पूर्व राज्यपाल राम नरेश यादव की पांचवी पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि : आज़मगढ़
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल स्व. रामनरेश यादव बाबूजी की सोमवार को 5वीं पुण्यतिथि जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर मनाई गई। सर्वप्रथम उनके चित्र पर पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पुष्प अर्पित कर उन्हे नमन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव राम अवध यादव ने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहाकि राम नरेश यादव बाबूजी अपने जीवन की शुरुआत से ही मेधावी छात्र रहे तथा वकालत करते हुए राजनीति में कदम रखा। उनका पूरा जीवन संघर्षों से भरा रहा। साथ ही उन्होने सादगी व ईमानदारी के बल पर 7 बार दोनों सदनों के मेंबर रहे। जिसमें तीन बार सांसद व चार बार विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया। यहीं नहीं श्री यादव मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रहे। श्री यादव ने आगे कहाकि अपने मुख्यमंत्री काल में 1977 में पूरे प्रदेश में अंत्योदय योजना, पिछड़ा वर्ग को 15 प्रतिशत आरक्षण और तमाम विकास कार्य को अमलीजामा पहनाते हुए प्रदेश में ख्याति अर्जित कर अपनी सादगी और ईमानदारी की छाप छोड़ते हुए राजनीति में ईमानदारी को महत्व दिया। आज राजनीति के अनुकरणीय हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पीसीसी सदस्य मुन्नू यादव ने कहा कि बाबू राम नरेश को राजनीति में सफलता के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था। उन्होने संघर्ष के बल राजनीति में जगह बनाई। अध्यक्षता पीसीसी सदस्य मुन्नू यादव व संचालन जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष तेज बहादुर यादव ने किया। इस मौके पर शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नजम शमीम, बेलाल अहमद, एडवोकेट प्रदीप यादव, अब्दुल रहमान, एडवोकेट रामाश्रय राय, राजीव मिश्रा, वीरेंद्र चौहान, डॉ राजेश्वरी पांडेय, शीला भारती, प्रमोद यादव, संतोष सिंह, बृजेश पांडे, सुरेंद्र सिंह, नगेंद्र यादव, राजाराम यादव, सुरेंद्र तिवारी, संपत यादव, अविनाश यादव, शंभू शास्त्री, मुन्नू मौर्य, अरविंद मिश्रा आदि मौजूद रहे।
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