एमएसएमई, मंत्री ने विकास आधारित एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला एवं औद्योगिक प्रदर्शनी का किया उद्घाटन
लखनऊ: MSME कायार्लय, कानपुर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय,भारत सरकार द्वारा आज यहां गोमतीनगर स्थित भागीदारी भवन में एमएसएमई विकास आधारित एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला एवं औद्योगिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों/विभागों/बैंकों/एमएसएमई इकाइयों ने 20 स्टाल लगाकर अपने उत्पादों/सेवाओं का प्रदर्शन किया।
कार्यशाला के मुख्य अतिथि, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्र उद्योग मंत्री राकेश सचान ने मंत्रालय की पब्लिक प्रोक्योरमेण्ट पॉलिसी का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने के लिए महिलाओं और अनुसूचित जाति/जनजाति के उद्यमियों का आह्वान किया। उन्होंने पारम्परिक उद्योगो को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि भारतवर्ष के कुल निर्यात में एमएसएमई का 49 प्रतिशत योगदान है। गांवों में बिजली पहुंचाने का काम उ0प्र0 सरकार द्वारा किया जा रहा है। भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार द्वारा सोलर ऊर्जा, सोलर पम्प को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना- पीएम विश्वकर्मा के विषय में चर्चा करते हुए बताया कि यह योजना तकनीकी कार्य करने वाले लोगों के लिए एक मील का पत्थर सिद्ध होगी। उन्होंने यह भी कहा कि हमें इस योजना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करना होगा तभी हमारे प्रदेश के युवा तकनीकी रूप से दक्ष होंगे और हमारा एमएसएमई सेक्टर मजबूत होगा। इस कार्यक्रम से एम.एस.एम.ई. इकाइयों तथा सरकारी एवं सावर्जनिक क्षेत्र के उद्यमों के पारस्परिक सहयोग से एक दूसरे की आवश्यकता की पूर्ति की जा सकती है। वृहद उद्योग स्थानीय स्तर पर सूक्ष्म एवं लघु उद्योग इकाइयों से प्रतियोगी दर पर उनके उत्पादों को क्रय कर सकंेगे।
समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग, राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार), श्री असीम अरूण ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार चल रही है जिससे केन्द्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं के सामन्जस्य में कोई कमी नहीं है दोनों सरकारें मिलकर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि लखनऊ में आयोजित ग्लोबल समिट से अधिक निवेश जिले स्तर पर आयोजित ग्लोबल समिट के माध्यम से लोकल उत्पाद बनाने वालों के द्वारा हुआ है।
आर.के.गोयल, सहायक महाप्रबन्धक, हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड, लखनऊ ने विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा कि भारत सरकार एमएसएमई को डेवलप करने का काम कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के विजन आत्मनिर्भर भारत के अन्तर्गत तुमकुर, कर्नाटक में हेलीकाप्टर बनाने की एशिया की बड़ी कम्पनी बन रही है। यदि आप एच.ए.एल. के एक विभाग से जुड़े हुए हैं तो धीरे-धीरे अन्य विभागों से स्वतः ही जुड़ जायेंगे। हेलीकाप्टर में छोटे-छोटे पाटर््स लगते हैं। आपका छोटा सहयोग देश के काम आयेगा। हम सब मिलकर कार्य करेंगे। श्री संजय निगम, उप सामग्री प्रबन्धक, मार्डन कोच फैक्ट्री, रायबरेली ने रेलवे द्वारा कोच निर्माण हेतु आवश्यक विभिन्न महत्वपूर्ण उत्पादों की चर्चा करते हुए बताया कि प्रदेश के सूक्ष्म एवं लघु उद्यमियों के लिए एमसीएफ एक बड़ा बाजार उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने उपस्थित उद्यमियों से एमसीएफ का वेण्डर बन जुड़ने के लिए अनुरोध करते हुए अपनी वेण्डर पंजीकरण प्रक्रिया के विषय में समझाया।
मोहित सिंह, वैज्ञानिक, भारतीय मानक ब्यूरो, लखनऊ ने उद्यमियों को उत्पाद में क्वालिटी का महत्व समझाते हुए उत्पाद की क्वालिटी की जाँच और उससे बाजार पर पड़ने वाले प्रभावों पर विस्तार से चर्चा की। निर्यात सत्रों के दौरान ईसीजीसी लि0, कानपुर के प्रबन्धक श्री मोहित ने ईसीजीसी विभाग द्वारा निर्यातकों को निर्यात के दौरान रिस्क कवरेज एवं विदेशों के प्रतिबन्धित खरीदारों के विषय में जानकारी देते हुए निर्यात के विभिन्न पहलूओं पर प्रकाश डाला। फियो, कानपुर के सहायक निदेशक श्री आलोक श्रीवास्तव ने आयात एवं निर्यात की सम्भावनाओं पर प्रकाश डालते हुए उद्यमियों को निर्यात करते समय ली जाने वाली सावधानियों के विषय में जागरूक किया और निर्यात के विभिन्न पहलुओं पर उद्यमियों को जागरूक किया। क्षितिज मिश्रा, उपनिदेशक, निर्यात निरीक्षण अभिकरण, दिल्ली ने आयात-निर्यात से संबंधित गुणवत्ता जाँच के विषय में उद्यमियों को जानकारी प्रदान की। श्री कुनाल ठाकुर, टेªडमार्क एटार्नी ने बौद्धिक सम्पदा अधिकारों के विषय मंे जानकारी देते हुए ट्रेडमार्क, पेटेण्ट, डिजाइन, कॉपीराइट, जीआई आदि के महत्व को बताते हुए वर्तमान समय में उद्यमों में इसकी आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
मनीष पाठक, जिला अग्रणी बैंक प्रबन्धक, लखनऊ ने ऋण संबंधी प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी जिसके तहत उद्यमियों को उद्यम की स्थापना हेतु बैंक से ऋण लेने में सुविधा हो। उन्होंने ऋण संबंधी मुद्रा लोन, स्टैण्ड अप इण्डिया और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम ;च्डम्ळच्द्ध के बारे में भी उद्यमियों को जानकारी दी। श्री नीरज भल्ला, सहायक महाप्रबन्धक, सिडबी, लखनऊ ने सीजीटीएमएसई, स्टैण्ड-अप, स्टार्ट-अप एवं उद्यम स्थापन हेतु प्रचचित याजे नाओं पर चर्चा करते हुए उद्यमियों को इसका लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया। श्री एस.के.त्रिपाठी, उप महाप्रबन्धक, एलिम्को, कानपुर ने वेण्डर बनने की प्रक्रिया एवं एमएसएमई से खरीदे जा रहे विभिन्न उत्पादों के बारे में जानकारी दी और उद्यमियों से आह्वान किया कि आप भी वेण्डर बनकर अपने एमएसएमई उत्पादों को एलिम्को को देकर देश की सेवा में भागीदार बन सकते हैं।
कार्यक्रम में अविनाश कुमार, सहायक निदेशक, नीरज कुमार, सहायक निदेशक, एस.के. गुप्ता, वरि.सां0 अधिकारी एवं अन्य सरकारी विभागों के अधिकारीगण प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के 300 से अधिक उद्यमी एवं उनके प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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