वर्तमान शिक्षा के स्वरूप में भूगोल विषय का महत्व, विषयक एक दिवसीय संगोष्ठी
दीदारगंज-आजमगढ़ ।सोमवार आठ अप्रैल को ओम प्रकाश मिश्र स्मारक पी.जी कॉलेज मोलनापुर अहमद बख्श फुलेश,आजमगढ़ में एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन भूगोल विभाग द्वारा आयोजित किया गया सर्वप्रथम मुख्य अतिथि के द्वारा फीता काटकर एवं मॉ सरस्वती जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उनके समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ शुभारम्भ हुआ, संगोष्ठी का मुख्य विषय था, "वर्तमान शिक्षा के स्वरूप में भूगोल विषय का महत्व "उक्त विषय पर विशेष व्याख्यान देने के लिए मुख्य वक्ता भूगोल के विद्वान प्रो०शंभूराम चौहान ,प्राचार्य राजा श्री कृष्णदत्त पी.जी कॉलेज, जौनपुर एवं विशिष्ट वक्ता के रूप में भूगोल की विद्वान प्रो० मुक्ताराजे, भूगोल विभागाध्यक्ष, सहकारी पी.जी कॉलेज, मेहरावा, जौनपुर ने उपरोक्त विषय पर अपना व्याख्यान दिया। मुख्य वक्ता प्रो० शंभूराम चौहान ने अपने व्याख्यान में भौगोलिक परिवर्तन से होने वाली भविष्य की घटनाओं के बारे में जान सकते हैं के बारे में बताया,एवं विशिष्ट वक्ता भूगोल की विद्वान प्रो० मुक्ताराजे ने अपनी व्याख्यान में बताया कि भूगोल विषय में आगे किन-किन क्षेत्रों में भविष्य बनाया जा सकता है एवं भूगोल हमारे लिए क्यों जरूरी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ० धीरेन्द्र कुमार मिश्र द्वारा मुख्य वक्ता तथा विशिष्ट वक्ता को सरस्वती प्रतिमा तथा अंग वस्त्रम देकर सम्मानित किया गया। तथा कार्यक्रम में उपस्थित सबका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि समय-समय पर विद्वतजनों द्वारा संगोष्ठी तथा सेमिनार का आयोजन शिक्षा जगत के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक डॉ० रूपेंद्र कुमार सिंह , छोटेलाल चतुर्वेदी, श्री अनूप मिश्रा डॉ ० आर एस एन त्रिपाठी, डॉ० आर.के उपाध्याय , सिद्धार्थ कुमार सिंह , कन्हैया प्रसाद तिवारी, अनुराधा सिंह, रंजन कुमार , संदीप कुमार वर्मा , खुर्शीद अली, रामाश्रय सोनकर, अजय यादव एवं अन्य सहयोगी प्राध्यापकगण उपस्थित रहे।
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