दरोगा ने आरोपी की बहन के सामने रखी नाजायज मांग, मुकदमें में एफआर लगवाने का मामला, एसपी ने लिया एक्शन
बिजनौर। बिजनौर में दुष्कर्म के मामले में एफआर लगाने की एवज में दरोगा ने आरोपी की बहन के सामने नाजायज मांग रख दी। मामले की शिकायत पर एसपी ने सीओ को जांच सौंपी, जिसके बाद शेरकोट थाने के दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया। हालांकि दरोगा को लाइन हाजिर किए जाने से पीड़िता संतुष्ट नहीं है, वह आरोपी दरोगा के निलंबन की मांग कर रही है। पीड़िता ने उच्चाधिकारियों से मामले में भी शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार मोहल्ला निवासी विवाहिता ने शेरकोट थाने में अपने पति के खिलाफ मारपीट-तीन तलाक तथा जेठ के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की जांच दरोगा संजय कुमार कर रहे थे, जबकि आरोपी भाइयों की पैरवी उनकी चचेरी बहन कर रही थी। बताया जाता है कि 17 सितंबर को दरोगा संजय कुमार ने विवेचना के नाम पर आरोपियों की चचेरी बहन को फोन किया और नेजो सराय स्थित एक लैब पर बुलाया। आरोप है कि दारोगा ने मुकदमे में एफआर लगाने के नाम पर महिला से 60 हजार रुपये की मांग की। मामले में दरोगा को 20 हजार रुपये दे भी दिए गए, आरोप है कि 18 सितंबर की रात 10 बजे दरोगा संजय कुमार युवती के घर पहुंचा और वहां पलंग पर लेटकर उसके भाई से अपने पैर दबवाए और युवती से सिर दबवाया। आरोप है कि दरोगा ने युवती से अपने रात को अपने साथ चलने को कहा और बात न मानने पर उसको भी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। युवती ने दरोगा की लिखित शिकायत सीओ अफजलगढ़ को दी, जिसकी जानकारी होते ही दरोगा ने युवती को फोन कर धमाया भी। उस समय युवती सीओ के समक्ष उपस्थित थी और उसने फोन हैंड फ्री कर दारोगा सारी बात सीओ को सुनवाई। सीओ की रिपोर्ट के आधार पर एसपी नीरज जादौन ने रविवार देर शाम दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया। हालांकि युवती दरोगा को संस्पेंड कराने की मांग पर अड़ी है। उधर, एएसपी धर्म सिंह मार्छाल का कहना है कि जांच में लापरवाही बरतने पर सीओ की रिपोर्ट की आधार पर दारोगा संजय कुमार को लाइन हाजिर किया गया है। जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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