Muzaffarpur|प्लास्टिक गोदाम में लगी आग, जहरीले धुंए से घुटा लोगों का दम
मुजफ्फरनगर थाना सिविल लाइन क्षेत्र में बझेडी रोड पर मदीना कालोनी में स्थित वेस्ट प्लास्टिक के कबाड़ के गोदाम में शार्ट सर्किट से आग लग जाने के कारण अफरातफरी का माहौल बन गया। प्लास्टिक में आग के कारण लपटों के साथ जहरीला धुआं निकलने से आसपास के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा और लोगों का दम घुटने लगा।एसएसपी अभिषेक सिंह और एफएसओ ने फायर और पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंच कर आग बुझाने के साथ ही बचाव कार्य तेजी से शुरू कराया। घटना स्थल के पास स्थित मदरसा हुसैनिया और आसपास के कई मकानों को खाली कराने का काम किया गया। इस प्रकरण में जांच के लिए टीम गठित कर दी गयी है। इसके साथ ही एसएसपी ने जनपद में घनी आबादी में चल रहे गोदामों की जांच के लिए अभियान चलाने की बात भी कही। गोदाम में आग के कारण लाखों रुपये का नुकसान होने की संभावना है। फायर ब्रिगेड के अफसरों को आग बुझाने के लिए आठ घंटे तक मौके पर मशक्कत करनी पड़ी। मेरठ और सहारनपुर जनपदों से भी फायर टैंण्डर मंगाने पड़े। आग बुझाने के लिए आठ गाड़ियों को लगाया गया था। पुलिस कर्मी बस्ती में लोगों को बचाने में जुटे रहे।
जानकारी के अनुसार सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मौहल्ला मल्हूपुरा निवासी राशिद और शादाब पुत्रगण अब्दुल रशीद कबाड़ का काम करते हैं। उनके द्वारा बझेडी रोड स्थित मदीना कालौनी में घनी बस्ती के बीच ही बड़ा गोदाम बनाया गया है। यहां पर अन्य कबाड़ के साथ साथ बड़े पैमाने पर प्लास्टिक वेस्ट भी भरा पड़ा था। इस कबाड़ के गोदाम में मंगलवार सुबह शार्ट सर्किट से आग लग गई। करीब आठ बजे पुलिस और फायर ब्रिगेड को लोगों ने इस आग की सूचना दी। घने कोहरे और शीतलहर के बावजूद भी आग चंद ही मिनटों में इतनी तीव्र हो गई कि आकाश छूने लगी। तेज और ऊंची लपटों को देखकर लोगों में दहशत बन गई और आग की खबर फैलते ही मौके पर अफरातफरी का आलम बन गया। गोदाम के पास वाले मकानों के लोगों ने बाहर निकलना शुरू कर दिया था। वहीं आग में बड़े पैमाने पर प्लास्टिक वेस्ट जलने के कारण इससे क्षेत्र में जहरीला धुआं फैला तो लोगों को इस अग्निकांड के बारे में पता चला। जहरीले धुंए के कारण महिलाओं और बच्चों के साथ ही बुजुर्गों को सीने में जलन और दम घुटने की शिकायत भी होने लगी थी।
आग लगने की सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जानकारी ली, वहीं एसएसपी अभिषेक सिंह और एफएसओ भी मौके पर पहुंचे और आग की तीव्रता को देखते हुए गोदाम के आसपास के मकानों से बचाव कार्य शुरू कराया। दमकल कर्मियों ने तेजी से आग बुझाने का काम शुरू किया। जानसठ और खतौली से भी फायर टैंडरों को मंगा लिया गया था। इसके साथ ही पेपर मिलों और मेरठ व सहारनपुर से भी फायर टैंडर मंगाये गये। आग बुझाने का कार्य लगभग आठ बजे से ही शुरू कर दिया गया था। इसके बावजूद भी करीब आठ घंटे तक फायर कर्मियों को आग की लपटों को ठंडा करने के लिए कड़ाके की सर्दी में जूझना पड़ा। एफएसओ ने बताया कि गोदाम में प्लास्टिक वेस्ट अत्याधिक होने के कारण आग ज्यादा भीषण थी। इसमें कोई जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन लाखों रुपये का नुकसान होने की संभावना है। सही आंकलन जांच के बाद ही हो पायेगा।
एसएसपी अभिषेक सिंह ने मीडिया कर्मियों को जानकारी देते हुए बताया कि राशिद द्वारा बस्ती के बीच कबाड़ का गोदाम कर रखा है। इसमें आज आग लगने की सूचना मिली। आग ज्यादा तीव्र थी। उसको बुझाने के लिए आसपास के जनपदों से भी फायर टैंडर मंगाने पड़े। प्लास्टिक की आग के कारण जहरीला धुंआ निकल रहा था। लोगों को इसके प्रभाव से बचाने के लिए गोदाम के पास ही स्थित हुसैनिया मदरसा और आसपास के घरों को खाली कराया गया है। एसएसपी ने बताया कि आग के कारणों और गोदाम की कानूनी वैधता की जांच के लिए सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप और एएसपी सीओ सिटी व्योम बिंदल की टीम गठित की जा रही है। लाइसेंस और कानूनी वैधता की जांच होगी। यदि जांच में गोदाम अवैध पाया गया तो इसको सील कराते हुए गोदाम चलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। उन्होंने बताया कि जनपद में एक अभियान चलाकर ऐसे सभी स्थानों को चिन्हित किया जायेगा, जहां पर प्लास्टिक लकड़ी गोदाम और ज्वलनशील पदार्थ तथा केमिकल के गोदाम चलाये जा रहे हैं। उनकी कानूनी वैधता की जानकारी के लिए छानबीन होगी। एनओसी की पड़ताल की जायेगी। घनी आबादी में इनको नहीं चलने दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि अभी यहां प्रथम दृष्टया शाॅर्ट सर्किट से आग की संभावना मानी जा रही है। सही कारण जांच के बाद सामने आ पायेगा।
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