जहरीली शराब कांड मामले में शासन ने की बड़ी कार्यवाही
आजमगढ़ माहुल जहरीली शराब कांड मामले में उप आबकारी आयुक्त को हटाया, प्रयागराज से संबद्ध करने का निर्देश
मामले में अब तक चार कर्मचारियों को किया जा चुका है निलंबित आप को बताते चले कि आजमगढ़ जिले के अहिरौला थाना क्षेत्र के माहुल में जहरीली शराब से हुई मौत मामले में उप आबकारी आयुक्त लाल बहादुर मिश्रा को देर रात शासन ने आजमगढ़ से हटाकर प्रयागराज से संबद्ध करने का निर्देश दिया गया है। जिले में जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में जिले के तेज टर्राक डीएम अमृत त्रिपाठी ने 25 फरवरी को शासन को रिपोर्ट भेजी थी, जिस पर शासन ने आठ मार्च को देर रात निर्देश जारी किया है। कि उप आबकारी आयुक्त पर पर्यवेक्षणीय दायित्वों का निर्वहन न किए जाने का आरोप है।
बता दें कि माहुल क्षेत्र में जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले में अभी तक पुलिस व आबकारी विभाग के चार कर्मचारियों को निलंबित किया जा चुका है।
आबकारी विभाग के तीन कर्मचारियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। जो आबकारी विभाग में अफरा तफरी का माहौल बना हुवा है। निलंबित होने वाले कर्मचारियों में निरीक्षक नीरज सिंह, आरक्षी सुमन कुमार पांडेय व राजेन्द्र प्रताप सिंह प्रमुख हैं। वहीं इस मामले में अहिरौला थाने के इंस्पेक्टर संजय सिंह को भी निलंबित किया गया है। शासन कोई भी कार्यवाही कर ले लेकिन जिन नौनिहाल बच्चों का सहारा छीन लिया गया जिन माँ की गोद सुन ही गयी जिन बहन बेटियों की मांग का सिंदूर धुला गया उनको क्या मिलेगा जो अधिकारी व कर्मचारी निलंबित हुए हैं आज नहीं तो कल कोर्ट का सहारा लेकर अपनी नौकरी या पेंशन बहाली में कामयाब होंगे लेकिन अफसोस तो इस बात का है उन्नाव निहाल बच्चों का सहारा कौन बनेगा बूढ़े मां बाप की लाठी जुटी जिन की कमर टूटी उनका सहारा कौन बनेगा जिन मां बहन बेटियों की मांगे धूली गई उनको सिंदूर कौन बनाएगा जिन गरीब लाचार मजदूर किसान कि भाई बेटे चले गए वह कहां से आएंगे देखना तो यह है शासन-प्रशासन क्या मजदूर गरीबों को कुछ मुहैया करा पाता है या नहीं।
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