विजेथुआ महोत्सव के प्रथम दिवस निकली भव्य कलश यात्रा, समापन 30 अक्टूबर को
• सँकट का हरण करते हैं हनुमानजी-स्वामी श्रीरामभद्राचार्य जी
कादीपुर (सुल्तानपुर ) ।
•विजेथुआ महोत्सव के प्रथम दिवस निकली भव्य कलश यात्रा, समापन 30 अक्टूबर को
बिजेथुआ महावीर धाम में हनुमान जी की स्वतः प्रकट हुई मूर्ति है। यह स्थान स्वयं में सिद्ध स्थान है।
यह बातें विजेथुआ महोत्सव में आयोजित हनुमत कथा के प्रथम दिवस व्यास पीठ से चित्रकूट पीठाधीश्वर जगतगुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कही। हनुमत कथा के पूर्व व्यास पीठ का कार्यक्रम के आयोजक विवेक तिवारी, डॉ रत्नेश तिवारी व परिजनों ने पूजन कर जगतगुरु स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी का माल्यार्पण कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उपस्थित श्रोताओं को हनुमान जी की महिमा का बखान करते हुए स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा कि हनुमानजी लक्ष्मण के प्राण रक्षक है। उन्होंने कहा कि हनुमानजी कष्टो का हरण सुख, शान्ति प्रदान करने वाले हैँ।
इस दौरान स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी महाराज के उत्तराधिकारी आचार्य रामचन्द्र दास ने भक्तों को हनुमत महिमा के साथ साथ चित्रकूट व अवध के सम्बंध में विस्तार से चर्चा किया।
आयोजक विवेक तिवारी के घर से 1008 कलश यात्रा हनुमान चालीसा के साथ रवाना किया गया। जिसकी छटा देखते ही बन रही थी।
इस अवसर पर राम मिलन तिवारी, प्रमोद मिश्र, सीताशरण त्रिपाठी, विजय मिश्र, डा. सुरेंद्र तिवारी, प्रमुख प्रतिनिधि सर्वेश मिश्र, अम्बरीश मिश्र, अँकित पाँडेय, रितेश दूबे, जगदम्बा उपाध्याय, आत्माराम मिश्र, रितेश उपाध्याय समेत उपजिलाधिकारी उत्तम तिवारी, सीओ विनय गौतम, बीडीओ ज्ञानेंद्र मिश्र आदि उपस्थित रहे।
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