पत्नी के सोने के बाद काटा बेटी का गला, प्रेम संबंध की वजह से था नाराज
फिरोजाबाद। स्थानीय मोहल्ले तिलकनगर निवासी मनोज ने बेटी की आरी से गला काटकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार ये हत्या बेटी के प्रेम संबंध की वजह से की गई। युवती के प्रेम संबंध एटा जिले के रहने वाले सुधीर नाम के युवक से थे। सुधीर के सजातीय न होने की बात का पता चलने के बाद से ही मनोज बेटी रुचि से नाराज था। मनोज बेटी का विवाह सजातीय करना चाहता था, तभी से परिवार में कलह होने लगी थी। 11 जुलाई को पिता ने घर में प्रेमी की मौजूदगी में बेटी ने प्रेमी के सामने पिता से अभद्रता कर दी। इस पर पिता ने दोनों को थप्पड़ मार दिया, तभी रुचि ने पिता मनोज को जान से मरवाने की धमकी दे दी। इसी वक्त मनोज ने बेटी को मारने की ठान ली।
बेटी की हत्या की सूचना देने थाने पहुंची रुचि की मां नगीना की मानें तो रुचि के प्रेम संबंध की जानकारी होने पर शादी करने के लिए सुधीर को घर बुलाकर करीब दो महीने पहले देखा गया था। पसंद आने पर उसके परिवार वालों से बात की। इसी बीच पता चला कि सुधीर राठौर जाति का नहीं है। इसके बाद रिश्ता तोड़ दिया गया। 11 जुलाई को रुचि ने सुधीर को घर बुलाया था। कुछ समय रहने के बाद वह दोस्त के घर जाने की बात कहकर चला गया था। देर शाम फिर से घर आया और रात को घर पर रुका। देर रात रुचि और सुधीर को मनोज ने एक कमरे में देखने पर विरोध किया। इस पर रुचि ने पिता से अभद्रता कर दी। इसके बाद मनोज ने गुस्से में रुचि और सुधीर के थप्पड़ मारा था। तब रुचि ने पिता को अपशब्द कहकर जान से मरवाने की धमकी दे दी थी। इस बात को लेकर मनोज ने रुचि की हत्या करने की योजना तैयार की।
नगीना ने बताया कि गुरूवार रात वह तीनों बच्चों के साथ कमरे में सोई थी। उसने रुचि को भी साथ में सोने के लिए कहा था। लेकिन उसने मना कर दिया। वह दूसरे कमरे में सो गई। वहीं मनोज कमरे के बाहर सो रहा था। सुबह छह बजे जागी तो रुचि दिखाई नहीं दी तो पति मनोज से रुचि के बारे में पूछा गया तब मनोज ने बताया कि उसने रुचि की हत्या कर दी है और शव कमरे में पड़ा है। इसके बाद मनोज बिना बताए घर से निकल गया। कुछ देर बाद घर आया तब तक पुलिस आ चुकी थी। पति के खिलाफ थाना उत्तर पुलिस को तहरीर देने पहुंची रुचि की मां नगीना देवी का कहना था कि रुचि जिद्दी थी। वह हर किसी से झगड़ा करती थी। करीब दस साल पहले मनोज का एक हाथ थ्रेसर मशीन में आने से कट गया था। एक हाथ कटने के बाद भी परिवार के भरण पोषण के लिए मनोज कारखाने में काम करता था। परिवार की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। इस कारण नगीना घर पर ही चूड़ी जुड़ाई का काम करती थी। रुचि ने कक्षा आठ की पढ़ाई की थी। पढ़ाई में कमजोर होने पर परिजनों ने उसकी पढ़ाई बंद करा दी थी।
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