जहां बंद पड़ा है पाठशाला, खुली हुई है मधुशाला। सोचो देश की जनता का भविष्य, कितना उज्जवल कितना काला
फूलपुरआज़मगढ़ जहां एक तरफ शिक्षण संस्थाएं बंद है, स्कूलों में ताले लगे हुए हैं ।वहीं दूसरी तरफ शराब की दुकानें धड़ल्ले से खुली हुई है। जबकि अन्य व्यापारियों की दुकानें यदि 10 से 12 घंटे खुली रहती है तो शराब की दुकानें 15 घंटे खुले रहते हैं इस पर ना तो कोविड-19 का कोई असर है ,ना तो साप्ताहिक बंदी का, और ना तो शराब की दुकान खुली रहने से कोरोना का कोई भय है।
यदि छात्रों को बगैर शिक्षा बगैर परीक्षा पास कर दिया जाता है तो उनको शैक्षणिक ज्ञान कितना मिलेगा यह सभी जानते हैं।
कोविड-19 महामारी की वजह से देश की जनता को अपार नुकसान को झेलना पड़ रहा है, क्योंकि एक तरफ जहां छात्रों का भविष्य खराब हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ नशा करने वालों का आर्थिक सामाजिक और स्वास्तिक नुकसान हो रहा है। कोरोना महामारी की लहर पर लहर आती जा रही है ।इससे बचने का एक ही उपाय है ।सरकार की गाइड लाइन का प्रयोग करें ,और कोरोना वैक्सीन का सहारा ले।
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