जम्मू-कश्मीर में गुलाम नबी आजाद ने डाला वोट, कहा- सावधानी से अपना नेता चुनें
आज (मंगलवार 1 अक्टूबर) को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए मतदान जारी है। जम्मू के चार जिलों की 24 और कश्मीर के तीन जिलों की 16 सीटों पर वोटिंग हो रही है। वहीं भाजपा के अलावा सज्जाद गनी लोन भी दो सीटों से चुनावी मैदान में हैं। यह चुनाव जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। बता दें कि ‘डेमोक्रेटिव प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी’ (DPAP) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को मतदाताओं से जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के तीसरे एवं आखिरी चरण में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की अपील की है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है और क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय दोनों ही दलों ने इस पर उचित ध्यान नहीं दिया। जम्मू-कश्मीर के तीसरे चरण के चुनाव के तहत जम्मू क्षेत्र के जम्मू, उधमपुर, कठुआ और सांबा तथा उत्तर कश्मीर के बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा सहित सात जिलों के समूचे 40 विधानसभा सीट पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हो गया। मतदान शाम 6 बजे खत्म होगा।
लोगों से की मतदान की अपील: आजाद
वहीं अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव में मतदान करने के पात्र बने पश्चिमी पाकिस्तानी शरणार्थियों, वाल्मीकि और गोरखा समुदाय के बारे में पूछे जाने पर आजाद ने कहा कि कुछ मुद्दे 1947 से ही हैं और उनका इस्तेमाल हमेशा विभिन्न दल अपने राजनीतिक लाभ के लिए करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘वर्तमान में राज्य का दर्जा, अनुच्छेद 35A और बढ़ती बेरोजगारी जैसे मुद्दे हैं। बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है जो हर धर्म तथा युवाओं के भविष्य से जुड़ी हुई है।’’
मतदान की अपील करते हुए आजाद ने कहा, “मेरा सभी मतदाताओं से अनुरोध है कि आप अपने परिवार के साथ अपने मतदान केंद्र पर पहुंचे और अपना वोट डालें। सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है और यह सिर्फ युवाओं का मुद्दा नहीं है, यह पूरे समाज का मुद्दा है। पिछले कई वर्षों से रोजगार के लिए कोई योजना या कार्यक्रम नहीं बनाया गया है। चुनाव मुद्दों पर लड़े जाते हैं लेकिन कोई भी जनता के मुद्दे नहीं उठाता। जम्मू और कश्मीर के मतदाता सरकार बनाएंगे। जिसे भी वे वोट देंगे, वही सरकार बनाएगा।
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