घरेलू गैस सिलेंडर का कालाबाजारी 95 सिलेंडर बरामद :अम्बेडकरनगर
अंबेडकरनगर। राजेसुल्तानपुर थाना क्षेत्र के मदैनिया बाजार में रसोई गैस सिलेंडर के बड़े अवैध कारोबार का पर्दाफाश हुआ है। यहां सीमेंट गोदाम में अलग-अलग कंपनियों के 95 सिलेंडर मिले। इनमें 57 सिलेंडर भरे हुए थे जबकि 38 सिलेंडर खाली मिले। छापा मारा गया तो अवैध कारोबार में लिप्त कई लोग भाग खड़े हुए। पुलिस ने आरोपी सीमेंट विक्रेता के विरुद्घ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत राजेसुल्तानपुर थाने में केस दर्ज करा दिया है। बरामद सिलेंडर स्थानीय इंडेन गैस एजेंसी की सुपुर्दगी में दे दिए गए हैं।
शुक्रवार अपराह्न बाद आपूर्ति विभाग की टीम ने पुलिस कर्मियों के साथ जहांगीरगंज विकासखंड के मदैनिया बाजार में छापा मारा। विभागीय अधिकारियों को सूचना मिली थी कि वहां बड़े पैमाने पर रसोई गैस सिलेंडर का अवैध कारोबार हो रहा है। इस पर क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी अमरजीत सिंह व आपूर्ति लिपिक अजीत यादव मदैनिया बाजार पहुंच गए। वहां एक सीमेंट कंपनी के गोदाम में छापा मारने पर बड़ी तादाद में रसोई गैस सिलेंडर मिले। इससे खाद्य अधिकारी सन्न रह गए।
छानबीन में पाया गया कि मदैनिया निवासी मिटू सिंह एक कंपनी के सीमेंट की बिक्री करते हैं। सीमेंट रखने के लिए जो गोदाम उसने बनवाया था, उसी में अवैध ढंग से सिलेंडर रखकर कालाबाजारी की जा रही थी। छापेमारी में कुल 95 सिलेंडर बरामद हुए। इसमें 75 सिलेंडर बीपीएल कंपनी, जबकि 20 सिलेंडर इंडियन ऑयल कंपनी के शामिल थे। जांच किया गया तो इसमें आईओसीएल कंपनी के 20 सिलेंडर में से 18 भरे हुए व दो सिलेंडर खाली पाए गए। इसी तरह बीपीएल के बरामद 75 सिलेंडरों में से 39 भरे हुए जबकि 36 खाली पाए गए। मौके पर मौजूद युवक मिंटू सिंह से सिलेंडरों के बारे में जानकारी की गई तो उसने बताया कि उसके पास कॉमन सर्विस सेंटर है।
छापा पड़ा तो कुछ अन्य लोग भी मौजूद थे जो भाग निकले। जांच में पाया गया कि 57 घरेलू गैस सिलेंडर भरे हुए थे, जबकि 38 सिलेंडर खाली थे। इन सभी सिलेंडर को सहाबुद्दीनपुर की अधिकृत अबि मौर्य इंडेन गैस एजेंसी की सुपुर्दगी में दे दिया गया। जिला पूर्ति अधिकारी राकेश कुमार ने कार्रवाई के बारे में डीएम राकेश कुमार मिश्र को अवगत कराया। इसके बाद डीएम का अनुमोदन मिलते ही राजेसुल्तानपुर थाने में घरेलू गैस सिलेंडरों के अवैध भंडारण व बिक्री करने के आरोप में केस दर्ज करा दिया गया।क्षेत्रीय अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मौके पर मिले मिंटू सिंह से हुई पूछताछ में उसने बताया कि उसे बीपीएल कंपनी के मूसेपुर कला स्थित भारत गैस एजेंसी व इंडियन ऑयल के सहाबुद्दीनपुर स्थित अबि मौर्या इंडेन गैस एजेंसी से सिलेंडर मिलता है। वह यह नहीं बता सका कि उसे इतनी बड़ी मात्रा में सिलेंडर कैसे मिल जाते थे। उधर, सीमेंट विक्रेता को बड़ी तादाद में सिलेंडर मिलने से गैस एजेंसियों की कार्य प्रणाली भी सवालों के घेेरे में आ गई है। एक तरफ जब आम उपभोक्ताओं को सिलेंडर मिल पाना आसान नहीं है तब एक व्यक्ति को ज्यादा मात्रा में आसानी से सिलेंडर मिल जाना सवाल खड़े करता है।
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