लापता लेखपाल राम सजीवन वर्मा का अभी तक नहीं लग पाया कोई सुराग परिजनों का रो रो कर बुरा हाल
अंबेडकर नगर जिले के आलापुर तहसील में लेखपालों एवं एसडीएम के मध्य कई महीने से छिड़ी रार एवं तकरार उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद भी थमने का नाम नहीं ले रही है। लेखपाल जहां एसडीएम की कार्यप्रणाली से खफा हैं वहीं एसडीएम द्वारा शासन की योजनाओं का बेहतर तरीके से क्रियान्यवन नहीं करने के कारण उनके विरुद्ध प्रतिकूल प्रविष्टि एवं अन्य कार्यवाही करने का सिलसिला जारी है। एसडीएम मोहनलाल गुप्ता की ओर से लगभग 3 माह पूर्व लेखपाल राम सजीवन वर्मा राम सिधार व एक अन्य लेखपाल के विरुद्ध जहांगीरगंज थाने में विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। लेकिन उस मामले में अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई थी। इधर सप्ताह भर से लेखपाल फिर आंदोलन की रणनीति बना रहे थे जिसके लिए आलापुर लेखपाल संघ के पदाधिकारियों ने लेखपाल संघ के जिला अध्यक्ष को बाकायदा एक पत्र भी दिया था। तेजी से बदलते घटनाक्रम में कल सोमवार को लेखपाल राम सजीवन वर्मा की पत्नी मिथिलेश वर्मा एवं उसकी मां ने तहसील मुख्यालय में पहुंचकर सनसनी फैला दी लेखपाल राम सजीवन कहीं लापता हो गए हैं। लेखपाल की पत्नी एवं परिजनों तथा लेखपालों द्वारा सोमवार को तहसील में हंगामा किए जाने के बाद लेखपाल की पत्नी मिथिलेश वर्मा ने एसडीएम पर तमाम गंभीर आरोप लगाते हुए सनसनी फैला दी। तहसील में हंगामे की सूचना के बाद क्षेत्राधिकारी आलापुर के अलावा जहांगीरगंज एवं आलापुर थाने की फोर्स भी तहसील में पहुंच गई जिसके बाद लेखपाल राम सजीवन वर्मा की पत्नी ने जहांगीरगंज पुलिस को एसडीएम व एक अन्य कर्मी के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करने के लिए तहरीर दिया। बाद में उसने देर शाम क्षेत्राधिकारी आलापुर से भी मुलाकात कर उन्हें भी प्रार्थना पत्र सौंपा तथा कार्यवाही की मांग किया। क्षेत्राधिकारी आलापुर द्वारा जहांगीरगंज थानाध्यक्ष को कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया लेकिन अभी तक मुकदमा नहीं पंजीकृत हो पाया । विडंबना है कि अभी तक लापता लेखपाल राम सजीवन वर्मा का 24 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाया है। मामला जन चर्चा का विषय बना हुआ है।
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