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आयुर्वेद में निवेश की अपार संभावनाएं-डॉ0 दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’

लखनऊ : आज गोमती नगर स्थित हयात रीजेन्सी होटल में प्रथम इवेस्ट आयुष यू०पी० समिट का आयोजन प्रदेश के आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा कार्य सुरक्षा एवं औषधिक प्रशासन (एम0ओ0एस0) डॉ0 दयाशंकर मिश्र “दयालु ने मुख्य आतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।
आयुष मंत्री ने कहा कि उ0प्र0 देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहाँ की धरती आपको निवेश के लिए पुकार रही है। मैं आज श्रोता हूँ और अभिभूत हूँ, ये महर्षि पतंजलि, महर्षि सुश्रुत, महर्षि अगस्त्य आदि की पावन धरती है। उन्होंने कहा कि “नये चिराग न जल पाये कोई हर्ज नहीं, जो चिराग हैं वो न बुझने पायें, आओ मिलकर नया उ०प्र० बनायें, इसके विकास के सहभागी बने“ देश के यशस्वी प्रधानमंत्री जी व प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में देश व उत्तर प्रदेश का निरन्तर विकास हो रहा है इसी क्रम में उनके द्वारा अवगत कराया गया कि रू० 2760 करोड़ के निवेश हेतु 454 निवेशकों ने एल0ओ0आई0 पर हस्ताक्षर किया है।
इस अवसर बोलते हुए अपर मुख्य सचिव आयुष विभाग  आराधना शुक्ला ने बताया कि इस समय प्रदेश मे 4000 आयुष अस्पताल हैं, 105 चिकित्सा महाविद्यालय हैं, गोरखपुर में आयुष विश्वविद्यालय भी बन रहा है 40000 रजिस्टर्ड आयुर्वेदिक चिकित्सक, 41000 रजिस्टर्ड होम्योपैथिक चिकित्सक 16000 रजिस्टर्ड यूनानी चिकित्सक, 9000 ट्रेन्ड फार्मासिस्ट, 2000 ट्रेन्ड नर्स व 800 मैनुफैक्चरिंग यूनिट्स कार्य कर रही हैं। आयुष में न्यूट्रासिटिकल्स, कास्मेटिक्स, औषधीय पौधों की खेती पैरामेडिकल स्टाफ की आवश्यकता, वेलनेस टूरिज्म आदि में निवेश की असीमित सम्भावनायें हैं। आयुष विभाग उ०प्र० की इन्डस्ट्रियल पॉलिसी, टूरिज्म पॉलिसी व फार्मा पॉलिसी के तहत सभी छूट उपलब्ध करवा रहा है। निवेशकों को उन्होंने बताया कि आज भारत का वेलनेस बाजार 78 बिलियन डालर का है व इसमें 5.8 से 08 प्रतिशत वार्षिकी प्रगति हो रही है। पर्यटन व संस्कृति सचिव  मुकेशमेश्राम  ने बताया कि पर्यटन विभाग आयुष को जोड़कर काम कर रहा है, उन्होंने बताया यदि आप पर्यटन स्थल के 20 किमी के दायरे में आयुष वेलनेस रिसार्ट तो अनेकों तरह की रियायतें निवेशकों को दी जा रही है. उन्होंने बताया कि पर्यटन की निवेश पॉलिसी के तहत महिला उद्यमियों, अनुसूचित जाति/जनजाति उद्यमियों व दिव्यांगों को अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही है।
 आराधना शुक्ला बताया कि विगत 07 वर्षों में आयुष क्षेत्र में 06 गुना निवेश बढ़ा है और आयुष विभाग निवेशकों को हर सम्भव मदद उपलब्ध करवायेगा। असिस्टेन्ट कमिश्नर ड्रग कन्ट्रोल  दिनेश कुमार तिवारी ने फार्मा पॉलिसी के बारे में विस्तार से जानकारी दी जिसमें भूमि रजिस्ट्री पर 100 प्रतिशत स्टाम्प शुल्क में छूट क्लीनिकल ट्रायल, आर-डी पेटेन्ट फाइलिंग, इलेक्ट्रिसिटी व अन्य अनेको स्तरों पर सब्सिडी दी जा रही है, रिम्बर्समेन्ट प्रदान किये जा रहे हैं।
सी-मैप के निदेशक  प्रबोध कुमार त्रिवेदी  ने बताया कि औषधीय पौधों की उच्च स्तरीय क्वालिटी के लिए सी-मैप मदद कर रहा है, टेक्नोलॉजी प्रदान कर रहा है। 
इस अवसर पर  मुख्यमंत्री  का संदेश भी सुनाया गया जिसमें बताया गया है कि उ0प्र0 नये भारत का ग्रोथ इंजन बनकर उभर रहा है, सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार है, सिंगल विण्डो सिस्टम द्वारा निवेशकों को सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही हैं, यह देश का सबसे बड़ा इन्फास्ट्रक्चर है, रोड रेल मार्गों की प्रचुरता है। उ0प्र0 भारत की जी0डी0पी0 का 08 प्रतिशत का योगदान करता हैं यहाँ निवेश करने का पूरा वातावरण बना हुआ है। कार्यक्रम को माननीय मुख्यमंत्री  के सलाहकार डा० जी०एन० सिंह ने सम्बोधित किया।
कार्यक्रम मे यू०पी० इन्डस्ट्रियल एसोसिएशन के भी  अशोक अग्रवाल  ने बताया कि सभी लोग आर्गेनिक चाहते हैं आयुष के साथ जुड़कर देश की सेवा करनी है।
अपर मुख्य सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास उ०प्र०  अरविन्द कुमार ने बताया कि विगत 05 वर्षों में उ0प्र0 में निवेश अनुकूल माहौल बना है व उ०प्र० सरकार निवेशकों की हर एक समस्या का समाधान करने के लिए तत्पर है, कार्यक्रम में विभिन्न निवेशकों के प्रश्नों के जवाब भी दिये गये।
पद्मश्री वैद्य बालेन्दु प्रकाश ने बताया कि आयुर्वेद में अनुसंधान व प्रमाण की जरूरत है तथा एन्टरप्रेन्योर स्किल्स डेवलेप किये जायें।इसके साथ ही कार्यक्रम के समापन पर विशेष सचिव आयुष  सुखलाल भारती  द्वारा सभी आगन्तुकों निवेशकों व गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद किया गया।
इस अवसर पर आयुष विभाग के निदेशक प्रो० डा० पी०सी० सक्सेना, निदेशक होम्योपैथी प्रो० डा० अरविन्द कुमार वर्मा, निदेशक यूनानी प्रो० डा० अब्दुल हमीद सहित बड़ी संख्या में निवेशक/उद्यमी उपस्थित रहे।


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