विकास की राह की टकटकी लगाए हुए हैं अतरौलिया का यह गांव
अतरौलिया आज़मगढ़।वैसे तो सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे रोज करती है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों का विकास कितना हुआ है यह किसी से छुपा नहीं है। लोगों में सरकार और अधिकारियों के खिलाफ भारी आक्रोश है। अधिकारियों को रोज निर्देश दिए जाते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाए लेकिन वह आदेश सिर्फ हवा हवाई रहते हैं। यही हाल है आजमगढ़ जिले के अतरौलिया विकासखंड के दादर गांव का। जहां पर विकास आज तक नहीं पहुंचा। गांव में आने जाने के लिए कोई अच्छा रास्ता नहीं है। लोगों को आवागमन में काफी असुविधा होती है बावजूद इसके शासन प्रशासन पूरी तरह से मौन है। ऐसा नहीं है कि यहां के लोगों ने इसके लिए आवाज नहीं उठाया। दादर गांव के लोगों ने विधायक, ब्लाक प्रमुख, महाप्रधान, प्रधान समेत हर उस अधिकारी से शिकायत किया जो इस समस्या का समाधान कर सके। लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी ने ग्रामीणों की समस्या पर ध्यान नहीं दिया। गांव में आने जाने के लिए एक खड़ंजा पिछली प्रधान के कार्यकाल में लगवाया गया था वह भी आधा अधूरा। जिसकी आज तक रिपेयरिंग तक नहीं हुई। वही ग्रामीणों ने स्थानीय नेताओं समेत अधिकारियों से कई बार गुहार लगाया कि गांव में आरसीसी मार्ग या फिर इंटरलॉकिंग का काम करवा दिया जाए, लेकिन किसी ने भी उनकी समस्या पर ध्यान नहीं दिया। ऐसे में स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। अब ग्रामीण करें तो क्या करें! ग्रामीण शिकायत करते हैं और जिम्मेदार उसे ठंडे बस्ते में डाल देते हैं। इस मामले को लेकर स्थानीय लोगों ने एक बार फिर से उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई है। अब देखना यह होगा कि आखिर इस पर होता क्या है!
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