आरक्षी की पत्नी के साथ बदसुलुकी, 03 आरक्षी निलम्बित, 02 आरक्षियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज, 02 आरक्षी पुलिस हिरासत में
आजमगढ़ : कल दिनांक- 10 जुलाई 2022 को रात्रि डायल 112 में तैनात आरक्षी अनुराग सिंह मौर्या द्वारा सूचना दी गयी कि आरक्षी बिजेंद्र सिंह द्वारा शराब का सेवन कर उसके मित्र(जो स्वयं डायल 112 में कार्यरत हैं) की पत्नी के साथ बदसुलुकी की गयी एवं पूछने पर आरक्षी बिजेंद्र सिंह व उसके साथ आरक्षी दिवाकर सिंह द्वारा मेरे साथ हाथापाई की गई। इनके साथ आरक्षी मनीष मिश्रा भी थे लेकिन इनके द्वारा दुर्व्यवहार या मारपीट नहीं की गई। इस सूचना पर तीनों आरक्षियों का मेडिकल परीक्षण कराया गया शराब के सेवन के अलग अलग लक्षण पाए जाने पर आज 11 जुलाई को उक्त तीनों आरक्षियों को पुलिस अधीक्षक आजमगढ द्वारा निलंबित कर दिया गया है।
आरक्षी अनुराग सिंह मौर्य की तहरीर पर आरक्षी बिजेंद्र सिंह व आरक्षी दिवाकर सिंह की विरुद्ध थाना कोतवाली पर FIR No-322/22 धारा-354D,323,504,506 IPC बनाम का0 बिजेंद्र सिंह तथा धारा-323,504,506 IPC बनाम का0 दिवाकर सिंह पंजीकृत कर दोनों आरक्षियों को पुलिस हिरासत में लिया गया है।एक बार फिर बतादेकि,पुलिस लाइन परिसर में रविवार की रात अपने आवास के बाहर टहल रही पुलिसकर्मी की पत्नी के साथ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के गनर ने छेड़खानी कर दी। विरोध करने पर मामला मारपीट तक पहुंच गया। इस मामले की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मामले में दोषी पाए गए तीन आरक्षियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
पुलिस विभाग के डायल 112 सेवा में तैनात सिपाही पुलिस लाइन परिसर में मिले आवास में अपने परिवार के साथ रहता है। रविवार को वह अपने ड्यूटी पर तैनात था। रात में सिपाही की पत्नी अपने आवास के बाहर टहल रही थी। उसी दौरान पुलिस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का गनर नशे की हालत में महिला के पास पहुंचा और उसके साथ छेड़खानी शुरू कर दी। महिला ने फोन के माध्यम से इसकी जानकारी अपने पड़ोसी को दी। मौके पर पहुंचे पड़ोसी ने जब इस बात का विरोध किया तो मामला मारपीट तक पहुंच गया। बताते हैं कि गनर के साथ रहे दो अन्य पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव करने वाले पुलिसकर्मी के साथ मारपीट की। पीड़ित पक्ष द्वारा रात में ही इसकी सूचना पुलिस अधीक्षक को दी गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने घटना की जांच कराई और इस मामले में दोषी मिले गनर विजेंद्र सिंह, उसका साथ देने वाले सिपाही दिवाकर सिंह एवं मनीष मिश्रा के खिलाफ शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराते हुए तीनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
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