सभी जनपदों में कोविड-19 के आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराने वाला राज्य भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 में उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब कोई सरकार 05 वर्ष का अपना सफल कार्यकाल पूरा करने के बाद लगातार दूसरी बार निर्वाचित होकर आयी। यह 37 वर्षाें के बाद देखने को मिला है। यह भी उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार हुआ कि कोई मुख्यमंत्री 05 वर्ष का कार्यकाल सफलतापूर्वक, बिना डिगे, बिना रुके पूरा करने के बाद पुनः शपथ ग्रहण कर प्रदेश की जनता की सेवा के लिए कार्य कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने देश को ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास एवं सबका प्रयास’ का मंत्र दिया है। इस मंत्र को अंगीकार करते हुए राज्य सरकार ने प्रदेश में सर्वसमावेशी, सर्वस्पर्शी एवं समग्र विकास के लिए कार्ययोजना को मजबूती के साथ आगे बढ़ाया है, आज उसके परिणाम हमारे सामने हैं। सेवा, सुरक्षा, सुशासन हमारी प्राथमिकता है। ‘ईज़ ऑफ लिविंग’ डबल इंजन की सरकार की विभिन्न योजनाओं का केन्द्र बिन्दु है। प्रदेश में 02 करोड़ 61 लाख से अधिक परिवारों को व्यक्तिगत शौचालय की सुविधा देना, 43 लाख गरीबों को सिर ढकने के लिए एक-एक आवास उपलब्ध कराना, 01 करोड़ 50 लाख से अधिक परिवारों को विद्युत के निःशुल्क कनेक्शन प्रदान करना, कोरोना काल खण्ड में 15 करोड़ गरीबों को निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराना, 10 करोड़ गरीबों को आयुष्मान भारत अथवा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से स्वास्थ्य बीमा का कवर उपलब्ध कराना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के माध्यम से 01 करोड़ 70 लाख परिवारों को निःशुल्क कनेक्शन उपलब्ध कराने जैसे कार्य सफलतापूर्वक लागू किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुदृढ़ कानून-व्यवस्था के माध्यम से विकासपरक माहौल बनाकर सेक्टरवार आकर्षक नीतियों तथा भरोसेमन्द अवस्थापना सुविधाओं की उपलब्धता के कारण प्रदेश, देश व दुनिया में निवेश के ‘ड्रीम डेस्टिनेशन’ के रूप में उभरा है। राज्य सरकार के नियोजित प्रयासों के परिणामस्वरूप ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में, प्रदेश देश के अग्रणी प्रदेशों में है। 2015-16 में ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में उत्तर प्रदेश 14वें स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचा है। विगत 05 वर्षाें में प्रदेश की जी0डी0पी0 तथा प्रति व्यक्ति आय को लगभग दोगुनी करने में हमें सफलता प्राप्त हुई है।
प्रधानमंत्री ने देश की अर्थव्यवस्था को 05 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाते हुए आने वाले समय में भारत को महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का संकल्प लिया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रदेश ने भी आगामी 05 वर्षाें की अपनी कार्ययोजना के माध्यम से राज्य की अर्थव्यवस्था को 04 गुना अर्थात 01 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के एक वृहद लक्ष्य को लेकर कार्य करना प्रारम्भ कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को 01 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए सभी विभागों को 10 सेक्टर-कृषि उत्पादन, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, सामाजिक सुरक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगरीय विकास, ग्राम्य विकास, पर्यटन एवं संस्कृति, शिक्षा, राजस्व संग्रह तथा सुरक्षा एवं विविध सेक्टरों में समायोजित करते हुए कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। देश और प्रदेश में खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भरता प्राप्त की है। विगत 05 वर्षाें में अन्नदाता किसान के हितों के लिए डबल इंजन की सरकार ने अनेक कार्यक्रम चलाये हैं। डी0बी0टी0 के माध्यम से अन्नदाता किसानों के खातों में 3.5 लाख करोड़ रुपये अन्तरित किये गये हैं। खेती की लागत कम करने, उत्पादन बढ़ाने तथा फर्टिलाइजर, केमिकल व पेस्टिसाइड के उपयोग को कम करने के लिए इसे प्राकृतिक खेती के साथ जोड़ा जा रहा है। प्रथम चरण में प्रदेश के पवित्र गंगा जी के तटवर्ती 27 जनपदों, बुन्देलखण्ड के 07 जनपदों में प्राकृतिक खेती की कार्ययोजना को राज्य सरकार द्वारा केन्द्र सरकार के साथ मिलकर लागू किया जा रहा है। प्रदेश के किसानों द्वारा किये जाने वाले उत्पादन में आने वाले समय में चार गुना वृद्धि के लक्ष्य की कार्ययोजना को आगे बढ़ाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती के लिए गोवंश की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए गोवंश संरक्षण के लिए सरकार ने कार्य प्रारम्भ किये। प्रदेश मंे 6,222 से अधिक निराश्रित गोआश्रय स्थल हैं, जिनमें