पागलपन के शिकार हो गये हैं स्वामी प्रसाद मौर्य-डा0 सन्तोष कुमार मिश्रा
•ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा 2024 में ब्राह्मण जिधर जायेगा उसकी बनेगी सरकार-बसपा नेता
•प्रदेश सरकार से कहा जाति, धर्म की राजनीति छोड़ गरीब, किसान, बेरोजगारों पर दें ध्यान
आजमगढ़। स्वामी प्रसाद मौर्य पागलन के शिकार हो गये हैं, वे जिस नाव पर बैठते हैं उसी को डुबोने का काम करते हैं, उनके द्वारा धर्म और ब्राह्मणों को लेकर जो टिप्पणी की जा रही है वह निन्दनीय है। 2024 में ब्राह्मण समाज जिस तरफ जायेगा उसकी सरकार बनेगी। उक्त बातें प्रेस वार्ता के दौरान ब्राह्मण समाज के प्रदेश अध्यक्ष व वरिष्ठ बसपा नेता डा0 सन्तोष कुमार मिश्रा राजा साहब ने कही।
उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज के खिलाफ या हिन्दू समाज के खिलाफ स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा जो अनर्गल बयानबाजी की जा रही है उससे यह साफ साबित हो रहा है कि वे पागलपन के शिकार हो गये हैं, वे जिस तरह वे हिन्दू धर्म और ब्राह्मण समाज के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं वह निन्दनीय है। वे सत्ता में आना चाहते थे लेकिन सत्ता विहीन हो गये हैं, उनके बयान से ब्राह्मण समाज के ऊपर या हिन्दू समाज के ऊपर कोई प्रभाव पड़ने वाला नहीं है। वे दल बदलू आदमी हैं वे अपनी कुर्सी को बचाना चाह रहे हैं, एक जमाने वे बहन मायावती के दरबारी थे फिर भाजपा के दरबारी हुए जब वहां उनको जगह नहीं मिली तो वे समाजवादी पार्टी के दरबारी हो गये हैं। वे जिस नाव पर बैठते हैं उसकी को डुबोने का काम करते हैं। वे अपने आप मौर्या समाज व पिछड़ा के नेता बताते हैं लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है। 2024 के चुनाव को लेकर ब्राह्मणों के समर्थन पर उन्होेने कहा कि ब्राह्मणों ने अभी अपना निर्णय नहीं लिया है। मेरे द्वारा एक ब्राह्मण सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया जायेगा कि ब्राह्मण समाज अपना समर्थन किसको देगा। जिधर ब्राह्मण करवट लेगा उसकी सरकार बन जायेगी। उन्होेने पार्लियामेंट के चुनाव लड़ने को लेकर कहा कि उन्होंने चुनाव लड़ने का मन बनाया है और अपनी बात बहुजन समाज पार्टी हाईकमान के समक्ष रखी है।
पुलिस भर्ती में प्रदेश सरकार द्वारा सभी वर्गों के लिए उम्र की सीमा बढ़ाये जाने पर उन्होंने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह मुद्दा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उठाया था यह विपक्ष का मुद्दा था जिसके चलते दबाव में आकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सिपाही भर्ती में सभी वर्गों के उम्र की सीमा बढ़ाई है। हम मुख्यमंत्री से यह मांग करते हैं जाति धर्म की राजनीति न करते हुए गरीब, किसान और बेरोजगार के मुद्दे पर ध्यान दें। आज भारी संख्या में बेरोजगार युवक सड़क पर अपनी डिग्रियां लेकर घूम रहे हैं। उनको नौकरी की जरूरत है। आज की सबसे बड़ी यही मांग है कि उन बेरोजगारों को नौकरी दी जाय।
Leave a comment