वाराणसी से आये पत्रकार की मुहिम लाई रंग, अपने पैतृक गांव पवई खंड करौजा कमल्दी पुर ग्राम वासियों को जल्द मिलेगी डीप व सेलो ट्यूबेल की सौगात
आज़मगढ़: कहते हैं जिस चीज को ठान लिया जाए वो काम होकर रहेगा।
यदि दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो बालू से भी पानी निकाला जा सकता है। कुछ इसी तर्ज पर लॉकडाउन की मार से वाराणसी से चलकर अपने गांव करौजा कमल्दी ब्लॉक पवई आजमगढ़ आये पत्रकार बृजेन्द्र बी यादव ने कर दिखाया है।
पत्रकार के प्रयास से जल्द ही केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की तरफ से ग्राउंड वाटर एसेसमेंट मोनिर्टिंग एवं क्वालिटी चेकअप के लिए करौजा कमल्दी में डीप ट्यूबवेल एवं सेलो ट्यूबल लगाने का प्रावधान चल रहा है।जिसकी लगाने लागत करीब 55 लाख से ज्यादा है।
इस सिलसिले में भू जल वैज्ञानिक केंद्रीय भू जल बोर्ड के तत्वाधान में इस कार्यकर्म का आयोजन किया जा रहा हैं। ये योजना वरिष्ठ पत्रकार बृजेन्द्र बी यादव के लंबे प्रयास से सफल हुआ है। ये पत्रकार ने अपने गांव के विकास को समर्पित हो कर अब तक करोड़ो का बजट दिला चुके हैं।
"इस पत्रकार के काम की उपलब्धी"
पहला काम रेलवे से लड़कर आपने गांव में मानव रहित क्रॉसिंग को अंडर ग्राउंड सबवे पास कराया और गांव के जल के निकासी के लिए डेढ़ मीटर चौड़ी व 150 मीटर लंबी नाली बनवाया। जिसकी लागत लगभग तीन लाख से ज्यादा है,यह उन्ही के प्रयास का ही परिणाम है
करौजा गांव में प्रधान के आकंठ भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ चुका गांव के वंचितों को आवास न होने से परेशानी देखते गए बीडीओ से व जिला विकाश अधिकारी की मदत से गांव को गोद दिलवाया ,
गांव के दलित बंचित के ऊपर राजनीति करने करने वालो कर मुह पर तमाचा भी मारा वंचितों को मुख्यमंत्री आवास दिलवाने के दिन रात मेहनत कर के ब्लॉक अस्तर पर जा जा कर उनकी अधिकारी को सूचित कर के पास करवाया
पीड़ा इस बात की सताए जा रही हैं ग्राम पंचायत चुनाव आ गया हैं
अब काम कैसे होगा ,
गांव के वंचित व शोषित के लिए आवास पास करवाया हैं।
विकाश की बयार में बृजेन्द्र बी यादव ने देश की आधी आबादी (महिलाएं )इनकी भी लड़ाई लड़ी उनके लिए पिंक शौचायल पास करवाया जिसकी लागत लगभग 5 लाख हैं
इसके बाद हार न मानने वाले इस बेबाक़ पत्रकार ने जल ही जीवन हैं
इसके लिए कदम उठाए जिससे गांव वालों को शुद्ध पेय जल मिल पाए
उसी का नतीजा हुआ कि गांव वालों को जल शक्ति मंत्रलाय की तरफ से सौगात मिल गया ,
ग्राउंड वाटर एसेसमेंट मॉनीटरिंग एवं पानी की गुणवत्ता चेक करने के लिए पवई ब्लॉक में करौजा ग्राम पंचायत को चुना गया है। ये पवई ब्लॉक में पहला पेय जल मोनिरिटरिंग ट्यूबल होगा, जिसकी गहराई चार सौ मीटर होगी। इस प्रोजेक्ट के लागत अगर पानी की टंकी जोड़ ली जाय तो 70 लाख से ज्यादा होगी।
प्रोजेक्ट से क्या लाभ होगा इस प्रोजेक्ट से लगभग 4 किलोमीटर तक पानी की सप्लाई होगी सकती हैं। पूरे ग्राम पंचायत के लोग अपने गांव अलग अलग पानी की टंकी बना कर शुद्ध जल पी सकते है। इससे गंभीर विमारियों से मुक्त होगा गांव तो वहीं इस प्रोजेक्ट का जिओ बन कर तैयार हैं जमीन पर काम होने जा रहा हैं
पिछले दस दिन में मशीन लग जायेगी। इस काम को खत्म करने में तीन महीने लग सकते है।
बृजेन्द्र बी यादव ने लोकडॉउन में पानी की कीमत समझ कर अपने गांव को लगातार संघर्ष कर के जल शक्ति मंत्रालय से पास कराया।
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