इस पवित्र स्थल की दुर्दशा का जिम्मेदार कौन?
अम्बेडकरनगर जनपद के तहसील क्षेत्र नगर के प्रसिद्ध मंदिर श्री शक्तिपीठ शीतला मठिया मंदिर घसियारी टोला में स्थित नगर ही नहीं जलालपुर के आसपास के क्षेत्रों के लिए भी हिंदू समाज का प्रमुख आस्था का केंद्र है जहां प्रातः काल से ही भक्तजन पूजा अर्चना करने के लिए आना शुरू कर देते हैं श्रद्धा पूर्वक पूजा अर्चना के बाद चढ़ावा चढ़ा कर अपनी मन की कामनाओं को पूर्ण करने के लिए माता भगवती से प्रार्थना कर के जाते हैं. यह मंदिर सर्वजनिक हिंदू मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है जहां पर कई देवी-देवताओं के मंदिर बने हुए हैं मंदिर परिसर में ही 16 दुकानें आगे रोड पर और कुछ पीछे भी है जो किराए पर दी गई हैं. मंदिर परिसर में ही शादी विवाह के भी कार्यक्रम संपन्न कराए जाते हैं! उसके बावजूद भी जो रुपया पैसा आता है उसको कमेटी के द्वारा कभी भी सर्वजनिक रूप से हिंदू समाज के लोगों को बताया नहीं गया है कि कहां पर कितना पैसा जमा है और पैसे का क्या उपयोग किया जा रहा है देखा जाए तो यदि मंदिर में आने वाले रुपए का सही उपयोग किया जाए तो मंदिर का कोना कोना संगमरमर से दिखाई पड़ता लेकिन रुपए के हिसाब किताब का कोई अता पता नहीं है! सूत्रों की माने तो उक्त संबंध में धर्मार्थ कार्य विभाग उत्तर प्रदेश सरकार और योगी आदित्यनाथ से मंदिर के क्रियाकलाप की शिकायत करने का लोग मन बना रहे हैं! यही नहीं अभी बिना किसी को कारण बताएं मंदिर के बाबा को मंदिर से हटा दिया गया है! और इस समय जो लोग मंदिर परिसर को संभाल रहे हैं उन्हें की दारु शराब और गांजे पीने की शिकायत सर्वजनिक रूप से आ रही है जिसका एक वीडियो भी सूत्रों के द्वारा प्राप्त हुआ है और कुछ भक्तगण मंदिर की गरिमा बनाए रखने के लिए मंदिर परिसर में हो रहे क्रियाकलापों की जानकारी के लिए निगाहें लगा रखे हैं जो हिंदू समाज के जनहित में है मंदिर कमेटी के अध्यक्ष भी मंदिर पर तभी आते हैं जब कोई जरूरी कार्य या वाद विवाद होता है अन्यथा मंदिर पर वह भी नहीं दिखाई पड़ते हैं सब मिलाकर यह प्रसिद्ध मंदिर काफी लंबे समय से हिंदू समाज के ध्यान न देने दिए जाने के कारण विकास की किरणों से भी अछूता है! नगर पालिका परिषद जलालपुर द्वारा अभी हाल ही में एक बड़ा शौचालय मंदिर परिसर में बनवाया गया है जो वह भी अभी तक चालू नहीं है! मंदिर कमेटी में आने वाले धन का हिसाब किताब ना होने के चलते मंदिर का विकास रुका हुआ पड़ा है यह मंदिर घसियारी टोला मोहल्ले में आता है और जिसके नाम से कमेटी बनाई गई है जिसके संस्थापक राम आसरे निषाद थे जो कई वर्षों पहले स्वर्गीय हो चुके हैं! भक्तजनों को समाज के लोगों को इस और अवश्य ध्यान देना चाहिए।
Leave a comment