पुर्वांचल किसान नेता वीरेंद्र यादव की पत्नी अपने पति को सौपी आजादी के क्रांतिकारियों के घर की मिट्टी..
आजमगढ एयर पोर्ट के विरोध चल रहे किसान आंदोलन का विरोध देश मे किसी से छिपा नही हैं अब तक 22 किसानों के शहादत हो जाने के बाद 109वे दिन लगातार किसान कड़ाके की ठंड में लगातार धरना दे रहे हैं।
आज सत्य अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के शहादत दिवस पर । बापू के अनुयायी महान गाधीवादी बाबा रणजीत सिंह के ऐतिहासिक गांव व बाबा की जन्म स्थली भट्ठी से मिट्टी लेकर व सर्व सेवा संघ राजघाट की मिट्टी लेकर बड़े गांधीवादी आचार्य राम मूर्ति जी आजादी के आंदोलनकारी रहे है उनके घर से मिट्टी लेकर
और राज नारायण के गांव गंगापुर उनके घर से व किसानों से एक चुटकी मिट्टी लेकर मंगा कर अपने पति को सौपी अपने पति को सौपी हुँ ,वो कहती हैं किसान हैं तो हम सब देश की महिला व अन्य जीव जंतु हैं जब हमारे समाज के किसान नही तो हमारा जीना व्यर्थ हैं ,
हमे अपने पति पर गर्व हैं हमको नेता व देश के आंदोलन लड़ रहा हैं ,
खिरिया बाग के किसानों राम चंद्र राही, ने टेलीफोन से आशीर्वाद दिया हैं राज नारायण के गांव के लोगो ने समय मिलने पर धरने में शामिल होंगे ।
अगर इतिहास में जाये तो बिना बदरी अहीर के बिना गांधी का पूरा आंदोलन ही अधूरा हैं और उनके सहयोगी भी अधूरे हैं बाबा रणजीत
बाबा रंजीत सिंह बद्री अहीर के साथी थे
बद्री अहीर ने गांधी के आंदोलन में पूरा आर्थिक रूप से आजादी आजादी दिलाई थी वो थे बद्री अहीर ,
वीरेंदर यादव के ने कहा हैं हम मरते दम तक आंदोलन नही छोड़ेंगे आप को बता दे आजमगढ़ में चल रहे किसान आन्दोलन की खिरिया की बाग में बापू के सपनों का गाँव बनाम विकास समेलन में किसान आन्दोलन की प्रेरणा के लिये बाबा की जन्म स्थली की मिट्टी समर्पित करूंगा ।
30 जनवरी बापू की शहादत अमर रहे।
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