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पारा दम्पति हत्याकांड काण्ड के 28 दिन बाद भी पुलिस के हाथों में क्या लगा?डिप्टी सीएम ने कहा था"दोषियों को ऐसी सज़ा मिलेगी की रूह कांप जाएगा",पर आज?

आजमगढ़। फूलपुर कोतवाली क्षेत्र में 16 जून को पारा गांव निवासी मौर्य दंपती की निर्मम हत्या कर शव को अंबारी जनता इंटर कॉलेज के पास फेंक दिया गया था। हत्या के लगभग 28 दिन गुजरने के बाद ही पुलिस अभी तक मौर्य दंपती मर्डर मिस्ट्री का खुलासा नहीं कर सकी है। जबकि हत्या का खुलासा करने के लिए एसपी अनुराग आर्य ने चार टीमें बनाई हैं लेकिन जांच अभी तक सिफर ही हैं।दरअसल यह मामला दो थाना क्षेत्रों का है फूलपुर कोतवाली के अंबारी क्षेत्र में हत्या कर मौर्य दंपती का शव फेंका गया था। वहीं अहरौला थाने में परिजनों द्वारा अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया गया था। 14 जून को मौर्या दंपती इंद्रपाल मौर्य अपनी पत्नी शकुंतला मौर्या को लेकर बाइक से दवा लेने के लिए जौनपुर जनपद के शाहगंज गए हुए थे। देर रात तक नहीं लौटे तो परिजन परेशान हो गए उनके मोबाइल पर फोन लगाने लगे उनका फोन भी बंद है जा रहा था। इसी तरह से रात लगभग 9 बजे इंद्रपाल मौर्या की भतीजे से बात हुई और इंद्रपाल मौर्य के द्वारा इतना ही कहा गया बहुत मुसीबत में है और फोन कट गया। इसके बाद परिजन भी परेशान होकर इधर-उधर तलाश करने लगे। जब कहीं किसी तरह का सुराग नहीं लग सका तो परेशान परिजन देर रात में ही 14 जून को थाने पहुंचकर मामले की सूचना दिए।हालांकि मामला पुलिस ने तो न संज्ञान में लिया और ना दर्ज किया और सारी रात सारे परिजन तलाश में लगे रहे। जब कहीं कोई पता नहीं चला तो 15 जून की सुबह कई दर्जन लोग रिश्तेदार और परिजन थाने पर पहुंचे और तत्कालीन थानाध्यक्ष को घटनाक्रम के बारे में बताया। लेकिन तत्कालीन थानाध्यक्ष ने ना तो तहरीर ली ना ही मामले में गंभीरता दिखाई उल्टे परिजनों को डांट डपट कर हटा दिया। परिजनों ने इसकी शिकायत एसपी से की कप्तान के निर्देश पर अहरौला थाने में मौर्य दंपती के अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ। लेकिन परिजनों का आरोप है कि ना तो पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया ना तो सक्रियता दिखाई। जिसका 16 जून को परिजन भारी संख्या में थाने पर पहुंचे थे। उन्हें थाने से भगा दिया गया।उसी के थोड़ी देर बाद ही सूचना मिली कि अंबारी में दंपती की हत्या कर शव फेंका हुआ पाया गया है। घटना की गंभीरता को समझते हुए एसपी अनुराग आर्य स्वयं मौके पर पहुंचे और लोगों को आश्वासन दे मामले को शांत करवाया। परिजनों की शिकायत पर तत्कालीन थानाध्यक्ष की भूमिका की जांच एसपी ग्रामीण को सौंपी। इस मामले में परिजनों द्वारा एक महिला सहित दो पुरुषों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया था। मौर्य दंपती की हत्या के बाद 302 धारा बढ़ा दी गई।इसके बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने घटना की पूरी जानकारी पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ से लिया जिसका उपमुख्यमंत्री में ट्वीट कर जानकारी सार्वजनिक किया था फिर चुनावी दौड़े में उपमुख्यमंत्री ने दम्पति के बच्चों से मिलने पहुंचे ,डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि,"दोषियों को ऐसी सज़ा दिया जाएगा कि रूह तक काँप उठेगा".लेकिन इस घटना को बीते लगभग 28 दिन हो चुके हैं लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं।


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