पूर्व मंत्री वसीम अहमद की सादगी को याद कर रही उनके प्रदेश की जनता ,श्रद्धांजलि के लिए लगा ताता
बिलरियागंज/आजमगढ़ बिलरियागंज क्षेत्र के जयराजपुर बिंदवल गांव के मूल निवासी व समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता वसीम अहमद इमानदारी व सादगी के प्रतीक थे। आजमगढ़ के गोपालपुर विधानसभा सीट से उन्होंने तीन बार सपा का प्रतिनिधित्व किया हालांकि 2017 के चुनाव में सपा ने उनको टिकट नहीं दिया था लेकिन इसके बाद भी पार्टी में उनकी विश्वसनीयता में कोई कमी नहीं आई थी। इसके पूर्व के सपा सरकार के कार्यकाल में वह बेसिक शिक्षा, बाल पुष्टाहार राज्य मंत्री व ऊर्जा राज्य मंत्री के पद पर रहे और दायित्व को बखूबी निभाया। क्षेत्र के विकास में हमेशा तत्पर रहे। हालांकि शुगर का प्रभाव उनके शरीर पर धीरे-धीरे बढ़ता गया जिससे उनको गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वसीम अहमद वॉलीबॉल के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रहे थे और काफी लोकप्रिय थे इसके बाद उन्होंने राजनीति के मैदान को कैरियर के रूप में चुना और इसमें भी काफी सफलता पाई। कुछ माह पूर्व कोरोना पॉजिटिव होने के कारण लखनऊ में अपना इलाज भी कराए थे। उसके बाद तबीयत ठीक थी लेकिन फिर भी शुगर का प्रभाव लगातार बढ़ता ही जा रहा था। इसी में अचानक लखनऊ से शनिवार अल्सुबह सूचना मिली कि उनका अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। शाम को आजमगढ़ शहर के हरा चुंगी में अंतिम संस्कार की कार्रवाई की गई व शिब्ली कॉलेज मस्जिद में जनाजे की नमाज पढ़ी गई। इस दौरान भारी संख्या में सपा के नेताओं कार्यकर्ताओं के साथ ही परिजन और समर्थकों व मित्रों की भीड़ रही। सोशल मीडिया पर भी श्रद्धांजलि देने का ताता लगा रहा और लोग उनके निधन से स्तब्ध थे।
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