पूर्वोत्तर रेलवे का ठेकेदार निकला भू माफिया
पूर्वोत्तर रेलवे का ठेकेदार निकला भू माफिया,आजमगढ़ में कर रहा हैं अवैध खनन ,बिना परमिशन के ही भोले भाले गांव वालों से हड़प ली लाखों टन मिट्टी ,बना डाला 5 एकड़ में 8फिट गड्डा
बिना ग्राम पंचायत के आदेश के उठा रहा है गांव से मिट्टी
खननपर प्रतिबंध होने के बाद भी क्षेत्र में मिट्टी की अवैध खुदाई बदस्तूर जारी है। इसका नजारा जिला आजमगढ़ के फूलपुर तहसील के आने वाले गांव करौजा कमल्दी का हैं ,
यहां खनन विभाग ने 3 फुट मिट्टी खनन की अनुमति दी है, लेकिन 80 फुट तक खनन कर जमीन की गोद खाली कर दी गई है।
पेड़ोंको भी काटा : अवैध कार्य की सूचना क्षेत्र के ही लोगों ने दी। इसके बाद जब मौके पर पड़ताल की गई तो दो जेसीबी मशीन तीन डम्फर के जरिए जमीन को कई-कई फुट तक खोद दिया गया है। ये काम दिन रात के समय में चल रहा है। अवैध रूप से खोदी गई मिट्टी तेजी से आर्डर वाली जगह पहुंचाई थी इसके लिए चौड़ी कच्ची सड़क भी बना दी गई है। राउंड दर-राउंड मिट्टी भरे डंपर रेलवे के लाइन के किनारे मिट्टी डाल रहे है। हैरानी की बात यह है कि खनन विभाग ने भले ही यहां मिट्टी खोदने की अनुमति न दी हुई है, लेकिन कितना खनन किया जा रहा है इसे देखने वाला कोई नहीं है।
स्थानीय लोगों के अनुसार कुछ दिन पहले तक यहां एक ठेकेदार का आदमी जिसका नाम मनीष फोगाट था वो फूलपुर तहसील के करौजा कमल्दी गांव नदी के किनारे सर्वे कराया फिर गांव वालों को कहा हम आदेश करा लिए है, गांव के लोग जब आदेश मांगे तब कहता था मनीष ठेकेदार हम दिखा देंगे
अभी करौजा गांव में नदी के किनारे इन स्थानों पर है खनन की मंजूरी : आजमगढ़ जिला खनन विभाग करौजा कमल्दी में कोई ऐसे आदेश न हुआ है,
पुलिस की भूमिका :जब गांव के वरिष्ठ समाजिक कार्यकर्ता फूलचंद यादव,व दिनेश यादव ,अनुराग गोयल,गुड्डू यादव अनिल यादव लोगो ने 112 नम्बर पर फोन मौके पर पुलिस आई जेसीबी ड्राइवर को ले गई पवई थाने लेकिन पुलिस बिना जांच किये ही जेसीबी व ठेकेदार को छोड़ दिया
अब ठेकेदार के लोग कह रहे है जो करना हो कर लो हम मिट्टी खोदेंगे
^जब पवई थाना इंचार्ज से हमारे साथी पत्रकार ने जाना कि क्या मामला हैं ,खनन का पुलिस का वही रटा रटाया जबाब था हमारे पास अवैध रूप से मिट्टी खनन की सूचना नहीं आई है।
आखिर ये गांव से मिट्टी क्यों ली ठेकेदार ने:
यह गांव रेलवे लाइन से सटा हुआ है मिट्टी रेलवे लाइन में डालने में काफी आसानी होगी नजदीक भी हैं
लेखपाल गजेंदर सिंह की भूमिका भी सन्दिग्ध: कुछ दिन पहले फूलपुर के लेखपाल जो करौजा के प्रभार में हैं वो रेलवे ठीकेदार मनीष कुमार फोगाट के साथ आ कर गांव की बंजर जमीन का सर्वे कराया इस आशय में गांव शान्त रहा कुछ तो आदेश होगा तभी तो लेखपाल सर्वे कराया हैं
ऐसी का फायदा पूर्वोत्तर रेलवे का ठेकेदार मनीष फोगाट ने गांव वालों को बरगला के झूठ बोल कर हजारो घन फिट मिट्टी उठाया ,
जंगल के पेड़ो को जेसीबी से जड़ से उखाड़ दिए है:
कुँवर नदी के किनारे लगभग 30 साल से पेड़ लगाए है बन विभाग लगभग 20 हजार से ज्यादा पौधों को उजाड़ दिया है रेलवे के ठेकदार ने
अवैध खनन करने वाली एक कम्पनी हैं दिल्ली की जिसने 100 किलोमीटर तक रेलवे की डबल लाइन का काम उठाया हैं शाहगंज से मऊ तक
कुल लगभग 11सौ करोड़ का प्रोजेक्ट हैं अब राज्य सरकार को जनना हैं उनको इस कंपनी का राजस्व मिला
यहां मिलता है सरकार विभाग को राजस्व
मिट्टीखनन की अनुमति देने वाले खनन विभाग को प्रति मीट्रिक टन मिट्टी खनन का 4 रुपए 38 पैसे के हिसाब से राजस्व मिलता है। इस तरह एक सामान्य ट्रैक्टर-ट्राली में अगर 4 मिट्रिक टन मिट्टी आती है तब हर ट्राली के विभाग को 17 रुपए 52 पैसे मिलते हैं। खनन विभाग जमीन पर हुए खनन का लंबाई गुणा चौड़ाई गुणा गहराई के हिसाब से भी पैमाइश कर लेता है।
यह होती है कार्रवाई
अगरअवैध खनन के तहत मिट्टी ढोई जाती है तब प्रति ट्रैक्टर-ट्राली मिट्टी का 12 हजार रुपए तक मौके पर जुर्माना किया जा सकता है। वहीं मिट्टी भरे डंपर पर 5 से 10 गुणा जुर्माना लग जाता है।
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