सठियांव चीनी मिल के कर्मचारियों के दरवाजे से परेशान गन्ना किसानों ने अपने करने को क्रेशर पर ओने पौने दामों पर बेचने को हुए मजबूर
अतरौलिया आज़मगढ।सठियांव चीनी मिल के गलत प्रबंधन व तानाशाहीपूर्ण रवैया के चलते बुढ़नपुर गन्ना समिति के किसान अपने गन्ने की फसल को ओने पौने दामों पर क्रेशर पर बेचने को मजबूर हो गए हैं l ग्राम बांसगांव, गदनपुर, गोरथानी आदि गावों के गन्ना किसानों का आरोप है कि अतरौलिया क्रय केंद्र पर लगे जाम व चीनी मिल में खराबी आ जाने के कारण गन्ना किसानों की ट्रालीयांं क्रय केंद्र पर लगभग चार से पांच दिन खड़ी रह जाने के कारण उनकी पर्चीयों की वैधता समाप्त हो गई l साथ ही गन्ना भी सूख जाता है। मिल के मुख्य गन्ना अधिकारी बी .पी .सिंह से इस संबंध में बात करने पर उन्होंने क्रय केंद्र पर खड़ी ट्रालीयोंं की पर्ची की वैधता बढ़ाएं जाने एवं इंडेंट बढ़ाकर और भी पर्चियां निर्गत किए जाने का आश्वासन किसानों को दिया था । किंतु ऐसा नहीं किया गयाl काफी इंतजार करने के बाद मिल के मनमाने रवैए से क्षुब्ध मजबूर दर्जनों किसानों ने अपने गन्ने की फसल को औने पौने दामों पर गन्ना क्रेशर संचालकों को बेचने को मजबूर हैं। जिससे उनमें अधिक आक्रोश व्याप्त हैl
पीड़ित किसानों का कहना है कि इस बार अत्यधिक बारिश के चलते उनके गन्ने की पैदावार कम होने से उन्हें पहले ही काफी नुकसान हुआ है तथा चीनी मिल द्वारा पिछले वर्ष के गन्ने का आधा अधूरा भुगतान भी किया गया है । और तो और इस सत्र में मिल के गलत प्रबंधन ने गन्ना किसानों की कमर तोड़ दी है l जिसको लेकर गन्ना किसानों में रोष है।
Leave a comment