पुश्तैनी जमीन को अतिक्रमीयों से मुक्त कराने के लिए आमेट एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
आमेट,राजसमंद #मेवाड़ आदिवासी भील समाज व सीआईडी संगठन बीटीटीएस व विभिन्न सामाजिक संगठनों के द्वारा ज्ञापन सौंपा गया ज्ञापन में बताया गया है कि प्रार्थी सज्जन पिता देवीलाल भील निवासी गोवलिया तहसील आमेट जिला राजसमंद की स्वामित्व अधिपत्य की कृषि भूमि ग्राम गोवलिया पटवार हल्का झोर तहसील आमेट में स्थित है जिसका आराजी नंबर 326 है जो उक्त जमीन प्रार्थी के पूर्वज वरदा पिता जय राम जी जाति भील निवासी गोवलिया को सन 1975 में आवंटित हुई थी उसके बाद भूमि प्रार्थी के पूर्वज के नाम पर गैर खातेदारी में दर्ज की गई उक्त जमीन आवंटन के बाद से जमीन पर प्रार्थी के पूर्वज की काबिज हो कर खेती करते आ रहे हैं किंतु प्रार्थी की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण प्रार्थी उक्त भूमि की देखरेख पूर्व से पूर्ण रूप से नहीं कर पाने के कारण गांव के ही कुछ लोग जबरदस्ती से गुंडागर्दी के बल पर प्रार्थी की जमीन पर कब्जा कर लिया गए इस संबंध में प्रार्थी ने पूर्व में न्यायालय की शरण ली जहां से न्यायलय ने प्रार्थी के पक्ष में निर्णय दिया उसके बावजूद भी अतिक्रमीगण न्यायालय के आदेश को नहीं मान प्रार्थी के जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर रखा है प्रार्थी ने पूर्व में भी आमेट तहसीलदार साहब व एसडीएम साहब जिला कलेक्टर साहब राजसमंद को भी लिखित में कई बार रिपोर्ट दे चुका है मेवाड़ आदिवासी भील समाज से किशन जी C.I.D संगठन से कैलाश जी (जवारिया) भारतीय ट्राईबल टाइगर सेना से वनैश जी (नारू जी का गुडा) एवं समाज के कार्यकर्ता सुडा राम जी डाबला कैलाश जी दिनेश जी सज्जन जी मैडम जी सरोज आहारी (खेरवाड़ा उदयपुर) कैलाश देवरी खेडा श्रीमान से निवेदन किया की सज्जन भील को 10 दिन के अंदर अंदर न्याय नहीं मिलता है तो भील समाज के द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
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