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# मेवाड़ के समस्त जिलों में 5 अक्टूबर (कल)बड़े हर्षोल्लास के साथ मनायी जाएगी राणा पूंज भील की जयंती

   Rajsamand, Rajasthan:- मेवाड़ के समस्त जिलों में 5 अक्टूबर को राणा पूंजा भील जयंती बड़े हर्षोल्लास से मनाई जाएगी जिसमें आदिवासीयों के विभिन्न संगठन भील राणा पुंजा के आदर्शो को वीरता को पराक्रम शौर्य को अपने अन्दाज में मनाते रहे हैं ओर उसमे कई जाॕकिया देखने को मिलेगि इसबार नवाचार भी होगा तथा इसबार सर्व समाज भी अपने अन्दाज मे हल्दीघाटी युद्ध के प्रमुख नायक भील राणा पूंजा की जयन्ती मनायेगे
राणा पुॕजा भील महाराणा प्रताप के सच्चे मित्रथे
संकट के समय में महाराणा प्रताप के आह्वान पर अपने प्राणों की आहुति देने महाराणा प्रताप के संकल्प को पूरा करने के लिए तथाकथित समय महाराणा प्रताप के भाई मानसिंग ने उनका साथ नहीं दिया था लेकिन भील राणा पूंजा ने अपनी सेना के साथ गोरिल्ला युद्ध पद्धति से अपने भील भाइयों की सेना को लेकर मेवाड़ की आन बान शान को बनाए रखने के लिए अपना खुन बहा दिया
मुगल शाशक अखबर के अवैध फरमान को सिरे से खारिज करने हेतु महाराणा प्रताप का साथ देने व उनकी मदद हेतु भील राणा पुंजा ने जब यह व्यथा प्रताप की सुनी कि
अखबर जो भी राजा का कुॕवर विवाह करता हैं तो उसकी नवोङा पत्नी को एक रात अखबर अपने साथ रखता था
इस   फरमान कि पालना कई राजाओ ने कि
लेकिन जब यह फरमान प्रताप ने सुना तो उसने भील राणा पुॕजा को बताया ओर भील राणा पुॕजा ने प्रताप से कहा ऐसा फरमान कि पालना करने से अच्छा तो मरजाना चाहिए
या मार देना चाहिए उसी क्षण प्रताप ने भील राणा पुजा को गले लगाया ओर कहा मेरा भाई मानसिंग अखबर से मिला हुआ हैं मेरा विवाह होने वाला है ओर मानसि़ग मुझ से यह फरमान जबरन मनाने वाला है
जिस पर राणा पुजा भील ने कहा में इस फरमान के विरोध में लडाई लडने के लिए तैयार हू
तब कई दिनों तक भील राणा पुजा व भील समाज के हजारों युोद्धा जंगलों में मेंवाङ के कई स्थानों पर गुमते रहे
आधी रात में सुनसान जंगलों में जंगली जानवरों से संघर्ष कंटीली झाडियो में विचरण उॕचे पर्वत चडना
सांसेरा तलाब कुम्भलगढ किला चितौड़गढ कमेरी डाकण कोटडा घुमते रहे तब
महाराणा प्रताप कि मॉ ने
कहा राणी जायो ओर भीलणी जायो भाई भाई हैं
भील राणा पुॕजा
मेवाड़ के राजचिन्ह पर आज भी एक तरफ भील राणा पुजा जी का छाया चित्र हैं दुसरी तरफ महाराणा प्रताप का है
जो इस बात का सबुत हैं कि मेंवाड राजाओ से पहले भीलो का है.



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