वर्तमान में 10 लाख से अधिक निराश्रित गोवंश का संरक्षण व संवर्धन हो रहा है। प्रकृति और प्रगति के बेहतर समन्वय को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश में दशकों से लम्बित सिंचाई परियोजनाओं को विगत 05 वर्षों में पूर्ण कराया गया है। इससे 21 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि में सिंचाई की अतिरिक्त सुविधा उपलब्ध हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अनन्त सम्भावनाएं छुपी हुई हैं। आज के समारोह में कलाकारों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से इन सम्भावनाओं को साकार किया है। भोजपुरी, अवधी, ब्रज तथा बुन्देलखण्डी संस्कृतियों ने एक साथ जुड़कर लघु भारत का दृश्य प्रस्तुत किया है। भोजपुरी ठेठ ग्रामीण भारत की व्यवस्था का प्रदर्शन करती है। अवधी रामराज्य की परिकल्पना को साकार करने का संकल्प प्रदान करती है। ब्रज भाषा हमें मातृभूमि के साथ अपनत्व का भाव जोड़ने के लिए स्नेह के बन्धन से जोड़ती है, जबकि भारत की आन-बान और शान की प्रतीक बुन्देली संस्कृति है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की अनन्त सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए विगत 05 वर्षों में राज्य को निवेश के बेहतरीन गंतव्य स्थल के रूप में स्थापित करते हुए लगभग 04 लाख करोड़ रुपये के निवेश को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त हुई है। प्रदेश के परम्परागत उद्यमों के उन्नयन के लिए ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ तथा ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ के माध्यम से कारीगरों, हस्तशिल्पियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन योजनाओं ने प्रदेश से निर्यात को 88 हजार करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1.56 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में रोजगार तथा नौकरियों की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाते हुए विगत 05 वर्षों में पांच लाख नौजवानों को सरकारी नौकरियां प्रदान की गई है। 01 करोड़ 61 लाख नौजवानों को विभिन्न प्रकार के रोजगारों से जोड़ा गया है। 60 लाख से अधिक परम्परागत उद्यमियों, हस्तशिल्पियों तथा कारीगरों को स्वरोजगार से भी जोड़ा गया है। प्रदेश डेटा सेन्टर के हब के रूप में स्थापित हो रहा है। डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के माध्यम से प्रदेश, देश की सुरक्षा व्यवस्था और रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने में योगदान दे रहा है। उभरते उद्यमियों को ‘प्लग एण्ड प्ले’ की सुविधा देने के लिए आगरा, कानपुर नगर व गोरखपुर में फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्पलेक्स की परियोजना को भी आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनवरी-फरवरी, 2023 में ‘यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ का आयोजन किया जाएगा। इसके माध्यम से 10 लाख करोड़ रुपये के नये निवेश का लक्ष्य है। इसके माध्यम से रोजगार, स्किल डेवलपमेन्ट के साथ ही, प्रदेश के प्रत्येक परिवार के एक व्यक्ति को रोजगार के साथ जोड़ने के वृहद कार्यक्रम को भी आगे बढ़ाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 05 वर्षों में प्रदेश में विभिन्न प्रकार की कनेक्टिविटी को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाने का कार्य किया गया है। पूर्वांचल और बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे राष्ट्र को समर्पित हो चुके हैं। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे एवं गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण प्रगति पर है। आज एक्सप्रेस-वे प्रदेश के रूप में उत्तर प्रदेश की नई पहचान बनी है। इन्टर स्टेट कनेक्टिविटी के अन्तर्गत प्रदेश को पड़ोसी मित्र राष्ट्र नेपाल के साथ ही पड़ोसी राज्यों-बिहार, झारखण्ड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा तथा उत्तराखण्ड से विगत 05 वर्षों में 4-लेन से जोड़ा गया है। प्रदेश में सभी जिला मुख्यालयों को 4-लेन की कनेक्टिविटी के साथ ही, प्रत्येक तहसील व ब्लॉक मुख्यालयों को 2-लेन मार्ग तथा प्रत्येक गांव को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करने का कार्य वृहद स्तर पर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मेट्रो आधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा है। 05 शहरों में मेट्रो रेल सुविधा वाला उत्तर प्रदेश, देश का एकमात्र राज्य है। छठे शहर आगरा में मेट्रो रेल का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है। प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी को भी बेहतर किया गया है। आज प्रदेश में 09 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं, जहां से 80 गंतव्यों के लिए हवाई सेवाएं संचालित हो रही हैं। 