पुलिस अभिरक्षा में पिटाई से हुई थी बंदी की मौत
गोरखपुर। जेल गेट पर पुलिस की अभिरक्षा में दम तोड़ने वाले बंदी के प्रमोद के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं. पोस्टमार्टम करने वाले दो डाक्टरों के पैनल ने बिसरा सुरक्षित किया है. एसएसपी ने मामले की जानकारी राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को दी है. पोस्टमार्टम के बाद पुलिस की निगरानी में स्वजन ने देर शाम पुलिस की निगरानी में अंतिम संस्कार कर दिया. ऐहतियात के तौर पर मोर्चरी हाउस पर भारी संख्या में फोर्स तैनात रही.
महराजगंज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र स्थित मोथई गांव निवासी प्रमोद उर्फ सोनू पांच भाइयों में तीसरे नम्बर का था. अन्य सभी भाई मजदूरी करते हैं. प्रमोद की मौत की सूचना के बाद चारों भाई पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे थे. भाइयों ने बताया कि पिपराइच के महरी गांव में उनके पिता की ननिहाल है. एक सप्ताह पहले वह महरी आया था उसके बाद क्या हुआ उन्हें कुछ नहीं पता. प्रमोद की शादी हो गई थी लेकिन तीन साल पहले पत्नी छोड़कर चली गई थी. पिटाई से मौत होने का आरोप लगाते हुए स्वजन ने दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की. पुलिस की देखरेख में प्रमोद का अंतिम संस्कार हुआ
एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार को घटना की जानकारी दे दी गई है. अगर स्वजन तहरीर देंगे तो मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई होगी. एसपी नार्थ को घटना की जांच सौंपी गई है. पिपराइच थाना पुलिस ने चिउटहा नहर के पास प्रमोद को चोरी के फावड़ा व स्पीकर के साथ पकड़ा था. चोरी का मुकदमा दर्ज कर रविवार की शाम पिपराइच थाने के दारोगा व सिपाहियों ने रिमांड मजिस्ट्रेट के न्यायालय में पेश किया था जहां से जेल भेज दिया गया था. जेल गेट पर तलाशी के दौरान ही प्रमोद की तबीयत बिगड़ने पर जिला अस्पताल भेजा गया जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
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