रंग और गुलाल से उज्जैन की महाकाल मंदिर में लगी आग,दर्जनों पंडा पुजारी हुए घायल पांच की हालत गंभीर जिला अस्पताल हुए रेफर
देश व प्रदेश में सनातन धर्म में होली का बड़ा ही महत्व है। होली मानने की तैयारी बड़े ही जोश खरोश के साथ लोग करते हैं। भारत के कोने-कोने में होली विभिन्न तरीकों से खेली जाती है। कहीं रंग गुलाल तो कहीं टमाटर की मार तो कहीं कोड़े की मार तो कहीं फूलों की बौछार से होली खेली जाती है। इसी कड़ी में उज्जैन के महाकाल मंदिर में आज प्रातः काल आरती भजन के दौरान क्षेत्र के सैकड़ो लोग आरती भजन में शामिल हुए जिसमें लोग एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर होली की हार्दिक बधाइयां दे रहे थे। इसी बीच आरती में जलने वाले चिराग के ऊपर गुलाल का कुछ टुकड़ा पड़ गया जिससे आग लग गई और देखते ही देखते ही यह आग पूरे मंदिर प्रांगण में फैल गई जिससे वहां मौजूद दर्जनों पंडा पुजारी और भक्तगण घायल हो गए सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे अन्य लोगों ने आग में झूल्से से लोगों को उपचार के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया। और मंदिर व्यवस्थापक की तरफ से राहत पहुंचाने के लिए घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां घायलों का इलाज चल रहा है।
जानकारी के अनुसार
होली पर्व पर आज सुबह महाकाल मंदिर में बड़ा हादसा हो गया। गर्भगृह में लगी आग अचानक भभक उठी, जिसमें 13 लोग झुलस गए। एक दर्जन पंडा पुजारी और सेवक भी आग की चपेट में आगए हैं। 5 लोगों को इंदौर रेफर किया गया है। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि सभी घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है।
भगवान के साथ भक्त होली खेलने पहुंचे थे। इसके लिए भीड़ उमड़ पड़ी। जहाँ रंग और गुलाल उड़ाने की होड़ मच गई। इसी दौरान आग भभक उठी। बताया जा रहा है गुलाल के कारण आग भभकी और देखते ही देखते गर्भगृह में फैल गई जिससे मुख्य पुजारी परिवार के पुजारी संजय गुरु, विकास पुजारी, मनोज पुजारी, पुजारी शिवम, पुजारी आनंद पांडे, पुजारी मनोज शर्मा,। अंश पुरोहित, सेवक महेश शर्मा, कमल जोशी, मंगल और चिंतामन गेहलोत आदि लोग घायल हो गए।
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