05 नए हवाई अड्डों को शीघ्र संचालित करने का कार्य चल रहा है। आने वाले समय में प्रदेश 05 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्युत उत्पादन में प्रदेश में विद्युत जेनेरेशन, ट्रांसमिशन एवं डिस्ट्रीब्यूशन के लक्ष्यों को आगे बढ़ाते हुए आजादी के बाद से विद्युत से वंचित प्रदेश के 01 लाख 21 हजार गांवों में बिजली पहुंचाई गई हैं। अब विद्युत वितरण में भेदभाव नहीं होता है। प्रदेश के सभी जनपदों में जिला मुख्यालय पर 24 घण्टे, तहसील मुख्यालय पर 20 से 22 घण्टे एवं गाँवों में 16 से 18 घण्टे की अनवरत विद्युत आपूर्ति का कार्य आगे बढ़ाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी तबकों के हितों के लिए कार्य किया जा रहा है। बेटियों को उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करने के उद्देश्य से संचालित मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में 13 लाख बेटियों को वर्तमान में लाभान्वित किया गया है। दहेज रहित विवाह के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के माध्यम से 02 लाख बेटियों का विवाह सम्पन्न हुआ है। प्रदेश में छात्र-छात्राओं को प्राप्त होने वाली स्कॉलरशिप को कई गुना बढ़ाया गया है, जिससे अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं इसका लाभ ले सकें। श्रमिकों के बच्चों तथा निराश्रित बच्चों की निःशुल्क शिक्षा के लिए 18 मण्डलों में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त अटल आवासीय विद्यालयों की स्थापना की जा रही है। सरकार का प्रयास है कि वर्ष 2023 में इन विद्यालयों का सत्र प्रारम्भ हो जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वामित्व योजना के अन्तर्गत 34 लाख से अधिक परिवारों को घरौनी उपलब्ध कराई गई है। इससे गृह स्वामी को भूमि का मालिकाना हक प्राप्त हुआ है। महिलाओं के आर्थिक स्वावलम्बन के लिए 10 लाख स्वयं सहायता समूह गठित किये गये हैं। इनके माध्यम से 01 करोड़ से अधिक महिलाएं स्वरोजगार से जुड़कर आर्थिक स्वावलम्बन के मार्ग पर आगे बढ़ी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को लागू करने वाला अग्रणी राज्य है। प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा, व्यावसायिक, तकनीकी एवं चिकित्सा शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को सफलतापूर्वक लागू करते हुए अनेक कार्यक्रम प्रारम्भ किये गये हैं। यह कार्यक्रम युवाओं को उज्ज्वल भविष्य, स्किल डेवलपमेन्ट तथा आर्थिक स्वावलम्बन की ओर अग्रसर करते हैं। प्रदेश के नौजवानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिए उन्हें 02 करोड़ टैबलेट तथा स्मार्ट फोन वितरण की कार्यवाही की जा रही है। राज्य में नये विश्वविद्यालयों की स्थापना की जा रही है। खेल प्रतिभाओं तथा राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं के प्रदेश के पदक विजेता खिलाड़ियों को शासकीय सेवाओं में स्थान प्रदान करने के लिए राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नगरीय विकास किसी भी अर्थव्यवस्था का आधार है। नगरीय विकास की सुविधाओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री जी के स्मार्ट सिटी विजन को ध्यान में रखकर कन्वर्जन के माध्यम से प्रदेश में इस दिशा में बेहतरीन कदम उठाए गए हैं। उत्तर प्रदेश के 17 नगर निगम स्मार्ट सिटी मिशन से जुड़े हैं। इनमें 10 केन्द्र सरकार के सहयोग से और 07 का राज्य सरकार अपने स्तर पर विकास कर रही है। पटरी व्यवसायियों के लिए सरकार वृहद कार्ययोजना के साथ कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से 09 लाख पटरी व्यवसायी जुड़कर आर्थिक स्वावलम्बन की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध हो सकें, इसके लिए प्रदेश के 100 नगर निकायों को नीति आयोग के साथ मिलकर आकांक्षात्मक नगर निकाय के रूप में आधुनिक सुविधाओं से युक्त करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज्य के सपने को साकार करने के कार्यक्रम आगे बढ़ाये जा रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज ग्रामीण क्षेत्रों में 7,500 अमृत सरोवरों तथा 58 हजार ग्राम पंचायतों के नवनिर्मित सचिवालयों में तिरंगा फहराने का कार्य सम्पन्न हुआ है। राज्य सरकार आकांक्षात्मक जनपदों की तर्ज पर 100 आकांक्षात्मक विकासखण्डों का चयन करते हुए उनके समग्र विकास की कार्ययोजना के साथ आगे बढ़ी है। जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश के लाखों परिवारों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया गया है। बुन्देलखण्ड और विन्ध्य क्षेत्र में भी हर घर नल योजना को लागू करने की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नया उत्तर प्रदेश अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति करता है। दिव्य व भव्य प्रयागराज कुम्भ-2019 का आयोजन दुनिया के लिए आकर्षण का केन्द्र था। