मुकद्दस हज यात्रा के लिए रवाना हुए जुमेल अहमद व उनकी अहलिया जाहिदा खातून,कस्बे के लोगों ने माला पहनाकर हज्जे बैतुल्लाह के लिए किया रवाना
अतरौलियाआज़मगढ़। हज यात्रियों की मुकद्दस हज यात्रा की मुराद बस पूरी होने ही वाली है। हज यात्री लखनऊ हज हाउस के लिए रवाना होने लगे हैं। घर से लखनऊ तक हज यात्रियों को छोड़ने के लिए परिजन, रिश्तेदार, दोस्त व पड़ोसी जुट रहे हैं। हज यात्रियों को फूल माला पहना कर मुकद्दस हज यात्रा के लिए रवाना किया जा रहा। हज यात्रियों से लोग खास दुआ व पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के दरबार में सलाम पेश करने की दरख्वास्त करते भी नजर आ रहे है। बता दें कि कोरोना महामारी के संक्रमण के कारण 02 साल बाद हज यात्री मुकद्दस हज यात्रा पर जा रहे हैं।इसी क्रम में कस्बा जहांगीरगंज के नवागांव निवासी हाजी निज़ामुद्दीन साहब पुत्र जुमेल अहमद और उनकी पत्नी जाहिदा खातून हज के लिए रवाना हुए। इस मुबारक सफर पर कस्बे के लोगों ने आज उन्हें नम आंखों से अलविदा कहा और अपने लिए दुआ भी कराई।
*हज यात्री मांगेंगे हिन्दुस्तान की तरक्की और भाईचारा की दुआ*
जुमेल अहमद की पत्नी जाहिदा खातून ने कहा कि यह मेरी खुशनसीबी है कि अल्लाह और उसके रसूल ने मुझे हज के लिए चुना। मक्का व मदीना शरीफ में इबादत कर खूब दुआएं मांगनी है। मुल्क और परिवार एवं मिलने जुलने वालों व रिस्तेदारों ं के लिए। जुमेल अहमद कहते हैं कि दिल बहुत खुश है। अल्लाह का करम हो गया हम मक्का और मदीने चले। हज के दौरान खूब इबादत कर अपने मुल्क में अमनो सलामती की दुआ करेंगे। इस मौके पर हज यात्रियों को रवाना करने में जामिया अरबिया इज़हारुल उलूम के प्रधानाचार्य हज़रत मौलाना मोहम्मद याक़ूब साहब क़िबला नईमी, क़ारी जमील अहमद,मोहम्मद हारून अन्सारी, हाजी किताबुद्दीन,सुहेल अहमद कल्लू,युवा समाजसेवी रेहान बरकाती, मौलाना शरीफुल हक़ सुबहानी, मोहम्मद ज़ुबैर,ज़ाहिद सुहेल,युवा नेता मोहम्मद अरशद,समेत भारी संख्या में इलाके के लोग मौजूद रहे।
*हज्जे बैतुल्लाह सफर के एक दिन पहले रात में सजी थी हज यात्रियों के लिए महफिल*
शनिवार को हज यात्रियों को रवाना करने के मकसद से कुमेल अहमद के नेतृत्व में उनके घर नवागांव में हज्मे बैतुल्लाह की महफिल सजाई गयी। नवागांव जामा मस्जिद आयशा के ख़तीब मौलाना नसीम अहमद अमजदी ने कहा कि हर मुसलमान की ये ख्वाहिश होती है कि वह हज यात्रा पर जाए। हज करते हुए अल्लाह के घर यानी खाना-ए-काबा और पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के रौजा-ए-मुबारक की जियारत करे। यही दुआ है कि अल्लाह सभी हज यात्रियों का सफर आसान फरमाकर हज कबूल फरमाए। आखिर में सलातो सलाम पढ़ कर अमन, खैर व बरकत की दुआ मांगी गई। महफिल में मौलाना शरीफुल हक़ सुबहानी, हेलाल अहमद टाण्डवी,ऐमन मोहम्दाबादी,फारूक दिलकश मौवी,मौलाना अनीस वास्ती,कारी फुरक़ान अहमद, हाफिज इरफान,हाफिज़ शमशाद,नूरूलहसन,समेत अन्य ने शिरकत की ।
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