Latest News / ताज़ातरीन खबरें

पूरी रात अल्लाह की इबादत कर मांगी दुआ

अतरौलिया आज़मगढ़।मंगलवार को रमज़ान की 27 वीं रात अल्लाह की हम्दओ सना में बीती। इसके साथ ही नगर सहित क्षेत्र के अधिक मस्जिदों में कुरआन पाक मुकम्मल हुआ। मुकद्दस रमज़ान का तीसरा अशरा जहन्नम से आज़ादी का चल रहा है। मस्जिदों व घरों में इबादत व कुरआन की तिलावत का सिलसिला जारी है। बता दें कि रमजान की 27 वीं शब शबे कद्र की ताक रात में मस्जिद व घरों में खूब इबादत हुई। अल्लाह के बंदों ने इबादत कर गुनाहों की माफ़ी मांगी। मग़रिब की नमाज़ के बाद से सुबह फज्र की नमाज़ तक इबादत का सिलसिला चलता रहा। इस दौरान जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना अब्दुल बारी नईमी ने कुरान पाक की तिलावत के फजीलत पर रोशनी डाली। मुसलमानों को रोजा रखने व नमाज पढ़ने के साथ ही तिलावते कलाम पाक पर जोर दिया गया। बता दें कि मंगलवार को रात को तरावीह की नमाज के दौरान नगर के मदीना मस्जिद में हाफिज मसऊद अहमद, जामा मस्जिद में कारी नईम अशरफ द्वारा बहुत ही अच्छे अन्दाज में तरावीह की नमाज़ में कुरान मुकम्मल किया गया। नमाज तरावीह मुकम्मल होने के बाद नमाजियों ने हाफिज मसऊद अहमद व कारी नईम अशरफ को फूल मालाओं से इस्तकबाल किया। तथा गुलपोशी कर मुबारकबाद दिया। मौलाना अब्दुल बारी नईमी ने कहा कि इस महीने में एक नेकी करने वाले इंसान को अल्लाह ताला 70 गुना सवाब देता है। उन्होंने कहा कि रमजान माह में रोजे को रखें, लेकिन साथ में नमाज भी पड़ें। क्योंकि भूखा रहना रोजा नहीं है, बल्कि रोजा को रख अल्लाह की इबादत करने का नाम रोजा है। उसके बाद मौलाना अब्दुल बारी नईमी सहित मदीना मस्जिद व जामा मस्जिद के तमाम नमाजियों ने बारगाहे इलाही में दोनों हाथों को फैलाकर मुल्क में अमनो अमान भाई चारा के लिए दुआ की। तथा सभी को रोजे नमाज का पाबंद होने की दुआ मांगी। उसके बाद सलातो सलाम का नजराना पेश किया गया। इस अवसर पर हाजी सगीर अहमद अंसारी, हाजी मोहम्मद अनवर अन्सारी, बदरुद्दीन सेठ, अंसारुल हक अंसारी, अजीजुर्मान अंसारी, इसराइल इद्रीश, आफताब आलम शाह, नसीम शाह, लालू अंसारी, फरियाद कुरैशी, शमशाद अहमद, मोहम्मद रजा अंसारी, मोहम्मद शमीम अंसारी, सलीम अंसारी ,नसीम सिद्दीकी, नसीम अंसारी, कौनेन अन्सारी,अकरम अन्सारी, हाफिज मोबीन , कुर्बान अली सहित काफी संख्या में नमाजी मौजूद रहे।


Leave a comment

Educations

Sports

Entertainment

Lucknow

Azamgarh