पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लगभग एक दशक में पहली बार ...
बिहार विधानसभा चुनाव और ग्रेटर हैदराबाद म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के चुनाव में बंपर सीटें हासिल करने के बाद देश का माहौल भाजपा के पक्ष में जाता दिख रहा है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ही पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दरअसल, यहां मंगलवार को एमएलसी के चुनाव हुए थे। इसमें पार्टी को दो अहम सीटों पर हार मिली है। चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों ही सीटों पर भाजपा का पिछले एक दशक से कब्जा था। इस लिहाज से यह भाजपा के लिए करारी हार कही जा रही है।
इन दोनों ही सीटों पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। सपा के आशुतोष सिन्हा ने वाराणसी डिवीजन की ग्रैजुएट सीट पर कब्जा जमाया। वहीं एक दिन पहले घोषित हुए नतीजे में टीचरों के लिए आरक्षित सीट से सपा के लाल बिहारी यादव विजयी रहे। बता दें कि मंगलवार को उत्तर प्रदेश विधान परिषद की कुल 11 सीटों पर वोटिंग हुई थी। इसमें से अब तक 9 के नतीजे आ चुके हैं। जहां भाजपा को चार सीटों पर जीत मिली है, वहीं सपा ने कड़ी टक्कर देते हुए तीन पर विजय हासिल की। दो पर निर्दलीय प्रत्याशी भी जीते हैं।
एमएलसी चुनाव के लिए 11 सीटों पर कुल 199 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई थी। इसमें पांच ग्रैजुएट और 6 टीचरों के लिए रिजर्व सीटें थीं। ताजा नतीजों के मुताबिक, जहां आगरा डिवीजन ग्रैजुएट सीट पर भाजपा के मानवेंद्र प्रताप सिंह को जीत मिली, वहीं, मेरठ ग्रैजुएट सीट पर दिनेश गोयल विजयी रहे। दूसरी तरफ इलाहाबाद-झांसी डिवीजन ग्रैजुएट सीट पर सपा के मान सिंह यादव जीते। इसके अलावा टीचर्स के लिए रिजर्व सीट पर भाजपा के उमेश द्विवेदी लखनऊ से, श्रीशचंद्र शर्मा मेरठ से और हरि सिंह ढिल्लन बरेली मुरादाबाद से जीते। इसके अलावा आगरा और फैजाबाद टीचर्ज सीट से निर्दलीय आकाश अग्रवाल और ध्रुव कुमार त्रिपाठी विजेता रहे।
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