Latest News / ताज़ातरीन खबरें

आजमगढ़ आई एम ए ने मनाया काला दिवस



आजमगढ़। देश को कोरोना से मुक्त कराने के लिए डाक्टर अपनी शत् प्रतिशत सेवा दे रहे, इसके बावजूद डाक्टरों की सुरक्षा व उनके ऊपर हो रहे हमलों को अनदेखा किया जा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। जिसको लेकर शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने आईएमए भवन पर बांह पर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही डाक्टरों की सुरक्षा और उन पर आए दिन हो रहे हमलों को रोकने के लिए एक ठोस व्यवस्था व डाक्टरों को सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग को लेकर आईएमए को एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी के माध्यम से भारत सरकार के प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा।
आईएमए के विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए अध्यक्ष डा. डीपी राय ने कहा कि डाक्टरों की सुरक्षा व उनके ऊपर हो रहे हमलों को अनदेखा किये जाने के विरोध में देशभर में विरोध प्रदर्शन दिवस मनाया जा रहा है। कहा कि आईएमए अपने उन सभी 724 योद्धाओं को श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान अपनी शहादत दी है। हमारे डॉक्टर समर्पण भाव से स्वास्थ्य सेवा देते आ रहे हैं और कई डॉक्टर संक्रमित भी हो चुके हैं, यही नहीं कई डाक्टर तो अपनी जान गवां चुके हैं। वहीं योगगुरु रामदेव ने पहले तो डॉक्टरों का अपमान किया और अब कह रहे हैं कि डॉक्टर देवदूत हैं। वह खुद टीका लगवाने की भी बात कर रहे हैं और वह अब माफी भी मांग रहे। लेकिन हमारे डॉक्टरों के खिलाफ उनके बयान और जबानी हिंसा से हम बहुत आहत हुए हैं, इसे हम भुला नहीं सकते। वक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आईएमए तहेदिल से आभार व्यक्त करता है कि उन्होंने स्पष्ट कह दिया है कि टीकाकरण के खिलाफ कोई भी कार्रवाई देश को नुकसान पहुंचाएगी। हम उनसे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने देने की अपील करते हैं।
आईएमए सचिव डा. खालिद ने कहाकि पिछले दो सप्ताह के अंदर असम, बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और कई अन्य जगहों पर डॉक्टरों पर हिंसा की कई घटनाएं हो चुकी हैं। कई डॉक्टर गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। महिला डॉक्टरों के साथ भी गाली-गलौच और हिंसक घटनाएं हुई हैं। आईएमए प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपील करता है कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई जाए। हम उनसे केंद्रीय अस्पताल और हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स सुरक्षा अधिनियम में आईपीसी की धारा और आपराधिक गतिविधि संहिता शामिल करने की अपील करते हैं। प्रत्येक अस्पताल की सुरक्षा के मानक बढ़ाने, अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने, दोषियों के खिलाफ फास्ट-ट्रैक अदालत में सुनवाई और उन्हें सख्त से सख्त सजा दिलाने के प्रावधान की अपील करते हैं। वक्ताओं ने कहा कि जब तक हमारी ये सभी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
प्रतिनिधिमंडल में डा. एहतेशाम, डा. जावेद अख्तर, डा. फुरकान अहमद, डा. दानिश, डा. वाहिद अली, डा. जफर तारिक, डा. जोरार अहमद, डा. खुर्शीद अहमद, डा. शहाबुद्दीन,डाअमित सिंह डा. स्वास्ति सिंह, डा. आमिर आलम, डा. सुभाष सिंह, डा. आरआर यादव, डा अब्दुल्लाह आदि लोग उपस्थित रहे।


Leave a comment

Educations

Sports

Entertainment

Lucknow

Azamgarh