विदेश भेजने के नाम पर दो सौ बेरोजगारों का लाखों रुपये लेकर हुआ फरार - ठेकमा
- ठेकमा में टूर एंड ट्रेवेल्स की आफिस खोलकर निकाले थे ऑनलाइन विदेश जाने की वैकेंसी
- जालसाजी के शिकार बने पीड़ितों ने बरदह थाने का घेराव कर चक्का जाम करने का किया प्रयास
- उक्त कंपनी के आफिस पर पुलिस ने अपना ताला लगाकर आक्रोशित लोगों को किसी तरह कराया शांत
- पीड़ितों ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के लिए बरदह थाने पर दिये तहरीर
आजमगढ़ के ठेकमा में टूर एंड ट्रेवेल्स की आफिस खोलकर विदेश जाने की ऑनलाइन वैकेंसी निकालकर जालसाजों ने करीब दो सौ लोगों का रुपये लेकर फरार हो गए। यहीं नहीं दर्जनों पीड़ितों का उन्होंने पासपोर्ट रख लिया। जालसाजी के शिकार बने दर्जनों की संख्या में पीड़ित मंगलवार को बरदह थाने पर पहुंच कर घेराव करते हुए चक्का जाम करने का भी प्रयास किया। उन्होंने फरार जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के लिए बरदह थाने पर तहरीर भी दी। पुलिस ने फरार जालसाजों के आफिस पर पहुंच कर अपना ताला बंद कर किसी तरह से आक्रोशित लोगों को शांत करा दिया।
बरदह थाना क्षेत्र के बरौली गांव निवासी नलिनी कांत भारद्वाज पुत्र स्व. चंद्रधारी ने बताया कि तीन चार की संख्या में जालसाजों ने बरहद क्षेत्र के राजेपुर बाजार में एक मकान में कमरा किराये पर लेकर मां वैष्णवी टूर एंड ट्रेवेल्स नाम से बोर्ड लगाकर आफिस खोल रखा था। वे वाहनों की बुकिंग के साथ ही ऑनलाइन एप पर विदेश भेजने के नाम पर वीजा बनाने का गोरखधंधा चला रहे थे। वे ऑनलाइन विदेश जाने की वैकेंसी भी निकाल रखी थी। जिसके आधार पर उन्होंने आजमगढ़, बलिया, महराजगंज, बस्ती समेत अन्य जनपदों के लगभग दो सौ से अधिक बेरोजगारों को विदेश भेजने का सब्जबाग दिखाकर किसी से 30 हजार तो किसी से 40 से लेकर एक व सवा लाख रुपये तक नकद व ऑनलाइन अपने खाते में जमा करा लिया। दर्जनों लोगों का जालसाजों ने पासपोर्ट भी रख लिया।
करीब दो माह बीत जाने के बाद जब लोगों का वीजा व पासपोर्ट नहीं आया तो पीड़ितों ने कंपनी चलाने वाले जालसाजों के मोबाइल नंबर पर फोन करना शुरू किया। फोन करने पर उनके मोबाइल नंबर बंद बता रहे थे। जब लोग उनके आफिस पर पहुंचे तो पता चला के वे आफिस में ताला बंद कर वे फरार हो गए हैं। आरोप लगाते हुए कहा कि दर्जनों की संख्या में पीड़ित सोमवार को बरदह थाने पर पहुंच कर पुलिस को मामले से अवगत कराते हुए प्रार्थना पत्र दिया। इसके बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
मंगलवार को लगभग 65-70 की संख्या में पीड़ित बरदह थाने पर पहुंच कर उक्त जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग को लेकर थाने का घेराव कर दिया। इतना ही नहीं उन्होंने थाने के सामने मुख्य मार्ग पर चक्का जाम करने का भी प्रयास किया। पीड़ितों के आक्रोश को देखते हुए चौकी प्रभारी माखन सिंह ने मौके पर पहुंचकर फरार जालसाजों के आफिस में दूसरा ताला बंद कर उन्हें किसी तरह से समझा-बुझाकर शांत करा दिया। पीड़ितों ने पुलिस को तहरीर देते हुए चेतावनी दी कि अगर दस दिन के अंदर जालसाजों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे धरना प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।
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