ईश्वर का कोप या फिर संयोग,चार बेटों में तीन की रेल से कटकर मौत,परिवार समेत पूरा गांव स्तब्ध --
सरायख्वाजा। स्थानीय थाना क्षेत्र स्थित राजेपुर गांव में एक दलित परिवार के चार पुत्रों में दस वर्षों में तीन बेटों की ट्रेन से कटकर मौत हो जाने से परिवार में गमों का पहाड़ टूट गया है वहीं समूचे गांव को स्तब्ध कर दिया है। ज्ञातव्य है कि उक्त गांव निवासी दलित परिवार के शंकर उर्फ बैजू राम का तीसरा बेटा दिनेश राम 35 वर्ष ने मंगलवार की रात में गायब हो गया और उसके ट्रेन से कटकर मौत की खबर बुधवार को सुबह गांव वालों ने दिया। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। इसके पूर्व शंकर के सबसे बड़े बेटे मोहन की मौत दस वर्षों पूर्व में ट्रेन से कटकर हों चुकी है जबकि दूसरे बेटे करिया की मौत पांच साल पहले ट्रेन से कटकर हों चुकी है अब तीसरे बेटे दिनेश राम की मौत मेहरावां रेलवे स्टेशन के दक्षिणी आउटर सिंगनल खम्भौरा गांव के पास मंगलवार की रात में किसी ट्रेन से कटकर मौत हो गई बुधवार को सुबह गांव वालों ने शव की खबर दी। चौथा बेटा गुड्डू वाराणसी में शिक्षक हैं।
सबसे ज्यादा हैरानी की बात है कि तीनों भाईयों ने दस वर्षों में एक ही स्थान पर ही ट्रेन से कटकर आत्महत्या की हैं।शंकर और उसके परिवार में गमों का खौफ हैं वहीं गांव के लोग स्तब्ध है।इसे ईश्वर का कोप कहें या पूर्व की करनी। पूर्व में ट्रेन से कटकर जान देने वाले मोहन और करिया अविवाहित रहे लेकिन दिनेश कुमार की पत्नी और दो संतानें हैं बूढ़े मां बाप भाई गूड्डू की रो रो कर बुरा हाल है। छोटे छोटे बच्चों को देखकर लोग स्तब्ध और द्रवित हैं। जों भी हैं लोग इसे भगवान का कोप बता रहे हैं।
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