श्रीरामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह अयोध्या का ही नहीं, पूरे उत्तर प्रदेश का कार्यक्रम :दुर्गा शंकर मिश्र, मुख्य सचिव
लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से समस्त मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक संपन्न हुई।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 60 हजार से अधिक आरक्षी नागरिक पुलिस के पद पर एक साथ भर्ती होना ऐतिहासिक है। भर्ती परीक्षा आगामी माह फरवरी में प्रस्तावित है। इस परीक्षा में बड़ी संख्या में अभ्यर्थी भाग लेंगे। पूर्व परीक्षाओं की भांति भर्ती प्रक्रिया को पूरी निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के सम्पन्न कराया जाये। इसके आवश्यक तैयारियां समय से सुनिश्चित करा ली जायें।
उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में दागी परीक्षा केन्द्रों का चयन न किया जाये। उन्होंने कहा कि उ0प्र0 पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा मानक निर्धारित करते हुये परीक्षा केन्द्रों की सूची सभी जनपदों को प्रेषित की गई। सभी जनपदों द्वारा परीक्षा केन्द्रों की मानकों के अनुरूप ग्रेडिंग कर सूची प्रत्येक दशा में 07 जनवरी, 2023 को बोर्ड को उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये। इसके लिये सम्बन्धित जनपद के जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को मुख्य नोडल अधिकारी तथा अपर जिलाधिकारी व अपर पुलिस उपायुक्त अथवा अपर पुलिस अधीक्षक को सहायक नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
उन्होंने कहा कि सभी परीक्षा केन्द्रों में परीक्षा हॉल, मेन गेट एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थान सीसीटीवी कैमरे से युक्त होने चाहिये। सभी केन्द्रों पर पीने के पानी की व्यवस्था एवं महिला व पुरुष अभ्यर्थियों के लिये अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था अनिवार्य रूप से होनी चाहिये। परीक्षा केन्द्रों के चयन में कोषागार, रेलवे स्टेशन एवं बस स्टैण्ड से समीप विद्यालयों एवं संस्थानों को प्राथमिकता दी जाये।
उन्होंने कहा कि आगामी 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में भगवान श्रीरामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह केवल अयोध्या का ही नहीं, पूरे उत्तर प्रदेश का कार्यक्रम है। यह शासकीय नहीं, जन समर्थन और जन सहभागिता का कार्यक्रम है। पूरे प्रदेश में उत्सव का माहौल होना चाहिये, जिसे पूरे दुनिया देखेगी। उन्होंने कहा कि उत्सव की एक श्रृंखला आगामी 14 जनवरी से 22 जनवरी तक चलेगी, इस दौरान प्रदेश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे। कोई अप्रिय घटना न घटित हो, इसलिये सुरक्षा के समुचित प्रबंध किये जाये और कड़ी नजर रखी जाये।
उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह एवं समारोह के पश्चात् अयोध्या में लाखों की संख्या में श्रद्धालु आयेंगे। आवागमन में उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिये। विगत वर्षों में उत्तर प्रदेश की पहचान एक ब्रांड के रूप में स्थापित हुई है। इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश की ब्रांडिंग को नेक्स्ट लेवल तक ले जाना है। अयोध्या आने वाले लोग प्रदेश की सकारात्मक छवि लेकर जायें।
उन्होंने कहा कि अयोध्या आने वाले प्रमुख राष्ट्रीय व राज मार्ग की सड़के गड्ढ़ामुक्त एवं साफ-सुथरी होनी चाहिये। साफ-सफाई में कहीं कोई कोताही न बरती जाये। इन मार्गों पर ब्लैक स्पॉट का चिन्हांकन कर आवश्यकतानुसार सुधार अथवा साइनेज लगवा दिये जाये। इसके अतिरिक्त पेटिंग, मरम्मत, साइनेज की मरम्मत या नये साइनेज स्थापित कराने सम्बन्धी कार्यों को शीर्ष प्राथमिकता पर चिन्हित कर आगामी 02 सप्ताह के भीतर सभी कार्य करा दिये जाये।
उन्होंने कहा कि इन मार्गों पर कहीं भी अतिक्रमण हो, तो उसे हटवा दिया जाये। यह भी सुनिश्चित कराया जाये कि सड़कों के किनारे कहीं कोई गंदगी न रहे। इन मार्गों पर स्थित सभी पेट्रोल पंप पर महिला एवं पुरुष ट्वायलेट हो और उनकी लोकेशन को गूगल लोकेटर पर दर्ज हो। इसके अलावा ढाबा व होटल में रेट लिस्ट लगी हो। किसी भी ढाबा व होटल में मादक पदार्थों की बिक्री न हो।
उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान पुलिस कर्मियों को ‘कैसा व्यवहार करना है और कैसा नहीं करना है’ इसके लिये प्लान तैयार कर उनकी ट्रेनिंग करा दी जाये। इसके अलावा ड्राइवर व कंडक्टर का व्यवहार अच्छा रहे इसके लिये उनकी भी ब्रीफिंग करा दी जाये। वह ड्यूटी के दौरान निर्धारित ड्रेस में रहें। नशीले पदार्थ का सेवन का ड्राइव न करें। इसकी समय-समय पर चेकिंग भी करायी जाये।
बैठक में पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान, प्रमुख सचिव परिवहन एल0वेंकटेश्वर लू, प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम, महानिदेशक पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड रेणुका मिश्रा, महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार, एडीजी ट्रैफिक बी0डी0पॉलसन, सचिव गृह डॉ0 संजीव गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
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