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के विकास के साथ ही, अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के पावन धाम को विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। ब्रज भूमि तथा नैमिषारण्य के समग्र विकास के कार्य किये जा रहे हैं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के पौराणिक और आजादी की लड़ाई में योगदान देने वाले किलों के संरक्षण के साथ उन्हें पर्यटन के बेहतरीन गंतव्य के रूप में विकसित करने के कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को नये भारत का नया उत्तर प्रदेश के रूप में स्थापित करने के लिए राज्य सरकार विभिन्न कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। राज्य में ‘एक जनपद, एक मेडिकल कॉलेज’ के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में हम आगे बढ़ चुके हैं। संचारी रोग नियंत्रण के कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश ने कालाजार पर नियंत्रण कर लिया है। मलेरिया और दिमागी बुखार पर नियंत्रण करने की दिशा में प्रदेश सरकार आगे बढ़ी है। आने वाले समय में सरकार प्रदेश के सभी जनपदों में निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा प्रदान करने जा रही है। राज्य कर्मचारियों और उनके आश्रितों को कैशलेश चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति की सर्वत्र सराहना हुई है। यह तभी सम्भव हो पाया जब ईमानदारी के साथ भर्ती की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया। 01 लाख 54 हजार पुलिस कार्मिकांे की भर्ती कर, उन्हें आधुनिक प्रशिक्षण देने के कार्य किये गये। प्रदेश में इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन्सिक साइन्सेज की स्थापना की जा रही है। प्रदेश की कानून व्यवस्था देश में नजीर बनी है। पेशेवर माफियाओं और अपराधियों की 03 हजार करोड़ रुपये से अधिक की अवैध सम्पत्ति को जब्त किया गया है। आज प्रदेश में कानून का राज है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में राजस्व संग्रह के बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया गया है। राज्य की जी0डी0पी0 को दोगुना करने में सफलता प्राप्त हुई है। वर्तमान सरकार ने प्रत्येक क्षेत्र में प्रदेशवासियों को पारदर्शी व जवाबदेह शासन तथा ईमानदार व संवेदनशील प्रशासन प्रदान किया है। ई-गवर्नेन्स के क्षेत्र में ई-पेंशन पोर्टल की शुरुआत की गयी है। पेंशनधारकों को यह सुविधा उपलब्ध कराने वाला प्रदेश देश का प्रथम राज्य है। विगत 05 वर्षाें में विकास और सुशासन की नींव तैयार की गयी है। आगामी 05 वर्षाें में प्रदेश की प्रगति व समृद्धि की भव्य इमारत आकार लेगी। उन्होंने आह्वान किया कि भारत की आजादी को अक्षुण्ण बनाये रखने के पवित्र संकल्प के साथ सभी जुड़ें। अपने-अपने क्षेत्र में कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए हम ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के प्रधानमंत्री के सपने को साकार करें।
समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया गया। इसके अन्तर्गत उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के कथक केन्द्र के कलाकारों द्वारा नृत्य नाटिका ‘सबका गर्व तिरंगा’, भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा देशभक्ति गायन ‘वन्देमातरम’ तथा प्रदेश के संस्कृति विभाग के कलाकारों द्वारा ‘तिरंगा मेरी शान’ की प्रस्तुति की गयी। समारोह में प्रदेश के विभिन्न वर्गाें के 75 समूहों के सदस्य उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शिव नारायण गुप्त, कीर्ति चक्र से अलंकृत मेजर ए0के0 सिंह, शौर्य चक्र से अलंकृत कर्नल भरत सिंह, ब्रिगेडियर अखिल कुमार सिन्हा के साथ-साथ वीर चक्र से अलंकृत शहीद कुंवर सिंह चौधरी, शहीद राजा सिंह तथा शौर्य चक्र से अलंकृत शहीद हरि सिंह बिष्टके परिजनों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने पद्म भूषण से सम्मानित (मरणोपरान्त) पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व राज्यपाल स्व0 कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह, पद्म भूषण राशिद खान, पद्म भूषण आचार्य वशिष्ठ त्रिपाठी, पद्मश्री शीश राम, पद्मश्री सुश्री कमलिनी अस्थाना, पद्मश्री नलिनी अस्थाना, पद्मश्री पं0 शिवनाथ मिश्र, पद्मश्री सेठ पाल सिंह, पद्मश्री डॉ0 विद्या बिन्दु सिंह, पद्मश्री स्वामी शिवानन्द पद्मश्री प्रो0 कमलाकर त्रिपाठी तथा पद्मश्री डॉ0 अजिता श्रीवास्तव को भी सम्मानित किया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, सांसद अशोक वाजपेयी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, पुलिस महानिदेशक डी0एस0 चौहान, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सूचना निदेशक शिशिर तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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