चौरी चोरा की दृश्य देखकर क्रांतिकारियों को किया गया याद
अंबेडकर नगर 4 फरवरी 2021। चौरी चौरा शताब्दी वर्ष की शुरुआत आज सुबह 8:30 बजे प्रभातफेरी निकालकर की गई। प्रभात फेरी में विद्यालय के बच्चों के अलावा स्काउट गाइड, एनसीसी और एनएसएस के बच्चे शामिल रहे। जनपद के समस्त विकास खंडों के ब्लॉकों में एवं चयनित 8 शहीद ग्रामों में चौरीचौरा शताब्दी महोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ब्लॉक अकबरपुर में शहीद स्मारक स्मृत पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सरिता गुप्ता सहित जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी घनश्याम मीणा, अपर जिलाधिकारी डॉ पंकज कुमार वर्मा, जिला विकास अधिकारी वीरेंद्र सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा शहीद स्मारकों पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को नमन किया गया।इसके उपरांत कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुपालन में सैलूट मुद्रा में वंदे मातरम का प्रथम छंद का गायन किया गया और उपरोक्त जनप्रतिनिधि गण एवं अधिकारीगण द्वारा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया। इस दौरान माननीय यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्चुअल संवाद स्थापित किया गया। इस अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा ₹5 के डाक टिकट जारी किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शहीद के मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा। 100 साल बाद एक बार फिर शहीदों की मजारों पर मेला का आयोजन किया गया। दुनिया एक बार फिर चौरी चौरा के शहीदों के बलिदानी को याद किया। वही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल वर्चुअल माध्यम से इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने। इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री जी अपने संबोधन के दौरान कहा कि आज से प्रदेश के सभी शहीद स्मारकों व स्थलों पर 1857 से 1947 के बीच स्वाधीनता के बाद भी विभिन्न युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा में शहीद हुए वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए अगले 1 वर्ष तक इसका आयोजन किया जाएगा। प्रदेश के प्रत्येक शहीद स्मारक पर पुलिस बैंड द्वारा राष्ट्रभक्त के गीतों व दीपोत्सव करने का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हम सभी इस आयोजन के माध्यम से स्वदेशी स्वालंबन व स्वच्छता की ओर अग्रसर हो सकेंगे।माननीय मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चौरी चौरा में देश की स्वाधीनता के लिए अमूल्य संघर्ष प्रारंभ हुआ था। जिसमें पुलिस और स्थानीय जनता के बीच संघर्ष में 3 स्वतंत्रता सेनानी शहीद हो गए थे। इसके उपरांत 228 सेनानियों पर ब्रिटिश सरकार ने मुकदमा चलाया था। इसमें 19 लोगों को मृत्युदंड ,14 को आजीवन कारावास दिया गया था। उन्होंने कहा कि इस शताब्दी महोत्सव जो "LOGO" जारी किया गया है वह "स्वरक्ते स्वराष्ट्र रक्षते" अर्थात हम अपने रक्त से अपने राष्ट्र की रक्षा करते हैं यानी मेरा वैभव अमर रहे। "तेरा वैभव अमर रहे मां ,हम रहे ना रहे का भाव लिए हुए हैं।
इस मौके पर जिलाधिकारी अपने संबोधन में अवगत कराया कि गोरखपुर शहर से 26.3 किलोमीटर पूर्व में स्थित ऐतिहासिक स्थल चौरी चौरा 4 फरवरी 1922 को हुए जन आंदोलन के लिए याद किया जाता है। इस जन आंदोलन में जहां पुलिस वालों की गोली का शिकार हुई है क्रांतिकारियों को अपनी जान गवानी पड़ी तो वही भीड़ के गुस्से का शिकार हुए 21 पुलिस वालों को थाने में जिंदा जला दिया गया था। इस जन आंदोलन में 19 क्रांतिकारियों को फांसी की सजा दी गई थी। इस दौरान मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सरिता गुप्ता, जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ,मुख्य विकास अधिकारी घनश्याम मीणा, अपर जिलाधिकारी डॉ पंकज कुमार वर्मा एवं वरिष्ठ अधिकारी गण मौके पर उपस्थित रहे।
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