Latest News / ताज़ातरीन खबरें

आशिक़ों के साथ मिलकर महिला की किया था हत्या, लाश को बोरे में भरकर फेंका था,गिरफ्तार

आजमगढ़ के थाना मुबारकपुर में 2 अगस्त को महिला की हत्या की थी कि आज अभियुक्ता को गिरफ्तार किया गया। साथ में लूट का माल व हत्या में इस्तेमाल हुआ सामाग्री बरामद किया गया। बताया गया कि 2 अगस्त को आवेदक रामचन्दर सोनकर पुत्र स्व0 मंगरू सोनकर निवासी अमरौला देह, बनकट थाना मुबारकपुर द्वारा थाने पर सूचना दिया था कि उसकी माँ श्रीमती धानमती पत्नी स्व0 मंगरू सोनकर उम्र लगभग 75 वर्ष की अज्ञात बदमाशो द्वारा हत्या करके शव को एक बोरे में भरकर फेक दिया गया है। उक्त सूचना के आधार पर स्थानीय थाना मुबारकपुर में मु0अ0सं0- 149/2021 धारा 302,201.392 भा0द0वि0 पंजीकृत हुआ। कार्यवाही के दौरान ज्ञात हुआ कि अभियुक्ता आशा पत्नी स्व0 गोरख चौहान स्थायी निवासी बगहीडाड़ थाना मुबारकपुर व वर्तमान निवास पुरुषोत्तमपुर थाना मुबारकपुर ने अपने साथी समीम पुत्र अकरम सा0 देवापार थाना जियनपुर व पाढ़ू पुत्र जुगुनी सा0 देवापार थाना जीयनपुर के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था और मृतका धानमती से जेवर व पैसा लूट लिये थे। पर्याप्त साबुत के आधार पर अभियुक्ता आशादेवी उपरोक्त को 6 अगस्त को उसके घर पुरूषोत्तमपुर बाजार से गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया गया बताया गया और लूटे गये माल को बरामद किया गया। अभियुक्ता को गिरफ्तार कर चालान माननीय न्यायालय किया गया। साथ में पूछताछ पर अभियुक्ता आशा पत्नी स्व0 गोरख चौहान स्थायी निवासी बगहीडाड़ थाना मुबारकपुर व वर्तमान निवास पुरुषोत्तमपुर थाना मुबारकपुर ने बताया कि पुरूषोत्तमपुर बाजार में मेरी विसारत खाने का दुकान है। मेरे पति की मृत्यु हो चुकी है, दुकान के माध्यम से ही आते जाते मेरी मुलाकात 1. शमीम पुत्र अकरम सा0 देवापार थाना जियनपुर व 2. पाढ़ू पुत्र जुगुनी सा0 देवापार थाना जियनपुर से हो गयी, जिनसे मेरी काफी नजदीकी सम्बन्ध हो गये और ये दोनो घर पर बराबर आते जाते रहते थे। मेरे दुकान के सामने ही सब्जी की दुकान धानमती लगाती थी। मेरे तथा शमीम व पाढू उपरोक्त के सम्बन्ध के बारे में धानमती को जानकारी हो गयी। जिसको धानमती आम जनमानस में उजागर करने लगी जिससे मेरी बदनामी होने लगी। यह बाते जब मेने शमीम व पाढ़ू को बतायी तो हम लोगो ने मिलकर धानमती को रास्ते हटाने के लिये योजना बनाई। योजना के तहत दिनांक- 01.08.2021 को अपने मायके से पुरूषोत्तमपुर आ रही थी तभी रास्ते में ही बात करके शमीम व पाढ़ू को अपने घर बुलाया और धानमती को उसके दुकान से अपने घर के अन्दर बुलाकर बात-चीत करते हुए, समय करीब दोपहर 2 से 3 बजे के बीच हम लोगो ने गला दबाकर हत्या कर लाश को मेरे घर में ही रखे रहे । शमीम व पाढू दोनो वापस चले गये। फिर रात में शमीम व पाढ़ू वापस आकर लाश को बोरे में भरकर छिपाने की नियति से घर में से निकालकर बाहर ले जाकर झाड़ी में फेक दिये थे। उनके पहने हुए जेवर व पैसो को हम लोग निकाल लिए थे जिसमें से कुछ जेवर मेरे पास बरामद हुआ है ।


Leave a comment

Educations

Sports

Entertainment

Lucknow

Azamgarh