भरी अदालत में पत्नी पति पर तानी पिस्टल, फिर फायर करने के लिए दबाया ट्रिगर... होनी को कुछ और था मंजूर
चंदौसी (संभल)। संभल के चंदौसी के तहसीलदार न्यायालय में संपत्ति विवाद को लेकर सुनवाई के दौरान पत्नी ने अपने अधिवक्ता पति पर लाइसेंसी पिस्टल तान दी और फायर करने का प्रयास किया। पर किसी कारण फायर नहीं हो सका। यह देखकर न्यायालय में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद आरोपी महिला अपने साथी के साथ गाड़ी में बैठ कर भाग गई। न्यायालय की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में लगी है। पीड़ित पति ने मामले में पत्नी के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। चंदौसी के तहसील के अधिवक्ता आशीष कुमार का अपनी पत्नी से संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। वाद तहसीलदार चंदौसी के न्यायालय में विचाराधीन है। इस मामले में पांच जून की तारीख तय थी। अधिवक्ता आशीष कुमार, पत्नी व अन्य वादकारियों की न्यायालय सभागार में भीड़ लगी थी। वहां तहसीलदार के अर्दली ने आशीष व उनकी पत्नी का नाम पुकारा। संपत्ति पर पूर्व में दिए गए स्टे को लेकर पत्नी आक्रोशित हो गई और पर्स से लाइसेंसी पिस्टल निकालकर पति के ऊपर तान दी।
उन्होंने फायर करने का प्रयास किया, पर किसी कारण फायर नहीं हो सका। उस समय न्यायालय कक्ष में करीब 40 वादी, प्रतिवादी और अधिवक्ता मौजूद थे। ये नजारा देखकर न्यायालय कक्ष के अंदर वादकारी व अधिवक्ताओं में भगदड़ मच गई। किसी तरह आशीष ने भी छुपकर जान बचाई। इसके बाद आरोपी पत्नी न्यायालय कक्ष से बाहर निकली और अपने एक साथी के साथ गाड़ी में बैठकर तुरंत ही तहसील से निकल गई। इसके बाद वहां अधिवक्ताओं की भीड़ लग गई। प्रभारी तहसीलदार निश्चय कुमार ने न्यायालय की कार्यवाही को तुरंत ही स्थगित कर दिया और एसडीएम रामकेश धामा को मामले से अवगत कराया। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
अधिवक्ता आशीष कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि गांव असालतपुर जारई में एक संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा है। पत्नी संपत्ति बेचना चाहती है और उसने संपत्ति पर स्टे ले रखा है। इस मामले की सुनवाई 22 मई को भी थी। उस दिन अधिवक्ताओं की हड़ताल के कारण सुनवाई नहीं हो सकी थी। तब भी पत्नी ने उसके ऊपर ईंट फेंक कर हमला किया था। इस मामले की पुलिस को तहरीर दी गई थी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब सोमवार को तहसीलदार न्यायालय में ही लाइसेंसी पिस्टल से फायर करने का प्रयास किया। तहरीर में आशीष ने पत्नी से जानमाल का खतरा बताया है। तहसील में लगे सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। तहसीलदार न्यायालय में भी कैमरा लगा हुआ है पर घटना के समय कैमरा संचालित नहीं था। इस मामले में अधिकारी भी कोई जबाव नहीं दे पाए और कैमरे संचालित कराने की बात कही। घटना से अधिवक्ताओं में रोष हैं। न्यायालय में सुरक्षा को लेकर अधिवक्ताओं ने सवाल खड़ा किया। कहा कि इस से तरह से कोई भी बड़ी घटना न्यायालय में हो सकती है। अधिवक्ता अमर सिंह यादव, राजेंद्र सिंह, विनोद शर्मा, शहजाद हुसैन, हरपाल सिंह, राघव सिंह, किशोर कुमार आदि रहे।
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