तपस्वी सुशीला का हुआ अभिनंदन, तपस्या आंतरिक भी होनी चाहिए मुनि संजय कुमार
राजस्थान दिवेर। युग प्रधान आचार्य महाश्रमण के आज्ञानौवृती मुनि संजय कुमार के पावन सानिध्य में तपस्वी का अभिनंदन किया गया। पड़ासली निवासी सुशीला देवी बड़ाला ने चातुर्मास प्रारंभ होते ही तपस्या प्रारंभ कर दी थी। आज उन्होंने उठाई की तपस्या का पारना किया तप अभिनंदन के अवसर पर तेरापंथ महिला मंडल दिवेर ने मंगलाचरण किया। तपस्वी के परिवार की और से पायल सोनल आदि ने सुमधुर गीत गाया।
इस अवसर पर डालचंद सोलंकी एवं तेरापंथ महिला मंडल के अध्यक्ष पारस चोरडिया और मंत्री बाबूलाल लोढ़ा आदि ने विचार व्यक्त किए।
मुमुक्षु मुदित जैन ने मुन्नी प्रकाश कुमार द्वारा रचित सुमधुर गीत गाया ।
मुनि संजय कुमार ने कहा जीवन का लक्ष्य बनाना चाहिए कि मुझे अच्छी गति कैसे मिले इसका उपाय हैं तपस्या और साथ में आंतरिक तपस्या जैसे ध्यान शांति खाद्य संयम आदि ।
मुनि प्रकाश कुमार ने कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए विचार व्यक्त किए।
मुनि धैर्य कुमार ने कहा तपस्या से आंतरिक और भाई दोनों शरीर तपते हैं तपस्या में सावधानी भी रखना चाहिए ।
मुनि सिद्ध प्रज्ञ ने कहा सुशीला बहन ने तपस्या करके जहां एक और अपने कुल का नाम रोशन किया वहीं दूसरी ओर जैन धर्म और तेरापंथ की गरिमा को आगे बढ़ाया अपेक्षा है तपस्या के साथ स्वाध्याय, जब ध्यान आदि भी चलता रहे इस अवसर पर ललित लोढा ने 1 साल तक आइसक्रीम खाने का परित्याग किया।
तेरापंथ सभा एवं महिला मंडल तथा अन्य परिजनों ने तपस्वी बहन सुशीला का साहित्य आदि के माध्यम से सम्मान किया।
इस अवसर पर तपस्वी बहन ने कहा संतों की प्रेरणा और देवरानी परिवार जनों का अच्छा सहयोग प्राप्त हुआ जिससे मेरी तपस्या में मुझे अच्छा आगे बढ़ने का मौका मिला तेरापंथ सभा की ओर से आतिथ्य सत्कार की व्यवस्था रखी गई। समारोह में आमेट पड़ासली नरदास का गुड़ा आदि क्षेत्रों से श्रद्धालु जन उपस्थित थे।
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