Latest News / ताज़ातरीन खबरें

बड़े धूमधाम से मनाया गया जश्ने ईद मिलादुन्नबी स.अ.व (जश्न ए आमद ए रसूल) सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम

अतरौलिया आजमगढ़ । क्षेत्र के भौराजपुर कला अतरौलिया आज़मगढ़ में जश्ने ईद मिलादुन्नबी स.अ.व
(जश्न ए आमद ए रसूल) सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। जलसे की सदारत हजरत अल्लामा मौलाना अख्तर रजा़ मोदर्रिस  मदरसा फैजे नईमी सरैया ने की। जलसे की शानदार निजामत हाफिज व करी जुनेद रजा़ सुल्तानपुरी ने की। जलसे के मुख्य अतिथि (खास मेहमान) हजरत मौलाना कारी अलहाज ज़कीउल्ला गाजीपुरी रहे। जलसे में खास रूप से हजरत अल्लामा मौलाना अब्दुल बारी नईमी खतीब जामा मस्जिद अतरौलिया, हाफिज जमालुद्दीन, हाफिज अब्दुल रशीद रहे । जलसे का आयोजन जनाब हाफिज सदरे आलम व  हाफिज मेहंदी हसन ने आए हुए मेहमानों का खैरमकदम किया। जलसे की शुरुआत मौलाना कारी शाहबाज अहमद मिस्बाही आज़मी के तिलावते कलाम पाक से किया गया। जलसे में आए हुए आलिम व शोयराओं ने हुजूर सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के यौमे पैदाइश के अवसर पर  अपने अपने अंदाज से लोगों को उनके बारे में बताया।और उनके बताए रास्ते पर चलने की नशीहत दी। और जलसे के  नौजवान कमेटी तथा संयोजक हाफिज सदरे आलम व हाफिज मेंहदी हसन को मुबारकबाद दिया।
जलसे का निजामत कर रहे हाफिज कारी जुनेद रजा सुल्तानपुरी ने हुजूर की आमद में अपने नात से लोगों के दिलों में नूर कि रोशनी भर दी।
( मैंने सुना है कब्र में सरकार आएंगे, अच्छी तरह लपेटना अंदर कफन में पांव)
हाफिज फरहान रजा भोजपुरी सरकार की आमद आमद पर कहा।
( कहने की क्या जरूरत सरकार जानते हैं, सबके दिलों की हसरत सरकार जानते हैं)
मोहम्मद शाहजाद मिस्बाही मिश्रपुरी ने नात पेशकर हुजूर के शान को बताया।
(रोते को हंसाने आए हैं, गिरतों को उठाने आए हैं।)
 (सरकार दो आलम उम्मत को दोजख से बचाने आये हैं)
नेजामत कर रहे मौलाना जुनेद अहमद सैफी ने पेश किया।
(यहां से शहर मदीना नजर नहीं आता)   (चलो बरेली वहां से उछल के  देखेंगे)
कारी मेराज अहमद ने अपना कलाम पेश करते हुए हुजूर के रोजे की तारीफ़ की।
 (बा अदब अपने सर को झुकाए)
   (पढ़ते सल्ले अला आ रहा हैं )
   (चूमने उनके रोजे की जाली)
   (नूर का काफिला आ रहा है)
शायर एहसान साकिर जीयनपुरी पुरी ने ताजदार ए मदीना के नाम सारी शायरी करते हुए पड़ा।
   (अपनी हस्ती बहार करते हैं।)
   (मुस्तफा से जो प्यार करते हैं।)
   (मेरे सरकार का वो दर है जहां।)
   (सर को खम ताजदार करते हैं) जलसे के खास मेहमान अलहाज कारी जकीउल्ला गाजीपुरी ने अपने खिताब में शायराना अंदाज से लोगों को दीन और इस्लाम के रास्ते पर चलने का तरीका बताया। तथा हुजूर सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के बताए रास्ते पर चलकर मां-बाप की खिदमत और उनका फरमाबरदार होने की नसीहत दी। और शायरी अंदाज में कहा कि 
(दिल में है अरमान मदीना जाएंगे )
 (पढ़ते हुए कुरान मदीना जाएंगे)
 उन्होंने लोगों को आगाह करते हुए कहा कि किसी भी कीमत में नमाज मत छोड़िए, नमाज हुजूर की आंखों की ठंडक है, नमाज को कायम रखें। आगे शायरी लहजे में कहा ।
अल्लाह क्या जहन्नम अभी न सर्द होगी। रो रो के मुस्तफा ने दरिया बहा दिया है।
उन्होंने सभी को हज का फरीजा अंजाम देने की नसीहत दी ।और अपने बच्चों को दीनी तालीम देने की भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि मां-बाप का मकाम बहुत ऊंचा है। उनकी कदर करें और फरमाबरदार बनें। उन्होंने अपने बयान में गौसे पाक की करामात को लोगों को बताया। और नौजवानों से कहा कि मां-बाप की परवरिश करें और उनका एहतराम करें ।तथा लोगों को बताया कि अपने बच्चों की अच्छी तरबियत दें। और दीन इस्लाम के लिए मुखातिब करें। अंत में उन्होंने जलसे के आयोजक हाफिज सदरे आलम व हाफिज मेंहदी हसन तथा कमेटी के नौजवानों को मुबारकबाद दिया। और कहा कि आप लोग दीन और ईमान पर कायम रहे।
जलसे में हाफिज शोएब रजा भौराजपरी, हाफिज अब्दुल मुबीन अतरौलिया, हाफिज हामिद रजा अतरौलिया, मोहम्मद अफजल भौरापुर, फरहान आज़मी सहित नातखां शायर मौजूद रहे। और उन्होंने अपने नात से लोगों को दिलों में नूर की रोशनी भर दी। इस अवसर पर  मौलाना अब्दुल बारी नईमी, सदारत कर रहे मौलाना अख्तर रजा ने अपने खिताब में लोगों को कुरानऔर हदीश की रोशनी में दीन इस्लाम की बातें बताएं। इस अवसर पर रियाज अहमद, शोएब रजा, हाफिज  हामिद, परवेज आलम, सोहेल अहमद, अफरोज अहमद महताब आलम, पप्पू टेंट हाउस, शोएब रजा, सोहराब अहमद सहित सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। अंत में सलातो सलाम के बाद जलसा खत्म किया गया। जलसे की सदारत कर रहे मौलाना अख्तर रजा ने जलसे की कामयाबी पर खुशी का इजहार करते हुए भौराजपुर के लोगों को मुबारकबाद दिया।


Leave a comment

Educations

Sports

Entertainment

Lucknow

Azamgarh