Lakhimpur Kheri|सपा नेता की निर्मम हत्या, कत्ल से कुछ दिन पहले कातिल ने भेजा था संदेश, बीवी से कह दो... चूड़ी-कंगन उतार कर रख दे
लखीमपुर खीरी। बंसी वाले बचाने नहीं आएंगे...अपनी बीबी से बोल देना चूड़ी- कंगन उतार कर रख दे... यह धमकी आरोपी नेत्रपाल ने मुस्तफाबाद निवासी रमेश यादव को हत्या से कुछ माह पहले दी थी। सोशल मीडिया पर भेजे गए धमकी संदेश का स्क्रीनशॉट अब वायरल हो रहा है। आरोप है कि तत्कालीन उचौलिया थानाध्यक्ष ने उस वक्त कार्रवाई के बजाय पीड़ित को ही मनोचिकित्सक से इलाज कराने की सलाह दी थी। ऊचौलिया थाने के गांव ढंढेल-मुस्तफाबाद निवासी समाजवादी युवजन सभा के विधानसभा क्षेत्र उपाध्यक्ष रमेश यादव की मंगलवार की रात करीब दो बजे लाठी-डंडों व धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई। पड़ोसी गांव के हमलावरों ने उसके भतीजे शुभम पर भी हमला किया और मरा समझकर छोड़ गए। बुधवार की दोपहर पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद मृतक के दूसरे भतीजे पवन ने बताया कि आरोपियों से चुनावी रंजिश थी। करीब छह माह पूर्व सिंचाई के पानी को लेकर भी विवाद हुआ था।
शिकायत पर पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ शांतिभंग की कार्रवाई की थी। विवाद के करीब 15 दिन बाद आरोपी नेत्रपाल ने फेसबुक पर रमेश को धमकी भरा संदेश भेजा था। पवन का कहना है कि धमकी मिलने के बाद पुलिस को सूचना दी गई थी मगर तत्कालीन थानाध्यक्ष ने कार्रवाई के बजाय उसके चाचा को ही मनोचिकित्सक से इलाज कराने की सलाह दे डाली। रमेश सिंह यादव की मौत से घर में कोहराम मच गया। चार भाइयों में मृतक सबसे छोटा था। रमेश की वर्ष 2016 में शादी हुई थी। उसके दो बच्चे हैं। बेटी छाया (6) और चार वर्षीय बेटा रूपेश है। रमेश की मौत से पत्नी रोहिणी का रो-रो कर बुरा हाल है। रमेश के एक भाई राजेश की बीते दिसंबर में कैंसर से मौत हो गई थी। रमेश की मां लक्ष्मी ने बिलखते हुए बताया कि उसके पति सोहन सिंह करीब 30 साल पहले घर से कहीं चले गए थे। उस समय रमेश करीब चार वर्ष का था। उन्होंने अकेले छोटे-छोटे बच्चों को पाल-पोसकर बड़ा किया। बुधवार तड़के रमेश सिंह यादव की हत्या के बाद हमलावरों ने रमेश के पड़ोस में रहने वाले एक युवक के मोबाइल पर कॉल की। कहा कि रमेश को मार डाला है। उसकी लाश उठा ले जाओ। जिस पर युवक ने कहा कि मुझे क्यों बता रहे हो, रमेश के घर वालों को बताओ। तब हमलावर ने उस युवक के साथ गाली-गलौज भी की।
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