भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लखीपुर खीरी और मेहनाजपुर थाने के गेट पर एक पीड़िता द्वारा जहर खाकर जान देने की घटना पर प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति और राज्यपाल को दिया ज्ञापम
निज़ामाबाद,आज़मगढ़।सोमवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने तहसील निज़ामाबाद में लखीपुर खीरी और मेहनाजपुर थाने के गेट पर एक पीड़िता द्वारा जहर खाकर जान देने की घटना पर प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापम नायब तहसीलदार शैलेन्द्र कुमार सिंह को सौंपा भाकपा कार्यकर्ता झण्डा बैनर के साथ गर्मजोशी से नारे लगाते हुए तहसील के मुख्यद्वार पर पहुंचे।यह कार्यक्रम लखीमपुर की घटना को लेकर भाकपा के राष्ट्रीय प्रतिवाद चार से ग्यारह अक्टूबर के क्रम में किया गया।मांगपत्र में केंद्रीय गृहराज्यमंत्री को बर्खास्त करने,घटना की जांच सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में कार्यरत न्यायधीश से कराने, अन्य आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने,लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा और विपक्षी दलों का दमन,उत्पीड़न रोकने की बाते कही गई हैं इस मौके पर मेहनाजपुर थाना गेट पर एक पीड़िता द्वारा जहर खाकर जान देने को लेकर एक दूसरा ज्ञापन उप्र राज्यपाल के नाम दिया गया।ज्ञापन में मेहनाजपुर में पीड़िता की जान प्रभारी निरीक्षक की घोर लापरवाही,उदासीन व्यवहार और मामले की लीपा-पोती को लेकर गई है।इसलिए प्रभारी निरीक्षक के ऊपर हत्या के लिए दुष्प्रेरण की धारा में मुकदमा दर्ज कर विधि सम्मत कार्यवाही की जाय।पीड़िता घटना के बाद जिन जिन अधिकारियों के पास गुहार लगाई और उस बीच कार्यवाही नहीं हुई,उन सबके ऊपर विधिक कार्यवाही की जाय इस अवसर पर भाकपा राज्य परिषद सदस्य अधिवक्ता कॉमरेड जितेंद्र हरि पांडेय ने कहा कि पुलिस प्रशासन के ऐसे कृत्य उप्र सरकार की सुचिता पर बड़ा सवाल है और इससे सरकार की भी बदनामी हो रही है।उप्र सरकार को इसपर मंथन करके न्याय में सुचिता, पारदर्शिता के आधार पर पुलिस प्रशासन की इस तरह की कार्यप्रणाली में व्यापक सुधार किए जाने की जरूरत है।प्रमुख समाचार पत्रों और जनता के बीच यह भी चर्चा का विषय बना हुआ है कि मेहनाजपुर मामले में पुलिस दो लाख रुपये में मामला रफा, दफा करना चाहती थी।इन्ही सब वजहों से पीड़िता की जान जाने के बाद तब उच्चाधिकारी जागे और कार्यवाही सुरु हुई।
वरिष्ट भाकपा नेता रामसूरत यादव ने कहा कि लखीमपुर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे मंत्री के बेटे द्वारा गाड़ियों से कुचले जाने की घटना राजा, महाराजाओं,मुगलकालीन और अंग्रेजों के शासन की यादें ताजा कर देती है।ऐसे संकेत साफ इशारा करते हैं कि हम फिर से तानाशाही युग मे प्रवेश कर रहे हैं।प्रदेश और देश की भाजपा सरकार यदि इन मसलों पर गंभीर नहीं होगी तो आगे भाकपा के लोग शांतिपूर्ण आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
इस मौके पर रामसूरत यादव,लालचंद यादव,हीरालाल चौहान,अब्दुल्लाह,अजय कुमार तिवारी,मो आरिफ,हरिकेश गौंड, जयनारायन पांडेय,मनीष गौंड,राजनरायन पांडेय,विशाल कुमार,सकलदीप मौर्य,प्रभात पांडेय,आयूष यादव,हरिओम पांडेय,तूफानी राम,जमालुद्दीन खान आदि लोग उपस्थित रहे।
Leave a comment