ग्रीन गुरु सोसाइटी उत्तर प्रदेश की स्थापना दिवस पर पुनः "सेवा अस्माकम धर्म:" के सिद्धांत पर दिया गया बल
आजमगढ़ : ग्रीन गुरु सोसायटी उत्तर प्रदेश के सातवीं स्थापना दिवस के अवसर संगठन ने अपने विगत कार्यो और संगठन द्वारा पूर्व में लगाई वृक्षों का एक बार पुनः निरीक्षण किया। जिस तरह से ग्लोबल वार्मिंग की बढ़ती समस्या को देखते हुए संगठन ने वृक्षारोपण का कार्य लगातार जारी रखा बता दें कि, ग्रीन गुरु सोसायटी समाजसेवी संगठन ने लगातार पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ समाज में समर्पित होकर समाज के लिए शिक्षा, पर्यावरण और सेवा पर आधारित चिकित्सा सेवा को लेकर लगातार समाज में सेवा करता रहा।
संगठन का कार्यकारी 7वीं स्थापना दिवस के अवसर पर संगठन के कोषाध्यक्ष रामकेश यादव ने कहा कि "जहां करोना काल में लोग महामारी से जूझ रहे थे ,संगठन उस समय भी वृक्षारोपण का कार्य पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करता रहा, आज के समय में समाज के लिए संगठन ने कई ऐसे वृक्षों को समर्पित किया है जो प्रतिदिन वातावरण को शुद्ध वायु और अनमोल जीवन वायु प्रदान करते हैं"।
वही संगठन के उपाध्यक्ष मोहम्मद महफूज आज़मी ने कहा कि ,"शिक्षा के क्षेत्र में भी हर तबके के बच्चों को संगठन द्वारा लगातार प्रोत्साहित करने का कार्य किया गया । संगठन के मुख्य सलाहकार रविंद्र कुमार यादव ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि,"समाज सेवा में तत्पर युवाओं को सही दिशा देने के लिए संगठन ने लगातार प्रोत्साहित किया और उन्हें एक मंच देकर समाज में उनके योगदानओं को एक नई दिशा दे कर अहम योगदान देने पर बल दिया आगे संगठन निरंतर अपने कार्यों को प्रगति की दिशा में कदम बढ़ाते हुए एक नई ऊंचाई को प्राप्त करने के लिए लगातार बढ़ता रहेगा साथ में संगठन ने कई चिकित्सा शिविर के माध्यम से समय-समय पर निशुल्क कैंप लगाकर सेवा समर्पित कार्य किये । ग्रीन गुरु सोसायटी के कार्यक्रम संचालक अमित मौर्य ,मीडिया प्रभारी ए के यादव सहित तमाम वरिष्ठ पदाधिकारियों और पत्रकार बन्धुओं को नागपंचमी के बधाई संदेश भेज कर कार्य को प्रगति की तीव्रता पर बल दिया गया।
संस्था के फाउंडर सीएस मौर्य ने संस्था के स्थापना दिवस पर सभी पदाधिकारियों को बधाई दी साथ में पैतृक महा दिव्य "संकट मोचन श्री सिद्धि हनुमान मंदिर भेड़िया " पर पूजन दर्शन कर सभी पदाधिकारियों का आभर व्यक्त किया और कहाकि," प्रकृति हमेशा ही निःस्वार्थ भाव से सेवा का संदेश देता है और ग्रीन गुरु सोसाइटी भी प्रकृति के इस सिद्धांत को अपना मूल मंत्र "सेवा अस्माकम धर्म:" के सिद्धांत पर सेवा करती है और अपने पदाधिकारियों को सेवा समर्पण के लिए बधाई देती हैं"।
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