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आवास अभाव में दर-दर भटक रहे हैं लाभार्थी ग्राम प्रधान व सचिव के ऊपर लगाया आरोप घास व छप्पर में रहने को मजबूर है परिवार : करंजाकला

जौनपुर करंजाकला क्षेत्र के किशुनपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना के पात्र लाभार्थी पक्की छत की आस में दर-दर भटक रहे हैं। सालों बीतने के बाद भी आज तक उन्हें छत नसीब नहीं हुई। लाभार्थी सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगा-लगाकर थक चुका हैं, लेकिन अभी तक उसे आवास योजना का लाभ नहीं मिला है।
पात्र होने के बाद भी गरीब तबके के लोग खुले आसमान के नीचे घास फूस की छत बना कर जीवन जीने को मजबूर है। गांव की पार्टी बंदी की वजह से कई पात्र लोगों का नाम सूची में शामिल नहीं किया गया है। अधिकारियों के पास चक्कर लगाने के बाद यह आश्वासन मिलता है कि पात्र होने पर आवास मिल जाएगा। इसी आस में जीवन बीतता जा रहा है। लेकिन सपना पूरा नहीं हो रहा है। आज भी गरीब लोग आवास की आस में छप्पर में दिन काटने को मजबूर है। किशुनपुर निवासी सूबेदार प्रजापति का कहना है कि मेरी पत्नी शीला का नाम पात्रता सूची में है। काफी भाग-दौड़ करने के बाद आज तक आवास नहीं मिला है। मजबूर होकर झोपड़ी में प्लास्टिक का पर्दा डालकर गुजर कर रहे है। सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा लगा कर थक गए है। लेकिन झूठे आश्वासन देकर टरका दिया जाता है। मजदूरी के अलावा परिवार की आय का कोई साधन नहीं है। लाभार्थी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत उन्होंने कई बार जिलाधिकारी व सीडीओ जौनपुर को दी थी वह मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई थी लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जिलाधिकारी ने पत्र का निस्तारण करने के लिए ब्लॉक मुख्यालय पर पत्र को भेजा लेकिन ब्लॉक मुख्यालय की तरफ से पात्र लाभार्थी की रिपोर्ट लगा दी गई की पहली किस्त का पैसा आवंटन कर दिया गया और जमीनी काम करवा दिया गया है जबकि पात्र लाभार्थी का आरोप है कि अभी तक उसे कुछ भी प्राप्त नहीं हुआ है। उसने ग्राम प्रधान व सचिव के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि यह दोनों ने मिलकर ने मिलकर पात्रता की सूची से नाम हटाने का पूरा प्रयास किया। इस संबंध में बीडीओ आरडी यादव से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी तथा लाभार्थी को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाला आवास आवंटित किया जाएगा।


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