प्रगतिशील समाजवादी ने किसान बिल के लिए आंदोलन की पुनः दिया चेतावनी
अतरौलिया:अयोध्या साकेत विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रदेश नेता फूलचंद यादव ने किसानों के बिल के विरोध में दिसंबर के आखिरी सप्ताह में लोहरा टोल प्लाजा पर किसानों का बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी। किसानों के बिल के संबंध में फूलचंद यादव ने कहा कि सरकार द्वारा जो किसान बिल पास किया गया है वह किसानों के मौत के मुंह में धकेलने जैसा है। यह किसान विरोधी है लोकतंत्र विरोधी है संविधान विरोधी है। इसलिए किसानों के न्याय को देखते हुए बिल तत्काल वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि बढ़ते हुए गैस के दाम पैसा ₹50 प्रति गैस सिलेंडर हो गए हैं डीजल पेट्रोल के दाम आसमान पर है, सब्जियों के दाम मनमानी ढंग से वसूले जा रहे हैं। इन सब मांगों को भी किसानों के साथ जोड़ा जाएगा, दूसरी तरफ गड्ढा मुक्त का नारा देने वाली सरकार सिकंदरपुर, नारियाव जो मार्ग 9 मार्च तक खाई में बदल चुका है। फूलचंद यादव ने यह भी कहा कि आज पूरे देश का माहौल खराब है। मोदी सरकार द्वारा जो किसान बिल पूरे प्रदेश के सामने पेश किया गया, यह किसान बिल किसानों के मौत का डेथ वारंट है किसानों को मौत के मुंह में धकेलने का कुचक्र रचा गया है। जो किसानों का न्यूनतम दर है इसकी ना कोई गारंटी है सिर्फ पूंजीपतियों का बढ़ावा है। पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल बनेगा ,भ्रष्टाचार चरम पर बढ़ेगा, किसानों का पुष्टाहार नहीं रहेगा, यह देश और किसान दोनों के लिए कलंक है इसको जल्द से जल्द सरकार वापस लें ।दिल्ली के चारों तरफ किसान ठंडक के महीने में धरने पर बैठा है आजादी के बाद किसानों का यह सबसे बड़ा आंदोलन है। गांधी के सत्याग्रह और सुभाष चंद्र बोस व डॉक्टर अंबेडकर के संविधान में सरकार अगर विश्वास रखती है तो इसे तुरंत वापस ले। किसानों के साथ न्याय करें तब देश के साथ न्याय होगा। पूरे देश का किसान मर्माहत है। ठंड के मौसम में दर्जनों किसानों की मौत हो गई है वहीं अपनी मांग को लेकर लाखों किसान धरने पर बैठे हैं। उत्तर प्रदेश में राजनीतिक दल कमजोरी दिखा रहा है तथा सरकार से डरा हुआ है। अतरौलिया और आजमगढ़ में मेरे द्वारा खुद दिसंबर के आखिरी सप्ताह में लोहरा टोल प्लाजा पर बड़ा किसान आंदोलन करने की कार्य योजना तैयार की जा रही है, जिससे किसानों के साथ न्याय मिले।
Leave a comment